माह के शुरूआती पखवाड़े दौरान छोटी-मोटी बीमारी होने की संभावना है। अपने और जीवन साथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। ननिहाल पक्ष से कोई लाभ हो सकता है। पड़ोसी और मित्रों के साथ किसी विषय पर मतभेद खड़े हो सकते हैं। नौकरीपेशा वर्ग के जातक अपने काम में सतर्क रहने का प्रयास करें। जीवन साथी की तबीयत के कारण आप के घर के रोजमर्रा के कार्यों में अवरोध आएंगे। उधारी चुकाने में मुश्किल हो सकती है। पिता की ओर से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलेगा। आर्थिक लेन देन में काफी तकलीफ रहेगी। भाग्य का साथ कम मिलता प्रतीत होगा। परंतु, आपको धार्मिक विषयों में अधिक रुचि रहेगी। माह के दूसरे पखवाड़े दौरान आय के नए रास्ते प्राप्त कर सकेंगे। अहं, जिद, ममत्व या आवश्यकता से अधिक आत्मविश्वास में आए बिना अपने कार्यों में साथ ही जवाबदारियों में निष्ठा और प्रामाणिकता रखने से विशेष लाभ की प्राप्ति होगी। सरकारी नौकरी करने वालों को हिसाब-किताब में जागरूक एवं सावधानी बरतनी पड़ेगी। सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव या आदेश में अनिच्छा से कार्य करेंगे परंतु वे कार्य कभी-कभी आपके लिए परेशानी का सबब हो सकते हैं। कानूनी कार्यवाही भी हो सकती है और उसके कारण आप के यश, सम्मान और प्रतिष्ठा को भी हानि हो सकती है।टिप्सः रविवार को उपवास करें। रविवार को घी एवं गुड़ का दान करें।
स्वास्थ्य- इस महीने के पूर्वार्ध में आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। इसका कारण आपके अष्टम स्थान पर चार ग्रहों की युति का होना हो सकता है। ढेर सारे पैसे कमाने व भौतिक सुखों की लालच में क्षमता से अधिक काम करने के प्रयास में आपका स्वास्थ्य खतरे में पड़ने की संभावना है। दिनांक 17 के बाद रीढ़ की हड्डी, पीठ दर्द, ब्लड प्रेशर और हृदय से जुड़ी बीमारियां होने की आशंका है।
शिक्षा- विद्यार्थी जातकों को अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए शांत चित्त से विद्याभ्यास में जुट जाना पड़ेगा। प्रथम पखवाड़े में गूढ़ विद्या, ज्योतिषशास्त्र, धार्मिक विषयों इत्यादि में अध्ययन बढ़ेंगा। उत्तरार्ध में उच्च शिक्षा में अनुकूलता बढ़ेंगी। नियमित पढ़ाई के अलावा भी आपका ध्यान अन्य विषयों की ओर खींचेगा। गणेशजी का कहना है कि अपनी शिक्षा से मन को भटकने न दें।
आर्थिक स्तिथि- नौकरी में लगे जातकों के लिए इस महीने के प्रारंभ का समय अत्यंत कठिनाईयों से भरा रहेगा। वरिष्ठ लोगों के साथ अनबन रहेगी। अनिच्छित बदली भी हो सकती है। बात बिगड़ते-बिगड़ते टर्मिनेशन तक भी पहुंच सकती है। हालांकि, उत्तरार्ध के समय में आपकी स्थिति में देखते ही देखते सुधार होगा। प्रथम पखवाड़े में सप्तम स्थान पर सूर्य रहेगा। भागीदारी के कार्यों में अहं के टकराव की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतें। व्यवसायिकों की आमदनी किसी न किसी प्रकार होती रहेगी। शेयर बाजार की चाल के अनुसार आगे बढ़ें। किसी भी प्रकार के बड़े जोखिम से दूर रहें।
शिक्षा- विद्यार्थी जातकों को अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए शांत चित्त से विद्याभ्यास में जुट जाना पड़ेगा। प्रथम पखवाड़े में गूढ़ विद्या, ज्योतिषशास्त्र, धार्मिक विषयों इत्यादि में अध्ययन बढ़ेंगा। उत्तरार्ध में उच्च शिक्षा में अनुकूलता बढ़ेंगी। नियमित पढ़ाई के अलावा भी आपका ध्यान अन्य विषयों की ओर खींचेगा। गणेशजी का कहना है कि अपनी शिक्षा से मन को भटकने न दें।
स्वास्थ्य- इस महीने के पूर्वार्ध में आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। इसका कारण आपके अष्टम स्थान पर चार ग्रहों की युति का होना हो सकता है। ढेर सारे पैसे कमाने व भौतिक सुखों की लालच में क्षमता से अधिक काम करने के प्रयास में आपका स्वास्थ्य खतरे में पड़ने की संभावना है। दिनांक 17 के बाद रीढ़ की हड्डी, पीठ दर्द, ब्लड प्रेशर और हृदय से जुड़ी बीमारियां होने की आशंका है।
शिक्षा- विद्यार्थी जातकों को अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए शांत चित्त से विद्याभ्यास में जुट जाना पड़ेगा। प्रथम पखवाड़े में गूढ़ विद्या, ज्योतिषशास्त्र, धार्मिक विषयों इत्यादि में अध्ययन बढ़ेंगा। उत्तरार्ध में उच्च शिक्षा में अनुकूलता बढ़ेंगी। नियमित पढ़ाई के अलावा भी आपका ध्यान अन्य विषयों की ओर खींचेगा। गणेशजी का कहना है कि अपनी शिक्षा से मन को भटकने न दें।
आर्थिक स्तिथि- नौकरी में लगे जातकों के लिए इस महीने के प्रारंभ का समय अत्यंत कठिनाईयों से भरा रहेगा। वरिष्ठ लोगों के साथ अनबन रहेगी। अनिच्छित बदली भी हो सकती है। बात बिगड़ते-बिगड़ते टर्मिनेशन तक भी पहुंच सकती है। हालांकि, उत्तरार्ध के समय में आपकी स्थिति में देखते ही देखते सुधार होगा। प्रथम पखवाड़े में सप्तम स्थान पर सूर्य रहेगा। भागीदारी के कार्यों में अहं के टकराव की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतें। व्यवसायिकों की आमदनी किसी न किसी प्रकार होती रहेगी। शेयर बाजार की चाल के अनुसार आगे बढ़ें। किसी भी प्रकार के बड़े जोखिम से दूर रहें।
शिक्षा- विद्यार्थी जातकों को अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए शांत चित्त से विद्याभ्यास में जुट जाना पड़ेगा। प्रथम पखवाड़े में गूढ़ विद्या, ज्योतिषशास्त्र, धार्मिक विषयों इत्यादि में अध्ययन बढ़ेंगा। उत्तरार्ध में उच्च शिक्षा में अनुकूलता बढ़ेंगी। नियमित पढ़ाई के अलावा भी आपका ध्यान अन्य विषयों की ओर खींचेगा। गणेशजी का कहना है कि अपनी शिक्षा से मन को भटकने न दें।
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