करियर, पुरूषार्थ और ग्रह, नक्षत्र का प्रभाव -
वर्तमान दौर में व्यक्ति को करियर के क्षेत्र में अपनी योग्यता के अनुरूप कई बार कम प्रयास से भी लाभ हो जाता है तो कई बार लगातार मेहनत करने के उपरांत भी इच्छित सफलता प्राप्त होने में कठिनाई आती है। करियर में पुरूषार्थ के साथ व्यक्ति की ग्रह, नक्षत्र तथा ग्रह दषाओं का प्रभाव उसके करियर में पड़ता है। अतः करियर चयन तथा प्रयास का निर्णय लेते समय नक्षत्र, लग्न एवं राषि पर विचार करते हुए अपनी ग्रह दषाओं के अनुकूल या प्रतिकूल परिस्थितियों का निर्णय लेते हुए प्रयास किया जाए तो सफलता प्राप्ति में सहायक होकर ऐष्वर्या तथा उन्नति बढ़ाने का साधन भी बन सकता है। अतः 27 नक्षत्रों में से 1.अष्विनी, 2.मृगषिरा, 3.पुनवर्सु, 5.चित्रा, 6.विषाखा, 8.अनुराधा, 9.श्रवण, 10.ज्येष्ठा, 11.धनिष्ठा, 12.षतभिषा, 13.रेवती ये नक्षत्र कार्यसिद्धि हेतु उचित नक्षत्र हैं, जिनमें किये गये कार्य को सफल बनाने में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता वहीं पर हस्त, भरणी, पुष्य, स्वाति इत्यादि नक्षत्र करियर बनाने में प्रतिकूल फल देते हैं। उसी प्रकार चर लग्न में कार्य प्रारंभ अशुभ होता है क्योंकि इस लग्न में प्रयास के बीच मनोबल में परिवर्तन प्रयास में उतार-चढ़ाव से सफलता प्राप्ति में कमी देता है। उसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में अपनी राषि तथा ग्रह स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए उसके अनुरूप करियर का निर्णय कर प्रयास करना चाहिए। अगर कोई ग्रह प्रतिकूल हैं उनकी स्थिति तथा दषाओं में प्रयास करने से करियर में बाधा हो सकती है अतः अनुकूल ग्रह स्थिति तथा उसके अनुसार उपाय आजमाते हुए प्रयास से करियर में उन्नति तथा सुख की प्राप्ति का योग बनता है।
Pt.P.S Tripathi
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