भविष्य जानने के लिए जन्म कुंडली, हस्तरेखा और न्यूमरोलॉजी का सहारा लिया जाता है। ज्योतिष की दुनिया में छिपे सवालों का जवाब देने के लिए मौजूद इन सभी विधाओं में एक और विधा भी है जिसे टैरो कार्ड रीडिंग कहा जाता है।
ताश के पत्तों की तरह दिखने वाले इन टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमय प्रतीकात्मक चिह्न बने होते हैं जो संबंधित व्यक्ति के साथ भविष्य में होने वाली घटनाओं को बहुत हद तक अनुमानित कर सकते हैं। व्यक्ति के प्रश्नों के एवज में वे कार्ड स्वयं उत्तर देते हैं, जिनके ऊपर उसके साथ होने वाले हालात निर्भर करते हैं।
आपको जानकार हैरानी होगी कि भविष्य की सटीक जानकारी देने वाली टैरो कार्ड रीडिंग की इस विधा को सबसे पहले चौदहवीं शताब्दी में इटली में मनोरंजन के माध्यम के तौर पर अपनाया गया था। लेकिन बहुत ही जल्द यह विद्या यूरोप के बहुत से देशों में फैल गई और धीरे-धीरे इसे मात्र मनोरंजन का साधन ना मानकर भविष्य जानने की गूढ़ विद्या के तौर पर अपना लिया गया। 18वीं शताब्दी तक पहुंचते-पहुंचते टैरो कार्ड रीडिंग इंग्लैंड व फ्रांस में भी बहुत लोकप्रिय हो गई।
टैरो कार्ड के ऊपर अंक, रंग, संकेत तथा पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश जैसे पांच तत्व दर्शाए गए होते हैं, जिनके आधार पर भविष्य का अनुमान लगाया जाता है। आपने देखा होगा की जहाँ ज्योतिष की अन्य विधाओं में पुरुषों का बोल बाला है वही टैरो कार्ड पढऩे वाले लोगों में अधिकांशत: महिलाएं ही होती हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि टैरो कार्ड एक ऐसी प्रणाली है जिसमें गणित का जरा भी प्रयोग नहीं होता, बस अनुमान लगाने की क्षमता सटीक और अचूक होनी चाहिए। वैज्ञानिक तौर पर भी यह प्रमाणित है कि अनुमान लगाने की क्षमता पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा होती है। इसलिए टैरो कार्ड रीडर महिलाएं ही होती है।
टैरो कार्ड रीडिंग के अंतर्गत डेक (ताश के पत्तों) में से उठाए गये कार्ड पर बने चित्रों व संकेतों के क्या अर्थ हैं, वह किस ओर इशारा कर रहे हैं, आपके भविष्य को किस दिशा में मोड़ सकते हैं, के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है। साथ ही वे कार्ड प्रश्नकर्ता की वर्तमान समय और उसकी मानसिक स्थिति भी दर्शाते हैं।
टैरो में 78कार्ड होते है। जिनमें से 22 कार्ड मेजर अर्काना, अर्काना शब्द लैटिन भाषा से निकला है जिसका अर्थ है रहस्यमयी, व 56कार्ड माइनर अर्काना होते हैं। 56माइनर कार्ड में से 16कार्ड रायल अर्काना या कोर्ट कार्ड कहलाते हैं, जिनमें जैसे किंग, क्वीन, नाइट व पेज जैसे पत्ते शामिल है। माइनर अर्काना में शामिल 56कार्ड को वैंडस, कप्स, सोडर्स व पैन्टाकल्स नामक 4 भागों में बांटा गया है। माइनर अर्काना में अंकों का महत्व बहुत अधिक होता है।
जहाँ एक ओर मेजर आर्काना ब्रह्मांड के मूल तत्वों और विभिन्न राशियों को अभिव्यक्त करता है वहीं माइनर अर्काना इन्हीं तत्वों को रोजमर्रा की घटनाओं पर लागू कर ये बताता है कि भविष्य में क्या होने वाला है।
टैरो कार्ड रीडिंग में माइनर अर्काना को जिन चार भागों में विभाजित किया गया है वो हैं, वैंड्स: वैंड्स का कार्ड ऊर्जा, आत्मविश्वास, जोखिम, इच्छाशक्ति, ताकत, सृजनशीलता व रचनात्मकता को अभिव्यक्त करता है। कप्स: कप्स कार्ड कामनाओं, इच्छाओं, वैवाहिक जीवन, प्रेम, मानवीयता, आध्यात्मिकता की अभिव्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। सोडर्स: घृणा, शत्रुता, गति, साइंस, तर्क, न्याय, योद्धा व मानसिक स्पष्टता को दर्शाता है। पेन्टाकल्स: व्यापार, वित्त, उद्योग, स्वास्थ्य, संपत्ति व रचनात्मकता को अभिव्यक्त करता है। माइनर के अलावा मेजर अर्काना में 0-22 तक कार्ड होते हैं जो अलग-अलग महत्व रखते हैं।
ताश के पत्तों की तरह दिखने वाले इन टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमय प्रतीकात्मक चिह्न बने होते हैं जो संबंधित व्यक्ति के साथ भविष्य में होने वाली घटनाओं को बहुत हद तक अनुमानित कर सकते हैं। व्यक्ति के प्रश्नों के एवज में वे कार्ड स्वयं उत्तर देते हैं, जिनके ऊपर उसके साथ होने वाले हालात निर्भर करते हैं।
आपको जानकार हैरानी होगी कि भविष्य की सटीक जानकारी देने वाली टैरो कार्ड रीडिंग की इस विधा को सबसे पहले चौदहवीं शताब्दी में इटली में मनोरंजन के माध्यम के तौर पर अपनाया गया था। लेकिन बहुत ही जल्द यह विद्या यूरोप के बहुत से देशों में फैल गई और धीरे-धीरे इसे मात्र मनोरंजन का साधन ना मानकर भविष्य जानने की गूढ़ विद्या के तौर पर अपना लिया गया। 18वीं शताब्दी तक पहुंचते-पहुंचते टैरो कार्ड रीडिंग इंग्लैंड व फ्रांस में भी बहुत लोकप्रिय हो गई।
टैरो कार्ड के ऊपर अंक, रंग, संकेत तथा पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश जैसे पांच तत्व दर्शाए गए होते हैं, जिनके आधार पर भविष्य का अनुमान लगाया जाता है। आपने देखा होगा की जहाँ ज्योतिष की अन्य विधाओं में पुरुषों का बोल बाला है वही टैरो कार्ड पढऩे वाले लोगों में अधिकांशत: महिलाएं ही होती हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि टैरो कार्ड एक ऐसी प्रणाली है जिसमें गणित का जरा भी प्रयोग नहीं होता, बस अनुमान लगाने की क्षमता सटीक और अचूक होनी चाहिए। वैज्ञानिक तौर पर भी यह प्रमाणित है कि अनुमान लगाने की क्षमता पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा होती है। इसलिए टैरो कार्ड रीडर महिलाएं ही होती है।
टैरो कार्ड रीडिंग के अंतर्गत डेक (ताश के पत्तों) में से उठाए गये कार्ड पर बने चित्रों व संकेतों के क्या अर्थ हैं, वह किस ओर इशारा कर रहे हैं, आपके भविष्य को किस दिशा में मोड़ सकते हैं, के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है। साथ ही वे कार्ड प्रश्नकर्ता की वर्तमान समय और उसकी मानसिक स्थिति भी दर्शाते हैं।
टैरो में 78कार्ड होते है। जिनमें से 22 कार्ड मेजर अर्काना, अर्काना शब्द लैटिन भाषा से निकला है जिसका अर्थ है रहस्यमयी, व 56कार्ड माइनर अर्काना होते हैं। 56माइनर कार्ड में से 16कार्ड रायल अर्काना या कोर्ट कार्ड कहलाते हैं, जिनमें जैसे किंग, क्वीन, नाइट व पेज जैसे पत्ते शामिल है। माइनर अर्काना में शामिल 56कार्ड को वैंडस, कप्स, सोडर्स व पैन्टाकल्स नामक 4 भागों में बांटा गया है। माइनर अर्काना में अंकों का महत्व बहुत अधिक होता है।
जहाँ एक ओर मेजर आर्काना ब्रह्मांड के मूल तत्वों और विभिन्न राशियों को अभिव्यक्त करता है वहीं माइनर अर्काना इन्हीं तत्वों को रोजमर्रा की घटनाओं पर लागू कर ये बताता है कि भविष्य में क्या होने वाला है।
टैरो कार्ड रीडिंग में माइनर अर्काना को जिन चार भागों में विभाजित किया गया है वो हैं, वैंड्स: वैंड्स का कार्ड ऊर्जा, आत्मविश्वास, जोखिम, इच्छाशक्ति, ताकत, सृजनशीलता व रचनात्मकता को अभिव्यक्त करता है। कप्स: कप्स कार्ड कामनाओं, इच्छाओं, वैवाहिक जीवन, प्रेम, मानवीयता, आध्यात्मिकता की अभिव्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। सोडर्स: घृणा, शत्रुता, गति, साइंस, तर्क, न्याय, योद्धा व मानसिक स्पष्टता को दर्शाता है। पेन्टाकल्स: व्यापार, वित्त, उद्योग, स्वास्थ्य, संपत्ति व रचनात्मकता को अभिव्यक्त करता है। माइनर के अलावा मेजर अर्काना में 0-22 तक कार्ड होते हैं जो अलग-अलग महत्व रखते हैं।
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