राशि के अनुरूप मंत्र जाप ------
व्यक्ति यदि अपनी राशि के अनुकूल मंत्र का जाप करे तो लाभकारी होता है। इन मंत्रों का कोई विशेष विधान नहीं है लेकिन सामान्य सहज भाव से स्नान के पश्चात अपने पूजा घर या घर में शुद्ध स्थान का चयन कर प्रतिदिन धूप-दीप के पश्चात ऊन या कुशासन पर बैठें एवं अपनी शक्ति अनुरूप एक, तीन या पाँच माला का जाप करें। विशेषकर उन लोगों के लिए जो माँ की आराधना में अधिक समय नहीं दे सकते और जो लोग कठिन मंत्रों का जाप नहीं कर सकते।
निश्चित ही इसका प्रभाव होगा, जिससे धन, यश और समृद्धि की वृद्धि होगी।
राशि - लक्ष्मी मंत्र
मेष - ॐ ऐं क्लीं सौं:
वृषभ - ॐ ऐं क्लीं श्रीं
मिथुन - ॐ क्लीं ऐं सौं:
कर्क - ॐ ऐं क्लीं श्रीं
सिंह - ॐ ह्रीं श्रीं सौं:
कन्या - ॐ श्रीं ऐं सौं:
तुला - ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं
वृश्चिक - ॐ ऐं क्लीं सौं:
धनु - ॐ ह्रीं क्लीं सौं:
मकर - ॐ ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं सौं:
कुंभ - ॐ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं
मीन - ॐ ह्रीं क्लीं सौं:
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