सामर्थ्य अनुसार करें सहायता-फिर भी दूर होंगे ग्रह दोष -
अपनी क्षमता के अंदर रहकर सामान्य मदद से भी ईष्वर को प्रसन्न किया जा सकता है और कुंडली के ग्रह दोषों को दूर किया जाना संभव है, जैसे कि शबरी के झूठे बेर खाकर राम प्रसन्न हो गए थे। आपके नित्यचर्या में सहजता के साथ करने से ग्रहीय दोषों का समाधान दे सकता है। वह सहज समाधान किसी भूखे को रोटी तो किसी बीमार को दवा देकर या किसी को कपड़े देकर आपके ग्रह से संबंधित दोषों की निवृत्ति करने में कारगर उपाय बन सकती है।
यदि किसी की कुंडली में बुध खराब स्थिति में हों और गोचर में बुध की दषा चल रही हो तो उसे दवा का दान करना चाहिए अन्य को इस प्रकार से मदद कराने से बुध ग्रह की शांति संभव है इसी प्रकार यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा खराब होकर गोचर में भ्रमण करें तो उसे कपड़ो या किसी गरीब के बच्चे को दूध का दान करना चाहिए। सूर्य हेतु खाना, गुरू हेतु पाठ्य सामग्री, शनि हेतु जूते चप्पल तथा शुक्र हेतु फल इत्यादि किसी को खिलाकर अपने ग्रह की स्थिति को सुधारा जा सकता है। इस प्रकार जरूरत मंद को सामान्य सहायता से अपनी कुंडली को मजबूत करने के साथ ग्रहों को प्रसन्न कर ग्रहीय दोषों को दूर करना संभव है....
अपनी क्षमता के अंदर रहकर सामान्य मदद से भी ईष्वर को प्रसन्न किया जा सकता है और कुंडली के ग्रह दोषों को दूर किया जाना संभव है, जैसे कि शबरी के झूठे बेर खाकर राम प्रसन्न हो गए थे। आपके नित्यचर्या में सहजता के साथ करने से ग्रहीय दोषों का समाधान दे सकता है। वह सहज समाधान किसी भूखे को रोटी तो किसी बीमार को दवा देकर या किसी को कपड़े देकर आपके ग्रह से संबंधित दोषों की निवृत्ति करने में कारगर उपाय बन सकती है।
यदि किसी की कुंडली में बुध खराब स्थिति में हों और गोचर में बुध की दषा चल रही हो तो उसे दवा का दान करना चाहिए अन्य को इस प्रकार से मदद कराने से बुध ग्रह की शांति संभव है इसी प्रकार यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा खराब होकर गोचर में भ्रमण करें तो उसे कपड़ो या किसी गरीब के बच्चे को दूध का दान करना चाहिए। सूर्य हेतु खाना, गुरू हेतु पाठ्य सामग्री, शनि हेतु जूते चप्पल तथा शुक्र हेतु फल इत्यादि किसी को खिलाकर अपने ग्रह की स्थिति को सुधारा जा सकता है। इस प्रकार जरूरत मंद को सामान्य सहायता से अपनी कुंडली को मजबूत करने के साथ ग्रहों को प्रसन्न कर ग्रहीय दोषों को दूर करना संभव है....
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