जन्म तारीख 6 1 5 2 4
परिचय-यदि किसी स्त्री पुरूष का किसी भी अंग्रेजी महीने की 6-15-24 तारीख को जन्म हुआ है, तो उनका जन्म तारीख मूलांक 6 होता है । जब किसी को अपनी जन्म तारीख ज्ञात न हो, तो यदि नाम अक्षरों का मूल्यांकन करने के उपरान्त मूलांक 6 आता है, तो उनका मूलांक भी 6 होता है । अंत: ये 6 अंक के प्रभावाधीन आते हैं। मूलांक 6 वालों को अंक तंग 6 प्रभावित करती है । मूलांक 6 स्वामी ग्रह शुक्र हो जो प्रेम एवं शक्ति का प्रतीक माना गया है । 1-2-3 अंक प्रारमिभक अंक माने गये है । 1+2+3=6 अथवा 1-2-3 अंक के जोड़ से 6 अंक बनता है । इस लिए अंक 6 की अपनी अलग अलग ही विशेषता है। इस अंक में अंक 1,2 और 3 की विशेषताएं भी समाई हुई है । मूलांक 6 के स्वामी ग्रह शुक्र को दैत्य गुरू को पदवी भी मिली है। अंक 6 मुख्यत: भोग का कारक है। मूलांक 6 वाले व्यक्ति बहुत लोकप्रिय देखे गए है ।
स्वभाव एवं व्यक्तित्व- मूलांक 6 वाले व्यक्तियों से मिलनसारिता तथा आकर्षण शक्ति प्रचुर मात्रा में होती से | ये बहुत लोकप्रिय होते है । मूलांक 6 वाले व्यक्ति कोमल, प्यारे तथा शान्तिप्रिय होते है। प्रेम-प्यार तो इनके प्राण होते है। ये विश्वसनीय होते है तथा कम ही विश्वासघात करते हैं । इनके मस्तिक में विचारों को बहुत उपज होती है, तरह-तरह की स्कीमें और विचार बनते रहते हैं, परन्तु इन विचारों, स्कीमों अथवा योजनाओं को कार्यरूप दे पाना, कई बार इनके वश की बात नहीं होती। इनकी स्मरण शक्ति तो उत्तम होती है परन्तु इनकी आत्मिक शक्ति कुछ कम ही होती है। इसी लिए वे अपने विचारों, स्कीमों आदि को कार्यरूप देने में असमर्थ होते हैँ। ये सुरक्षा की कामना करते है क्योकि ये सुरक्षा की सदैव कमी अनुभव करते रहते है। मूलांक 6 वाली स्त्रियाँ में तो यह भावना प्रबल होती है । इनके शब्द सुन्दर एवं वाणी मधुर होती है। इनका ह्रदय कोमल तथा सदैव प्रेम के गीत अलापता रहता है । ये प्रेम प्यार को पूरा भोगने को कामना करते हैं । ये व्यक्ति दूसरों का पूर्ण मान-सम्मान एवं सत्कार करते है । जिधर भी जाते है, इसी की प्रफुल्लता बिखेर देते है । ये व्यक्ति अनजान व्यक्तियों के बीच कुछ समय तक अलग सा अनुभव करते हैं, परन्तु शीघ्र ही उनके साथ घुल-मिल भी जाते है । मूलांक 6 वाले व्यक्ति मिलनसार होते है और इसी कारण ये बड़े लीकिप्रिय हो जाते है । इन व्यक्तियों के साथ रहने वाले इन्हें बहुत पसन्द करते हैं ।अन्य व्यक्ति इनमें भरपूर स्नेह एवं सत्कार भी करते है । इनकी अधिक रूचि अन्य सुन्दर व्यक्तियों एवं वस्तुओं में अधिक होती है। मूलांक 6 वाले चित्रकला, संगीत और साहित्य में बहुत रूचि रखते है। मूलांक 6 वाले व्यक्ति अतिथियों का बहुत मान-सम्मान अथवा सत्कार करते है । प्रत्येक वस्तु को सुचारू रूप से सजाना इनका नित्यकर्म होता है । यहाँ तक कि वे स्वयं को बनाने संवारने पर भी घंटो लगा देते हैँ। मूलांक 6 वाली स्त्रियाँ तो स्वयं को सजाने, श्रृंगार करने में कई-कई घंटे लगा देती है। ये व्यक्ति अपने घर में सोफे तथा अन्य फर्नीचर भी पूरा सजा कर रखते है । वस्त्र रखने वाली अलमारियों मेँ सुन्दर एवं महंगे वस्त्रों को एक प्रकार से प्रदर्शनी सी लगा देते है। मूलांक 6 वाले स्वभाव के कुछ हठी भी होते है। अपनी बात को सही और ठीक ठहराना इनका स्वभाव होता है। मूलांक 6 वाली स्त्रियों में यह भावना प्रबल होती है । ये व्यक्ति अपनी बात पर भी अड़े रहते है और हर तरह से अपनी बात अथवा मांग मनवाकर ही दम लेते है । यह भावना तो मूलांक 6 वालीं आत्यधिक मात्रा मेँ पायी जाती है ।
मूलांक 6 वालों में इर्षा की भावना अन्यो को अपेक्षा अधिक होती है। इन्हें सचमुच ईंष्यालु कहा जा सकता है । ये किसी प्रकार का विरोध भी सहन नहीँ करते और न ही विरोधयों को ये सहन करते हैं । मूलांक 6 वाले व्यक्ति तो बस शान्ति एवं, प्रेम से रहना पसन्द करते है । ये बडे परिश्रमी भी होते हैं तथा लम्बे समय तक कार्यरत रहते है, परन्तु अधिक बिलासिता की ओर रूचि इनको हानि पहुँचाती है। जैसे पहले बताया जा चुका है कि मूलांक 6 का प्रतिनधि ग्रह शुक होता है। ये ग्रह सुन्दरता, भोग तथा विलास का परिचारक है। अत: मूल अंक 6 वाले व्यक्ति सुन्दर और आकर्षक व्यक्तित्व के होते है । विपरीत लिग अथवा स्त्री को प्रभावित करने में इनमें विशेष शक्ति होती है। ये मूलांक 6 वालों का प्रधान गुणा होता है । अत: जीवन में कई सुन्दर स्त्रियों से इनका सम्पर्क रहता है। मूलांक 6 वालों को नाचने-गाने तथा संगीत में इनको रूचि विशेष होती है। अपने आपको सुन्दर रूप में ढालने लगे रहते हैं। सुन्दरता से सम्बन्धित वस्तुओं अथवा प्रसाधनों पर अधिक व्यय करते है |जिस स्थान पर रहते भी है, उसे भी सुन्दर स्वच्छ बनाने में प्रयासरत रहते हैं ।
विद्या- उद्यम एवं प्रेरणा से ये उत्तम विद्या प्राप्त कर लेते हैं । चूँकि इनकी आत्मिक शक्ति कुछ कम होती है तथा विचारों को कार्यरूप भी दे आना इनके वश की बात नहीँ होती, अत: विद्या प्राप्ति हेतु बडे प्रयत्न करने पड़ते हैं, ये काफी समय आराम, अन्याय एवं गप्पबाजी में व्यय करते है तथा विद्या की ओर लापरवाह हो जाते से । इस लिए ये असफल अथवा फेल भी हो जाते है और कई बार तो विद्या अधूरी भी छोड़ देते है । यदि वे आराम एवं आलस्य का त्याग कर दे तो अच्छी विद्या प्राप्त कर सकते है । संगीत एवं चित्रकला में ये अधिक रूचि लेते है ।
प्रेम विवाह एवं सन्तानं-मुलान्तक 6 वाले व्यक्ति सत्य अथवा सहीं अर्थों में प्रेम-प्यार करते है । जीवन में इनके प्रेम सम्बन्ध तो होते हीँ है ओर वे होते भी है बिना किसी कपट के । ये प्रेम को गम्भीरता से लेते है । कभी-कभी ये प्रेम में आदर्श भी दूँढने लग जाते है । ये प्रेमभाव में जीवन को नीरस ही समझते है। इनके जीवन में ऐसे पल भी आते हैं । जब ये बिरह की चक्की में भी खूब पिसते हैं परन्तु फिर भी आशा का दामन नहीं छोड़ते । मूलांक 6 वालों का मूलांक 3-6-9-2 की और विशेष झुकाव होता है ।
यात्रा- मूलांक 6 वाले कम ही यात्राएं करते हैं । ये तो एक जगह रहकर जीवन का आनंद लेना चाहते है यहाँ का वातावरण आनन्दमय एवं सुखद हो। लम्बी यात्राएं कम ही होती है । छोटी-छोटी यात्राएं तो प्राय होती ही रहती हैं । यात्रायों में इन्हें लाभ कम होता है | विदेश जाते-जाते कई बार ये रह जाते है । फिर भी अच्छा साथी न मित्र इन्हें यात्रा, पिकनिक पार्टी तथा विदेश में ही मिलता है । विदेश यात्रा एवं विदेश रहने से इन्हें कोई विशेष लाभ नहीँ होता तथा धन-दौलत-सम्पत्ति एवं सन्तान से सम्बरिधत परेशानी झेलनी पड़ती है ।
स्वास्थ्य-मूलांक 6 वालों की शरीरिक शक्ति तो उत्तम होती है, परन्तु आत्मिक शक्ति कुछ कम ही होती है । प्राय: ये स्वस्थ ही रहते है । फिर भी मानसिक चिन्तस्ना इनको बनी रहती है। मूलांक 6 वालों को गला, नाक, फेफड़े एवं मूत्र विकारों की सम्भावना रहती है। पथरी, गुर्दे के रोग, शुगर तथा शुक्रग्रणु रोग भी इन्हें प्रभावित कर सकते हैं । अनियमित रक्त-संसार, दिल का धड़कना, मूलांक 6 वालों के लिए कई बार आम समस्या बन जाती है। धूम्रपान करना एवं शराब का सेवन इनके लिए बहुत हानिपृद है । यह भी देखा गया है। कि प्राय: मूनांक 6 वालों का मन इनकी ओर आकर्षित होता रहता है। इनको घातक रोग एडस तथा चर्मरोग व गुप्त रोगों की आशंका बनी रहती है। अधिक भोग और विलासता स्वास्थ्य हानि का कारण बनते है। ये सर्दी-जुकाम आदि से भी पीडित रहते है। रोगी अथवा स्वास्थ्य क्षीण होने को सम्भावना होती है|
आर्थिक स्थिति-मूलांक 6 वालों का व्यवसाय का क्षेत्र बडा विशाल होता है । ये कार्य करने के सचमुच समर्थ होते है । मजदूरी करते हुए मूलांक 6 वाले कम ही मिलते है । अत: इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी ही होती है । यह देखा गया है कि इनकी आर्थिक स्थिति में एकरूपता नहीं होती। आय से व्यय अधिक होता रहता है । मूलांक 6 वालों का रहन-सहन का तौर-तरीका, सुन्दर वस्तुओं का संग्रह कीमती पोशाक आदि का शौक अदि इनको व्ययशील बनाता है । इस लिए व्यय अधिक होता ही रहता है तथा आर्थिक स्थिति प्रभावित होती रहती है ।
व्यवसाय एवं कार्य रूचि-मूलांक 6 वाले व्यक्ति सौदर्य को विशेष महत्व देते है, ये संगीत एवं चित्रकला में भी अधिक रूचि लेते है । ये प्रत्येक कार्य सुरूचि पूर्ण ढंग से करना पसन्द करते हैं । मूलांक 6 वाले व्यक्ति पेटिंग, संगीत, चित्रकला, नाटक, ड्रामा मण्डली, रेडियों व टी.वी, ऐक्टर, एक्ट्रेस में नेता-अभिनेता, लेखक,केमिस्ट, मेर्टनिटी य, रेडिमेड गज्जारमेँटूस, स्वास्थ्य विभाग, डाक्टर, नर्स, मैटर्न, नर्सिंग सुपरहैंट, रवागती क्लर्क, बार्डन, क्लर्क,पत्रकार, अबुर्कीटैकट, डेजाइनर, संगीतकार, गीतकार, फोटोग्राफर एवं कहानीकार अदि में सफल होते है। ये जन-सम्प्रर्क अधिकारी भी बना जाते है।विंलासता सम्बन्धी वस्तुएं खरीदने-बेचने,ऐसी वस्तुओं के व्यापारी, लोहे के कार्य है सोने के कार्य, उधार, दुकानेदार, शराब, पान, एवं दर्जी की दुकान भी वे करते है। मूलांक 6 वाले सेल्समैन, एजेन्ट, दलाल, बोली देने वाले सफल होते है। ये दूसरों की नौकरी करने वाले,घूम-घूम कर वस्तुएं बेचने वाले भी होते है । ' ये इंजीनियर, प्रजैक्ट अधिकारी भी बन जाते है । मशीनरी तथा मशीनरी से सम्बन्धित वस्तुए, उपकरता भी बेचते हैं और लाभ प्राप्त करते हैं । मनियारी की दुकान और खान-पान की वस्तुएं, होटल, रेस्टोरेंट से लाभ पाते हैं । इनकी विज्ञान एवं कला में अधिक रूचि होती है। ये मंत्री व्यापारी तथा कुशल मैनेजर होते है। .
परिचय-यदि किसी स्त्री पुरूष का किसी भी अंग्रेजी महीने की 6-15-24 तारीख को जन्म हुआ है, तो उनका जन्म तारीख मूलांक 6 होता है । जब किसी को अपनी जन्म तारीख ज्ञात न हो, तो यदि नाम अक्षरों का मूल्यांकन करने के उपरान्त मूलांक 6 आता है, तो उनका मूलांक भी 6 होता है । अंत: ये 6 अंक के प्रभावाधीन आते हैं। मूलांक 6 वालों को अंक तंग 6 प्रभावित करती है । मूलांक 6 स्वामी ग्रह शुक्र हो जो प्रेम एवं शक्ति का प्रतीक माना गया है । 1-2-3 अंक प्रारमिभक अंक माने गये है । 1+2+3=6 अथवा 1-2-3 अंक के जोड़ से 6 अंक बनता है । इस लिए अंक 6 की अपनी अलग अलग ही विशेषता है। इस अंक में अंक 1,2 और 3 की विशेषताएं भी समाई हुई है । मूलांक 6 के स्वामी ग्रह शुक्र को दैत्य गुरू को पदवी भी मिली है। अंक 6 मुख्यत: भोग का कारक है। मूलांक 6 वाले व्यक्ति बहुत लोकप्रिय देखे गए है ।
स्वभाव एवं व्यक्तित्व- मूलांक 6 वाले व्यक्तियों से मिलनसारिता तथा आकर्षण शक्ति प्रचुर मात्रा में होती से | ये बहुत लोकप्रिय होते है । मूलांक 6 वाले व्यक्ति कोमल, प्यारे तथा शान्तिप्रिय होते है। प्रेम-प्यार तो इनके प्राण होते है। ये विश्वसनीय होते है तथा कम ही विश्वासघात करते हैं । इनके मस्तिक में विचारों को बहुत उपज होती है, तरह-तरह की स्कीमें और विचार बनते रहते हैं, परन्तु इन विचारों, स्कीमों अथवा योजनाओं को कार्यरूप दे पाना, कई बार इनके वश की बात नहीं होती। इनकी स्मरण शक्ति तो उत्तम होती है परन्तु इनकी आत्मिक शक्ति कुछ कम ही होती है। इसी लिए वे अपने विचारों, स्कीमों आदि को कार्यरूप देने में असमर्थ होते हैँ। ये सुरक्षा की कामना करते है क्योकि ये सुरक्षा की सदैव कमी अनुभव करते रहते है। मूलांक 6 वाली स्त्रियाँ में तो यह भावना प्रबल होती है । इनके शब्द सुन्दर एवं वाणी मधुर होती है। इनका ह्रदय कोमल तथा सदैव प्रेम के गीत अलापता रहता है । ये प्रेम प्यार को पूरा भोगने को कामना करते हैं । ये व्यक्ति दूसरों का पूर्ण मान-सम्मान एवं सत्कार करते है । जिधर भी जाते है, इसी की प्रफुल्लता बिखेर देते है । ये व्यक्ति अनजान व्यक्तियों के बीच कुछ समय तक अलग सा अनुभव करते हैं, परन्तु शीघ्र ही उनके साथ घुल-मिल भी जाते है । मूलांक 6 वाले व्यक्ति मिलनसार होते है और इसी कारण ये बड़े लीकिप्रिय हो जाते है । इन व्यक्तियों के साथ रहने वाले इन्हें बहुत पसन्द करते हैं ।अन्य व्यक्ति इनमें भरपूर स्नेह एवं सत्कार भी करते है । इनकी अधिक रूचि अन्य सुन्दर व्यक्तियों एवं वस्तुओं में अधिक होती है। मूलांक 6 वाले चित्रकला, संगीत और साहित्य में बहुत रूचि रखते है। मूलांक 6 वाले व्यक्ति अतिथियों का बहुत मान-सम्मान अथवा सत्कार करते है । प्रत्येक वस्तु को सुचारू रूप से सजाना इनका नित्यकर्म होता है । यहाँ तक कि वे स्वयं को बनाने संवारने पर भी घंटो लगा देते हैँ। मूलांक 6 वाली स्त्रियाँ तो स्वयं को सजाने, श्रृंगार करने में कई-कई घंटे लगा देती है। ये व्यक्ति अपने घर में सोफे तथा अन्य फर्नीचर भी पूरा सजा कर रखते है । वस्त्र रखने वाली अलमारियों मेँ सुन्दर एवं महंगे वस्त्रों को एक प्रकार से प्रदर्शनी सी लगा देते है। मूलांक 6 वाले स्वभाव के कुछ हठी भी होते है। अपनी बात को सही और ठीक ठहराना इनका स्वभाव होता है। मूलांक 6 वाली स्त्रियों में यह भावना प्रबल होती है । ये व्यक्ति अपनी बात पर भी अड़े रहते है और हर तरह से अपनी बात अथवा मांग मनवाकर ही दम लेते है । यह भावना तो मूलांक 6 वालीं आत्यधिक मात्रा मेँ पायी जाती है ।
मूलांक 6 वालों में इर्षा की भावना अन्यो को अपेक्षा अधिक होती है। इन्हें सचमुच ईंष्यालु कहा जा सकता है । ये किसी प्रकार का विरोध भी सहन नहीँ करते और न ही विरोधयों को ये सहन करते हैं । मूलांक 6 वाले व्यक्ति तो बस शान्ति एवं, प्रेम से रहना पसन्द करते है । ये बडे परिश्रमी भी होते हैं तथा लम्बे समय तक कार्यरत रहते है, परन्तु अधिक बिलासिता की ओर रूचि इनको हानि पहुँचाती है। जैसे पहले बताया जा चुका है कि मूलांक 6 का प्रतिनधि ग्रह शुक होता है। ये ग्रह सुन्दरता, भोग तथा विलास का परिचारक है। अत: मूल अंक 6 वाले व्यक्ति सुन्दर और आकर्षक व्यक्तित्व के होते है । विपरीत लिग अथवा स्त्री को प्रभावित करने में इनमें विशेष शक्ति होती है। ये मूलांक 6 वालों का प्रधान गुणा होता है । अत: जीवन में कई सुन्दर स्त्रियों से इनका सम्पर्क रहता है। मूलांक 6 वालों को नाचने-गाने तथा संगीत में इनको रूचि विशेष होती है। अपने आपको सुन्दर रूप में ढालने लगे रहते हैं। सुन्दरता से सम्बन्धित वस्तुओं अथवा प्रसाधनों पर अधिक व्यय करते है |जिस स्थान पर रहते भी है, उसे भी सुन्दर स्वच्छ बनाने में प्रयासरत रहते हैं ।
विद्या- उद्यम एवं प्रेरणा से ये उत्तम विद्या प्राप्त कर लेते हैं । चूँकि इनकी आत्मिक शक्ति कुछ कम होती है तथा विचारों को कार्यरूप भी दे आना इनके वश की बात नहीँ होती, अत: विद्या प्राप्ति हेतु बडे प्रयत्न करने पड़ते हैं, ये काफी समय आराम, अन्याय एवं गप्पबाजी में व्यय करते है तथा विद्या की ओर लापरवाह हो जाते से । इस लिए ये असफल अथवा फेल भी हो जाते है और कई बार तो विद्या अधूरी भी छोड़ देते है । यदि वे आराम एवं आलस्य का त्याग कर दे तो अच्छी विद्या प्राप्त कर सकते है । संगीत एवं चित्रकला में ये अधिक रूचि लेते है ।
प्रेम विवाह एवं सन्तानं-मुलान्तक 6 वाले व्यक्ति सत्य अथवा सहीं अर्थों में प्रेम-प्यार करते है । जीवन में इनके प्रेम सम्बन्ध तो होते हीँ है ओर वे होते भी है बिना किसी कपट के । ये प्रेम को गम्भीरता से लेते है । कभी-कभी ये प्रेम में आदर्श भी दूँढने लग जाते है । ये प्रेमभाव में जीवन को नीरस ही समझते है। इनके जीवन में ऐसे पल भी आते हैं । जब ये बिरह की चक्की में भी खूब पिसते हैं परन्तु फिर भी आशा का दामन नहीं छोड़ते । मूलांक 6 वालों का मूलांक 3-6-9-2 की और विशेष झुकाव होता है ।
यात्रा- मूलांक 6 वाले कम ही यात्राएं करते हैं । ये तो एक जगह रहकर जीवन का आनंद लेना चाहते है यहाँ का वातावरण आनन्दमय एवं सुखद हो। लम्बी यात्राएं कम ही होती है । छोटी-छोटी यात्राएं तो प्राय होती ही रहती हैं । यात्रायों में इन्हें लाभ कम होता है | विदेश जाते-जाते कई बार ये रह जाते है । फिर भी अच्छा साथी न मित्र इन्हें यात्रा, पिकनिक पार्टी तथा विदेश में ही मिलता है । विदेश यात्रा एवं विदेश रहने से इन्हें कोई विशेष लाभ नहीँ होता तथा धन-दौलत-सम्पत्ति एवं सन्तान से सम्बरिधत परेशानी झेलनी पड़ती है ।
स्वास्थ्य-मूलांक 6 वालों की शरीरिक शक्ति तो उत्तम होती है, परन्तु आत्मिक शक्ति कुछ कम ही होती है । प्राय: ये स्वस्थ ही रहते है । फिर भी मानसिक चिन्तस्ना इनको बनी रहती है। मूलांक 6 वालों को गला, नाक, फेफड़े एवं मूत्र विकारों की सम्भावना रहती है। पथरी, गुर्दे के रोग, शुगर तथा शुक्रग्रणु रोग भी इन्हें प्रभावित कर सकते हैं । अनियमित रक्त-संसार, दिल का धड़कना, मूलांक 6 वालों के लिए कई बार आम समस्या बन जाती है। धूम्रपान करना एवं शराब का सेवन इनके लिए बहुत हानिपृद है । यह भी देखा गया है। कि प्राय: मूनांक 6 वालों का मन इनकी ओर आकर्षित होता रहता है। इनको घातक रोग एडस तथा चर्मरोग व गुप्त रोगों की आशंका बनी रहती है। अधिक भोग और विलासता स्वास्थ्य हानि का कारण बनते है। ये सर्दी-जुकाम आदि से भी पीडित रहते है। रोगी अथवा स्वास्थ्य क्षीण होने को सम्भावना होती है|
आर्थिक स्थिति-मूलांक 6 वालों का व्यवसाय का क्षेत्र बडा विशाल होता है । ये कार्य करने के सचमुच समर्थ होते है । मजदूरी करते हुए मूलांक 6 वाले कम ही मिलते है । अत: इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी ही होती है । यह देखा गया है कि इनकी आर्थिक स्थिति में एकरूपता नहीं होती। आय से व्यय अधिक होता रहता है । मूलांक 6 वालों का रहन-सहन का तौर-तरीका, सुन्दर वस्तुओं का संग्रह कीमती पोशाक आदि का शौक अदि इनको व्ययशील बनाता है । इस लिए व्यय अधिक होता ही रहता है तथा आर्थिक स्थिति प्रभावित होती रहती है ।
व्यवसाय एवं कार्य रूचि-मूलांक 6 वाले व्यक्ति सौदर्य को विशेष महत्व देते है, ये संगीत एवं चित्रकला में भी अधिक रूचि लेते है । ये प्रत्येक कार्य सुरूचि पूर्ण ढंग से करना पसन्द करते हैं । मूलांक 6 वाले व्यक्ति पेटिंग, संगीत, चित्रकला, नाटक, ड्रामा मण्डली, रेडियों व टी.वी, ऐक्टर, एक्ट्रेस में नेता-अभिनेता, लेखक,केमिस्ट, मेर्टनिटी य, रेडिमेड गज्जारमेँटूस, स्वास्थ्य विभाग, डाक्टर, नर्स, मैटर्न, नर्सिंग सुपरहैंट, रवागती क्लर्क, बार्डन, क्लर्क,पत्रकार, अबुर्कीटैकट, डेजाइनर, संगीतकार, गीतकार, फोटोग्राफर एवं कहानीकार अदि में सफल होते है। ये जन-सम्प्रर्क अधिकारी भी बना जाते है।विंलासता सम्बन्धी वस्तुएं खरीदने-बेचने,ऐसी वस्तुओं के व्यापारी, लोहे के कार्य है सोने के कार्य, उधार, दुकानेदार, शराब, पान, एवं दर्जी की दुकान भी वे करते है। मूलांक 6 वाले सेल्समैन, एजेन्ट, दलाल, बोली देने वाले सफल होते है। ये दूसरों की नौकरी करने वाले,घूम-घूम कर वस्तुएं बेचने वाले भी होते है । ' ये इंजीनियर, प्रजैक्ट अधिकारी भी बन जाते है । मशीनरी तथा मशीनरी से सम्बन्धित वस्तुए, उपकरता भी बेचते हैं और लाभ प्राप्त करते हैं । मनियारी की दुकान और खान-पान की वस्तुएं, होटल, रेस्टोरेंट से लाभ पाते हैं । इनकी विज्ञान एवं कला में अधिक रूचि होती है। ये मंत्री व्यापारी तथा कुशल मैनेजर होते है। .
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