परिचय-यदि किसी स्त्री पुरूष का किसी भी अंग्रेजी महीने की 4-13-22-31 तारीख को जन्म हुआ है, तो उनका जाम तारीख मूलांक 4 होता है । जब किसी को अपनी जन्म तारीख ज्ञात न हो, तो यदि नाम अक्षरों का मूल्यांकन करने के उपरान्त मूलांक 4 जाता है, तो इनका मूलांक भी चार होता है । इस अंक का स्वामी राहु माना जाता है । अत: जिन स्त्री पुरूषों का मूलांक चार होता है, इनके समूचे जीवन को चार अंक तरंग प्रभावित करती हैं ।विद्धनों का मत है कि अंक चार का अधिपति युरेनश अथवा हर्बल ग्रह है । इस ग्रह को सूर्य की प्रदाक्षिता करने से लगभग 8,4,3 वर्ष लगते है । यह ग्रह शनि से भी अली है। अत: यह एक राशि में 7 वर्ष रहता है । परन्तु भारतीय बहुमत राहु को अंक चार का अधिपति मानते है । ये दोनों ग्रह आकस्मिक घटनाओ तथा नईं राहें बनाने के प्रतीक है । जिन स्त्री, पुरूषों पर इनका विशेष प्रभाव होता है, इनकी चित-वृति चंचल हुआ करती है।
स्वभाव एवं व्यक्तित्व-मूलांक चार वाले व्यक्ति साहसी,व्यवहार-कुशल और चकित कर देने वाली घटनाएं करने में निपुण होते है । ये घमण्डी, अंहकारी, हठी तथा उपद्रवी भी होते हैं । वे घर,बाहर तथा राजनीति आदि हर प्रकार की जानकारी रखते है। ये मनमौजी होते है । यदि इनके मन पर किसी तरह का दुष्प्रभाव पड़ जाए तो फिर धीरे-धीरे ठीक होता है।
पश्चिम ये बहुत करते है परन्तु इनके पल्ले कम ही पड़ता है । इनका जीवन अँधेरे का जीवन नहीं होता । ये बेशक कितना भी छुपे रहे, फिर भी लोग अथवा जनता इन्हें बाहर ले ही आती है । मूलांक चार वाले सभा-सोसाइटी में मुख्य भूमिका निभाते है। ऐसी संस्थाओ से इनका पूर्ण योगदान होता है। ये भरोसे, आश्वासनों एवं भाषणों आदि में कम विश्वास रखते हैं, बरन् कामों को कार्यक्रम देना अधिक पसन्द करते है । भाषण नहीं, ये राशन के पक्ष में होते है। मूलांक चार वाले व्यक्ति आलस, आराम व चाय का नहीं बल्कि काम का साथ देते हैं । इनकों काम करने वाले व्यक्ति पसन्द होते है । ये आलसी व्यक्तियों को पसन्द नहीं करते। यह स्वयं काम करते है और अन्य को भी काम करते रहना देखना चाहते है। अपने इस स्वभाव के कारण, उद्योगों से जहाँ कर्मचारियों की संख्या बहुत होती है, बड़े ही लोकप्रिय होते हैं । यदि ये इनके बीच न हों तो ये लोग इनकी बडी कमी अनुभव करते है। धार्मिक एवं सामाजिक
संस्थों में ये अत्यधिक रूचि लेते है । ये समय के बहुत पाबन्द होते है। इनमें प्रगति एवं विकास करने की भावना बहुत होती है । ये चकित कर देने वाले कार्य करते है । तथा असंभव को करना इनका आमोद सा सोता है। ये व्यक्ति सदैव संर्घषरत्त रहते है। इनके विचार अलग प्रकार के होते हैं तथा किसी के साथ कम ही मिलते अथवा मेल खाते हैं । इनकी विचारधारा अनोखी होती है। ये जमाने से बहुत आगे की सोचते है । मूलांक चार वाले भविष्य के लिए त्तत्पर तथा वर्त्तमान को कई बार आँखों से ओझल ही कर देते हैं । इस तरह इनके विरोधी भी बहुत बन जाते हैं । परन्तु मूलांक चार वाले अपनी धुन के पक्के होते हैं और सबका डट कर विरोध करते है। मूलांक चार वालों में गोपनियता का गुण विशेष रूप से होता हैं । मन की बात मन में छुपा कर रखते हैं । बाहरी व्यक्ति तो यथा, स्वयं इनके घर वाले तथा पत्नी, पति आदि तक इनके रहस्य को नहीं समझ सकते। किस समय क्या कर डालें अथवा क्या योजना बना डाले, इनका कोई अनुमान नहीं लग सकता है। अत: इनका व्यक्तित्व अति रहस्मय होता है।मूलांक चार वाले स्त्री, पुरूषों का व्यक्तित्व रहस्मय होने के कारण, इनके आंतरिक भावों को जानकारी प्राप्त कर लेना कोई सरल काम नहीं होता । भेद अथवा राज की बातें ये राज ही रखते है । इनका भेद कोई नहीँ ले सकता। इनके व्यक्तित्व से प्रत्यक्ष दिखाई देता है कि राज की बात है, राज ही रहने दो। मूलांक चार वालों की चित-वृति चंचल रहा करती है। इसकी अन्य लोगों से संघर्ष करने की भी प्रवृत्ति होती है | अन्य लोगों की विचारधारा के विरुद्ध इनके विचार होते है | इस कारण इनके शत्रुओं की सख्या भी कुछ अधिक ही होती है । ये रूढिवादी नहीँ होते । ये लोग सुधारक, पुरानी प्रथा की जगह नईं-नई प्रथा स्थापित करने वाले होते है । राजनैतिक क्षेत्र में भी ये पुरानी प्रथाओं को हटाकर नई-नई प्रथाएं लाने का भरसक प्रयत्न करते रहते है। जैसे पहले बताया गया है कि ये आकस्मिक घटनाएं पैदा करने के लिए प्रसिद्ध माने जाते हैं । अत: मूलांक चार वाले स्त्री पुरूषों के जीवन में भी आकस्मिक घटनाएँ विशेष रूप से घटती है । शुभ घटना हो या कोई लाभ कार्य तो भी आकस्मिक रूप मेँ ही होता है । इनका जीवन तो भी आकस्मिक रूप में ही होते है । इनका जीवन उथल-पुथल ओर संघर्षों से परिपूर्ण होता है । उन्नति के सर्वोच्च शिखर पर तो वह पहुँच जाते हैं । परन्तु दुसरे ही पल इनकी समस्त उन्नति मिट्टी में मिल जाती है मूलांक चार वाले व्यक्ति नई-नई राहें निकालने के इच्छुक होते हैं तथा कई बार तो प्रारम्भिक ढांचा हीँ बदल लेते हैं । ये कईं आडम्बर करते है एवं उचित समय पर दिखावा करना भी पसन्द करतें हैं । इनके शब्द एवं व्यावहारिक कार्य चकित कर देने वाले होते हैं । के 'जीओ और जीने दो' हैं इनका विशेष गुण होता है।
प्राय: यह भी देखा गया है कि मूलांक चार वालों में व्यवहार कुशलता कुछ कम भी होती है । किसी समय किसी को क्या कहना है, उसका वे ध्यान ही नहीं रखते । सामने वाले को जो कहना होता है, स्पष्ट शब्दों में सत्य कह देते हैं, इसके लिए इन्हें कोई भलां-बुरा कहता रहे । मूलांक चार वाले व्यक्ति व्यर्थ की चापलूसी तथा प्रशंसा से भी चिढ जाते हैं । इन्हें जिद्द्दी तथा हठधर्मी कहा जा सकता है। मूलांक चार वाले स्त्री पुरूष शांतचित्त रहें, कम ही देखा गया है । निरन्तर क्रियाशील रहना इनका स्वभाव बन जाता है। इनमें निर्ताय लेने की क्षमता का अभाव सोता है । किसी भी समस्या के समाधान हेतु वे बहुत सोच विचार करते है, पर फिर भी किसी समस्या का समाधान ढूंढ नहीँ पाते, इसमें तो सन्देह नहीं होता कि इनकी सोचने को शक्ति निर्बल नहीं होती । मूलांक चार वालों के दिमाग में प्लैनो अथवा विचारों की भरमार रहती है ।मूलांक चार वाली स्त्रियाँ आगुआ तथा हर प्रकार की जानकारी रखने वाली होती है । ये घर की जिम्मेदारी अपने उपर ले लेती हैं और कभी-कभी ऐसा करके अपना स्वास्थ्य भी खो बैठती हैं । जिन स्त्रियों का मूलांक चार होता है, इनमें मूलांक चार वाली सभी विशेषता सामान रूप में पाई जाती है।
विद्या-मूलांक चार वाले व्यक्ति उत्तम विद्या प्राप्त करते हैं ।कभी-कभी इनका स्वभाव ही विद्या में रूकावट बन जाता है । ये अन्य बल, बिधुत एवं विचित्र विषयों से अधिक रूचि रखते है। गुप्त विद्या इनकी विशेष रूचि सोती है। स्कूल-कॉलेज से अगुआ बनकर ये मार्ग दर्शन भी करते हैं ।
प्रेम विवाह एवं सन्तान-- मूलांक चार वाले व्यक्ति यदि उचित समझे तो बड़े से छोटे, धनी से लेकर निर्धन और अन्य पुरूष स्त्रियों से घुलमिल जाते है । स्त्रियों की ओर इनका विशेष झुकाव होता है जो मूलांक चार वाले रित्रयों का पुरूषों की ओर विशेष झुकाव होता है । प्रेम संबंध अधिक देर नहीं रहते । ये अपने प्रेमीं-प्रेमिका के साथ अच्छा व्यव्हार करते हैं परन्तु कई अन्य कारणों के कारण सम्बन्ध स्थाई कम ही रहतें है। मूलांक चार वालों का स्वाभाविक तौर पर इनका आक्रर्षता मूलांक 1 -2 -4-7 -8 वाले पुरूषों अथवा स्त्रियों की अधिक होता है । कई बार प्रेम विवाह की सम्भावना भी बन जाती है ।मूलांक चार वाले व्यक्तियों के परिवार मेँ अशान्ति ही रहती है । इनका प्रेम विवाह होने की भी सम्भावना होती है । कई परिस्थितियों में जीवन साथी का साथ भी घूट जाता है तथा एकांती जीवन व्यतीत करना पड़ता है । यदि ऐसा नहीं भी होता तो प्राय: पत्नी रोगी रहती है । परिवार के सदस्यों का सनेह भी कम ही मिलता है । घरेलू बात्तावरण में प्राय: कलह वना रहता है । यद्यपि ये एक शानदार महल जैसे घर का तथा उसमें पूरी सुख- सुविधा का स्वप्न देखते हैं, जो साकार भी हो जाता है । किन्तु ये पुन: सपाट मैदान में खडे दिखाई देते है । मूलांक चार के फरवरी 19 से मार्च और अक्तुबर 21 से नवम्बर 20 के बीच जन्मे तथा मूलांक 1 -2-4-7 वाले अच्छे जीवन साथी बन सकते हैं। मूलांक चार वालों के एक लड़का अवश्य होता, प्राय: लड़कों से लड़कियां अधिक होती है। सन्तान का सुख प्राप्त नहीं होता। सन्तान पक्ष से प्राय: हानि ही की संभावना रहती है। मूलांक चार वालों को सन्तान से किसी प्रकार को अपेक्षा नहीँ रखनी चाहिए। व्यावहारिक जीवन में देखा गया है कि मूलांक चार वाले व्यक्तियों का अपने पिता के साथ झगडा भी होता है, और कभी-कभी तो पिता का साथ ही नहीँ मिलता ।
स्वभाव एवं व्यक्तित्व-मूलांक चार वाले व्यक्ति साहसी,व्यवहार-कुशल और चकित कर देने वाली घटनाएं करने में निपुण होते है । ये घमण्डी, अंहकारी, हठी तथा उपद्रवी भी होते हैं । वे घर,बाहर तथा राजनीति आदि हर प्रकार की जानकारी रखते है। ये मनमौजी होते है । यदि इनके मन पर किसी तरह का दुष्प्रभाव पड़ जाए तो फिर धीरे-धीरे ठीक होता है।
पश्चिम ये बहुत करते है परन्तु इनके पल्ले कम ही पड़ता है । इनका जीवन अँधेरे का जीवन नहीं होता । ये बेशक कितना भी छुपे रहे, फिर भी लोग अथवा जनता इन्हें बाहर ले ही आती है । मूलांक चार वाले सभा-सोसाइटी में मुख्य भूमिका निभाते है। ऐसी संस्थाओ से इनका पूर्ण योगदान होता है। ये भरोसे, आश्वासनों एवं भाषणों आदि में कम विश्वास रखते हैं, बरन् कामों को कार्यक्रम देना अधिक पसन्द करते है । भाषण नहीं, ये राशन के पक्ष में होते है। मूलांक चार वाले व्यक्ति आलस, आराम व चाय का नहीं बल्कि काम का साथ देते हैं । इनकों काम करने वाले व्यक्ति पसन्द होते है । ये आलसी व्यक्तियों को पसन्द नहीं करते। यह स्वयं काम करते है और अन्य को भी काम करते रहना देखना चाहते है। अपने इस स्वभाव के कारण, उद्योगों से जहाँ कर्मचारियों की संख्या बहुत होती है, बड़े ही लोकप्रिय होते हैं । यदि ये इनके बीच न हों तो ये लोग इनकी बडी कमी अनुभव करते है। धार्मिक एवं सामाजिक
संस्थों में ये अत्यधिक रूचि लेते है । ये समय के बहुत पाबन्द होते है। इनमें प्रगति एवं विकास करने की भावना बहुत होती है । ये चकित कर देने वाले कार्य करते है । तथा असंभव को करना इनका आमोद सा सोता है। ये व्यक्ति सदैव संर्घषरत्त रहते है। इनके विचार अलग प्रकार के होते हैं तथा किसी के साथ कम ही मिलते अथवा मेल खाते हैं । इनकी विचारधारा अनोखी होती है। ये जमाने से बहुत आगे की सोचते है । मूलांक चार वाले भविष्य के लिए त्तत्पर तथा वर्त्तमान को कई बार आँखों से ओझल ही कर देते हैं । इस तरह इनके विरोधी भी बहुत बन जाते हैं । परन्तु मूलांक चार वाले अपनी धुन के पक्के होते हैं और सबका डट कर विरोध करते है। मूलांक चार वालों में गोपनियता का गुण विशेष रूप से होता हैं । मन की बात मन में छुपा कर रखते हैं । बाहरी व्यक्ति तो यथा, स्वयं इनके घर वाले तथा पत्नी, पति आदि तक इनके रहस्य को नहीं समझ सकते। किस समय क्या कर डालें अथवा क्या योजना बना डाले, इनका कोई अनुमान नहीं लग सकता है। अत: इनका व्यक्तित्व अति रहस्मय होता है।मूलांक चार वाले स्त्री, पुरूषों का व्यक्तित्व रहस्मय होने के कारण, इनके आंतरिक भावों को जानकारी प्राप्त कर लेना कोई सरल काम नहीं होता । भेद अथवा राज की बातें ये राज ही रखते है । इनका भेद कोई नहीँ ले सकता। इनके व्यक्तित्व से प्रत्यक्ष दिखाई देता है कि राज की बात है, राज ही रहने दो। मूलांक चार वालों की चित-वृति चंचल रहा करती है। इसकी अन्य लोगों से संघर्ष करने की भी प्रवृत्ति होती है | अन्य लोगों की विचारधारा के विरुद्ध इनके विचार होते है | इस कारण इनके शत्रुओं की सख्या भी कुछ अधिक ही होती है । ये रूढिवादी नहीँ होते । ये लोग सुधारक, पुरानी प्रथा की जगह नईं-नई प्रथा स्थापित करने वाले होते है । राजनैतिक क्षेत्र में भी ये पुरानी प्रथाओं को हटाकर नई-नई प्रथाएं लाने का भरसक प्रयत्न करते रहते है। जैसे पहले बताया गया है कि ये आकस्मिक घटनाएं पैदा करने के लिए प्रसिद्ध माने जाते हैं । अत: मूलांक चार वाले स्त्री पुरूषों के जीवन में भी आकस्मिक घटनाएँ विशेष रूप से घटती है । शुभ घटना हो या कोई लाभ कार्य तो भी आकस्मिक रूप मेँ ही होता है । इनका जीवन तो भी आकस्मिक रूप में ही होते है । इनका जीवन उथल-पुथल ओर संघर्षों से परिपूर्ण होता है । उन्नति के सर्वोच्च शिखर पर तो वह पहुँच जाते हैं । परन्तु दुसरे ही पल इनकी समस्त उन्नति मिट्टी में मिल जाती है मूलांक चार वाले व्यक्ति नई-नई राहें निकालने के इच्छुक होते हैं तथा कई बार तो प्रारम्भिक ढांचा हीँ बदल लेते हैं । ये कईं आडम्बर करते है एवं उचित समय पर दिखावा करना भी पसन्द करतें हैं । इनके शब्द एवं व्यावहारिक कार्य चकित कर देने वाले होते हैं । के 'जीओ और जीने दो' हैं इनका विशेष गुण होता है।
प्राय: यह भी देखा गया है कि मूलांक चार वालों में व्यवहार कुशलता कुछ कम भी होती है । किसी समय किसी को क्या कहना है, उसका वे ध्यान ही नहीं रखते । सामने वाले को जो कहना होता है, स्पष्ट शब्दों में सत्य कह देते हैं, इसके लिए इन्हें कोई भलां-बुरा कहता रहे । मूलांक चार वाले व्यक्ति व्यर्थ की चापलूसी तथा प्रशंसा से भी चिढ जाते हैं । इन्हें जिद्द्दी तथा हठधर्मी कहा जा सकता है। मूलांक चार वाले स्त्री पुरूष शांतचित्त रहें, कम ही देखा गया है । निरन्तर क्रियाशील रहना इनका स्वभाव बन जाता है। इनमें निर्ताय लेने की क्षमता का अभाव सोता है । किसी भी समस्या के समाधान हेतु वे बहुत सोच विचार करते है, पर फिर भी किसी समस्या का समाधान ढूंढ नहीँ पाते, इसमें तो सन्देह नहीं होता कि इनकी सोचने को शक्ति निर्बल नहीं होती । मूलांक चार वालों के दिमाग में प्लैनो अथवा विचारों की भरमार रहती है ।मूलांक चार वाली स्त्रियाँ आगुआ तथा हर प्रकार की जानकारी रखने वाली होती है । ये घर की जिम्मेदारी अपने उपर ले लेती हैं और कभी-कभी ऐसा करके अपना स्वास्थ्य भी खो बैठती हैं । जिन स्त्रियों का मूलांक चार होता है, इनमें मूलांक चार वाली सभी विशेषता सामान रूप में पाई जाती है।
विद्या-मूलांक चार वाले व्यक्ति उत्तम विद्या प्राप्त करते हैं ।कभी-कभी इनका स्वभाव ही विद्या में रूकावट बन जाता है । ये अन्य बल, बिधुत एवं विचित्र विषयों से अधिक रूचि रखते है। गुप्त विद्या इनकी विशेष रूचि सोती है। स्कूल-कॉलेज से अगुआ बनकर ये मार्ग दर्शन भी करते हैं ।
प्रेम विवाह एवं सन्तान-- मूलांक चार वाले व्यक्ति यदि उचित समझे तो बड़े से छोटे, धनी से लेकर निर्धन और अन्य पुरूष स्त्रियों से घुलमिल जाते है । स्त्रियों की ओर इनका विशेष झुकाव होता है जो मूलांक चार वाले रित्रयों का पुरूषों की ओर विशेष झुकाव होता है । प्रेम संबंध अधिक देर नहीं रहते । ये अपने प्रेमीं-प्रेमिका के साथ अच्छा व्यव्हार करते हैं परन्तु कई अन्य कारणों के कारण सम्बन्ध स्थाई कम ही रहतें है। मूलांक चार वालों का स्वाभाविक तौर पर इनका आक्रर्षता मूलांक 1 -2 -4-7 -8 वाले पुरूषों अथवा स्त्रियों की अधिक होता है । कई बार प्रेम विवाह की सम्भावना भी बन जाती है ।मूलांक चार वाले व्यक्तियों के परिवार मेँ अशान्ति ही रहती है । इनका प्रेम विवाह होने की भी सम्भावना होती है । कई परिस्थितियों में जीवन साथी का साथ भी घूट जाता है तथा एकांती जीवन व्यतीत करना पड़ता है । यदि ऐसा नहीं भी होता तो प्राय: पत्नी रोगी रहती है । परिवार के सदस्यों का सनेह भी कम ही मिलता है । घरेलू बात्तावरण में प्राय: कलह वना रहता है । यद्यपि ये एक शानदार महल जैसे घर का तथा उसमें पूरी सुख- सुविधा का स्वप्न देखते हैं, जो साकार भी हो जाता है । किन्तु ये पुन: सपाट मैदान में खडे दिखाई देते है । मूलांक चार के फरवरी 19 से मार्च और अक्तुबर 21 से नवम्बर 20 के बीच जन्मे तथा मूलांक 1 -2-4-7 वाले अच्छे जीवन साथी बन सकते हैं। मूलांक चार वालों के एक लड़का अवश्य होता, प्राय: लड़कों से लड़कियां अधिक होती है। सन्तान का सुख प्राप्त नहीं होता। सन्तान पक्ष से प्राय: हानि ही की संभावना रहती है। मूलांक चार वालों को सन्तान से किसी प्रकार को अपेक्षा नहीँ रखनी चाहिए। व्यावहारिक जीवन में देखा गया है कि मूलांक चार वाले व्यक्तियों का अपने पिता के साथ झगडा भी होता है, और कभी-कभी तो पिता का साथ ही नहीँ मिलता ।
Pt.P.S.Tripathi
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