आज के उपभोक्तावादी युग में उत्पादों को जन-जन तक पहुचाने और उनके प्रचार को बढ़ावा देने आदि की होड़ भी दिख रही है । ऐसे में हर संस्था को मार्केटिंग उच्च स्तर की करनी पड़ रही है | माकेर्टिंग करने के लिए अब उच्चस्तर के व्यावसायिक शिक्षा की -आवश्यकता देखी जा रही है और इससे संबंधित शिक्षा के लोगों की ज्यादा से ज्यादा प्रलोभन देकर माकेर्टिंग क्षेत्र में कार्य करने हेतु प्रित्साहित किया जा रहा है । उपायों की नवयुवा पीड़ी भी उसी तरह की शिक्षा कर माकेर्टिंग जैसे व्यवसाय को अपनाने के लिए लालायित दिख रहा में है | समाज में भी इसका महत्व बढता जा रहा है । परन्तु हर नवयुवक इस क्षेत्र में सफलता पूर्वक कार्य नहीं कर पा रहा है, केवल कुछ युवक ही इसको अच्छे तरीके से करते हुए अपनी आजीविका का मुख्य साधन बनाये हुए है । यह सब करने के लिए जातक की कुंडली में इससे संबंधित कारक ग्रह एवं ग्रह योग का होना अति आवश्यक होता है | इस व्यवसाय के लिए बुध, बुध की राशियां, शुक्र एव उसकी राशियां, प्रेरक ¸ राहु, जनता कारक शनि एवं उत्साह कारक मंगल का अच्छी स्थिति से होना आवश्यक समझा गया है । कुंडली में व्यवसाय कारक बुध अपनी स्वराशि का होकर कर्मेश के साथ संबंध करें शुक्र स्वगृही अच्छी स्थिति में हो, लग्नेश लाभ या धन भाव से संबंध करें, जनता कारक शनि का संबंध कर्म भाव से हो एवं प्रेरित करने वाले राहु का लग्न या कर्म भाव से किसी भी प्रकार का संबंध बनता हो, तो जातक मार्केटिंग के क्षेत्र में कार्य करने की रुचि रखता है। धनेश और लाभेश की युति केन्द्र में होकर लग्न को प्रभावित को, राहु रुप से कर्म भाव को प्रभावित बरे, बुध लग्नेश से दाट हो, शुक्र धन या लाभ में हो और राहु किसी भी रुप में बुध को प्रभावित करे, तो जातक मार्केटिंग के क्षेत्र में कार्य करता है।4. यदि कुंडली से माकेंटिंक कारक बुध धनेश होकर लगन को प्रभावित करे जनता कारक शनि से भी यही बुध प्रभावित हो लग्नेश के रूप में शुक्र त्रिकोंण मेँ बली हो तथा लाभेश व घुमक्कड़ प्रवृत्तिकारी भाव 12 का स्वामी किसी भी रुप में जनता कारक शनि और कर्मभाव या लाभभाव को प्रभावित करे, तो भी जातक घूम-घूम कर मार्केटिंग के काम में सफलता अर्जित करता है । यदि किसी भी रुप में लग्न और लग्नेश का संबंध जनता कारक शनि से हो, लग्न राहु से प्रभावित हो तथा व्यापार कारक बुध मन कारक चन्द्रमा से प्रभावित हो,भाग्येश जनता कारक भाव 4 में स्थित होकर कर्मभाव को प्रभावित करे, लग्नेश लाभ भाव या धनाभाव या कर्मभाव को दृष्टि से प्रभावित करें एवं शुक्र दशमेश से संबंध करे, तो जातक मार्केटिंग क्षेत्र में सफल कार्य करता है ।
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