Friday, 9 October 2015

चार्टेड अकाउंटेंट बनने के ग्रह योग

आज के युग में बड़े-बड़े उद्योगपति एवं व्यवसायी उद्योग का इतना प्रसार कर चुके होते हैं कि संपूर्ण हिसाब-किताब, नफा-नुकसान का आंकलन करना संभव नहीँ हो पाता । सरकारी टेक्स के इतने कानूनी पहलू होते हैं, जिसके कारण हर व्यक्ति को अपने आय-व्यय का सही सही हिसाब कर टेक्स भरना मुश्किल हो रहा हैं। इन्हीं सब कारणों के कारण आज़ चार्टेंड एकाउंटेन्ट की महत्ता बढती जा रही है । चार्टेट एकांउटेन्ट बनने के लिए व्यक्ति को कामर्स व गणित विषय के साथ व्यवसायिक संस्थानों में व्यवहारिक ज्ञान लेना पड़ता है ।इसकी परीक्षा पास करना कठिन भी होता है और सभी के लिए यह संभव नहीं हो पाता कि वह चार्टेट एकाउंटेन्ट पास कर किसी व्यवसायिक संस्था या स्वतंत्र व्यवसाय के रुप में दक्षता पूर्वक कार्य कर सके । चार्टेट एकांउन्टेन्ट का व्यवसाय इस भौतिक युग में अत्याधिक प्रतिष्ठा, धन व शोहरत का पर्याय बन क्या है । इस व्यवसाय की ओर आज की युवा पीड़ी अत्याधिक रुझान दिखा रही है। आखिर ग्रहयोगों का ही खेल है कि सभी लोग इस व्यवसायिक शिक्षा को नहीं पढ़ पाते और न ही इस व्यवसाय में सफ़लता अर्जित कर पाते हैं । सफल चार्टड एकाउंटेट बनने के लिए जातक की कुंडली में बुद्धिकारक बुध, ज्ञानकारक गुरू, गणित कारक मंगल,शनि एवं उत्प्रेरक शुक्र, रुचिवर्धक चंद्रमा का अच्छा होना अनिवार्य होता है । बुध की राशि मिथुन लग्न या रशि हो और बुध स्वग्रही लग्न में सूर्य के साथ बुधदित्य योग बना कर जातक को प्रखर बुद्धि का स्वामी बनाता है, जो कि इस व्यवसाय के लिए आवश्यक होता है।
कुंडली में उपरोक्त ग्रहों के अतिरिक्त लग्नेश,दशमेश,पंचमेँश,भाग्येश, लाभेश, धनेश ये सभी अत्यन्त महत्व रखते है । क्योंकि इन सब की शुभ स्थिति के कारण ही जातक को उच्चस्तर का व्यवसाय उच्चशिक्षित कर अधिक लाभ अर्जन करते हुए प्रतिष्ठा देते है । यदि कुंडली में बुध सूर्य के साथ युति कर बुध की लग्न में बुधादित्य योग बनाये, गुरू एवं धनेश चंद्र की युति धन भाव में गजकेशरी योग बनाये, भाग्येश शनि दशम में हो पंचमेश शुक्र कहीं बैठकर भाग्य भाव पर दृष्टि दे है लाभेश पंचम में होकर लाभ भाव व एकादस्थ राहु को देखे, तो ऐसा जातक बुद्धिवान, चतुर, धनवान, ख्यातिप्राप्त चार्टेड एकांउंटेन्ट बन सकता है। शनि की राशि मकर लग्न हो और यह लग्नेश शनि जनता कारक भाव चतुर्थ में होकर दशमस्थ यश कारक सूर्य-भाग्येश बुध-ज्ञान कारक गुरु-पंचमेश व दशमेश शुक्र की युति पर दष्ट करें, जनता के घर का स्वामी एवं लाभेश मंगल भाग्यभाव में हो,अचानक धन कारक राहु मूल त्रिकोंण कुंभ का धनभाव में होकर दशम पर दृष्टि को, तो ऐसा जातक ख्याति प्राप्त, उच्चस्तर का धनवान योग्य सफ़ल चार्टेट एकांउटेन्ट होता है ।बुद्धिकारक बुध सूर्य से युति कर गुरु की राशि मीन लग्न में बुघादित्य योग बनाये और उस पर लग्नेश गुरु की पंचम में बैठकर दृष्टि हो, दशम में भाग्येश मंगल हो,लाभेश शनि पंचमेश चन्द्र -राहु के साथ बैठकर पराक्रमेश शुक्र एवं गुरू से दृष्ट हो, तो ऐसा जातक एक सफल चार्टेड एकांउंटेन्ट होता है ।बुध की राशि का लग्न हो और लग्नेश बुध लाभेश मंगल के साथ दशम में गुरु की राशि मीन में हों, पंचमेश शुक्र भाग्यभाव में उच्चाभिलाषी होकर केतू के साथ हो एवं भाग्येश शनि-राहु का आपस में दृष्टि संबंध हो, दशमेश गुरू उच्चराशि का धनभाव में तथा पराक्रमेश सूर्य उच्च का लाभ भाव में हो, तो ऐसा जातक गणित-कामर्स जैसे विषय पढ़ते हुए चार्टेड एकाउंटेन्ट बनकर बड़ी संस्था में कार्य करता है ।बुध-सूर्य युति होकर बुधादित्य योग मिथुन राशि दशम में हो, चतुर्थेश गुरु पंचम शनि के साथ पंचम भाव में बैठकर लाभ स्थान पर उच्च की दृष्टि करें लाभेश चंद्र केन्द्र में गुरु की राशि में हो, पराक्रमेश वाल राहु के साथ व्यय भाव में होकर अपने ही पराक्रम भाव को देखे |

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