मंगल चतुर्थ भाव में स्थित हो तो...
- सोना, चांदी, तांबा तीनों मिलाकर अंगूठी पहनें।
- विधवा स्त्रियों को धन का दान करें।
- बहते पानी में रेवडिय़ां बहाएं।
- चावल को दूध में धोएं और 7 मंगलवार तक नहीं में बहाएं।
- अपनी माता की सेवा करें। साधु-संतों तथा बंदरों को खाना खिलाएं।
- सोना, चांदी, तांबा तीनों मिलाकर अंगूठी पहनें।
- विधवा स्त्रियों को धन का दान करें।
- बहते पानी में रेवडिय़ां बहाएं।
- चावल को दूध में धोएं और 7 मंगलवार तक नहीं में बहाएं।
- अपनी माता की सेवा करें। साधु-संतों तथा बंदरों को खाना खिलाएं।
मंगल पंचम भाव में स्थित हो तो...
- रात को सोते समय सिर के पास पानी का बर्तन भरकर रखें और सुबह पेड़-पौधों में वह पानी डाल दें।
- अधार्मिक कार्यों से बचें।
- दूध तथा दूध से बनें खाद्य पदार्थ दान करें।
- रात को सोते समय सिर के पास पानी का बर्तन भरकर रखें और सुबह पेड़-पौधों में वह पानी डाल दें।
- अधार्मिक कार्यों से बचें।
- दूध तथा दूध से बनें खाद्य पदार्थ दान करें।
मंगल षष्ठम भाव में स्थित हो तो...
- बच्चों को सोना नहीं पहनाएं।
- शनिदेव की विशेष पूजा अर्चना करें।
- हनुमानजी को सिंदूर-तेल चढ़ाएं।
- कन्याओं को दूध, चांदी का दान दें।
- अमावस्या को धर्म स्थान में खीर व मीठा भोजन दान करें।
- बच्चों को सोना नहीं पहनाएं।
- शनिदेव की विशेष पूजा अर्चना करें।
- हनुमानजी को सिंदूर-तेल चढ़ाएं।
- कन्याओं को दूध, चांदी का दान दें।
- अमावस्या को धर्म स्थान में खीर व मीठा भोजन दान करें।
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