Friday, 11 September 2015

मूलांक 1: जीवन,विद्या,आपसी रिश्ते

विद्या-जिन स्त्री पुरूषों का मूलांक एक होता है वह अच्छी विद्या प्रांप्त करते हैं । ये डिग्रियां प्राप्त करते हैं तथा खोज, अनुसंधान अदि में भी रूचि लेते है और सफल भी होते है। स्कूलों या कालेजों में युनियानों के प्रधान जाम देखे गये हैं । अध्यापक तथा साथी, विद्यार्थी इनका मान-सम्मान करते है । विद्या के क्षेत्र में वे कई सम्मान प्राप्त करते है। ये अत्पधिक उत्साही होते हैं, परीक्षाएं अच्छे नंबरों से पास करते है तथा परीक्षाओं में असफलता अथवा निराशा कम ही मिलती है । प्रतियोगिताओं का परिणाम भी प्राय: इनके पक्ष में ही होता है । हठी और (अड़ियल स्वभाव के कारण विद्या का योग मध्यम भी बन जाता है, इसमें अधिक इनका ही दोष सोता है । विद्या का योग मध्यम भी हों, फिर भी इनकी बौद्धिक प्रतिभा विलक्षण होती है तथा यह उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष स्थान तथा सम्मान पाते हैं ।
भाई बहन, मित्र शत्रु-मूलांक एक अगले सभी अंकों का आधार है। यह सारे अंको में अग्रनी है । अत: भाईयों में साधारण तथा में बड़े होते हैं एवं प्रत्येक कार्य में इनकी राय ली जाती है । अपने भाई बहनों की ये पूरी सहायता करते है परन्तु इनकी सहायता कोई कम ही करता है। यहाँ तक भी देखा गया है कि इनको परेशान करने तथा हानि पहुँचाने का यत्न किया जाता है। सम्बन्धी भी इन्हें हानि पहुँचाते है हांलाकि ये सब सम्बन्धियों के लिए कुछ-न-कुछ करते रहते है। ये व्यक्ति फिर भी भलाई और उपकार करते रहते है।
मूलांक एक वाले व्यक्ति मित्रों के मित्र होते हैं । इनका मन साफ़ होता है। जिससे मित्रता करते है, पूरी करते हैं तथा उसे पूरी तरह निभाते हैं परन्तु जिससे शत्रुता करते हैं, भी पक्की करते है। जिससे इनकी शत्रुता हो जाये तो ये शत्रु का दमन किए बिना चैन से नहीँ सोते हैं । इनके मित्रों का घेरा बडा विशाल होता है, परन्तु इनमें अधिकतर चापलूस ही होते है । ऐसे मित्रों से इन्हें कम ही लाभ होता है तथा कई मित्र तो हानि तथा धोखा भी देते हैं । क्योंकि इनकी मित्रता, स्नेह अथवा प्रेम दृढ़ होता है, अत: ये शत्रुता भी फिर दृढ़ ही करते हैं । यदि इनके समक्ष घुटने टेक दिए जाएं तो ये मुस्करा कर क्षमा भी कर देते हैं । मूलांक एक का मूलांक 2-4-7 वाले स्त्री पुरूषों की ओर स्वाभाविक आकर्षण देखा गया है। अतः मूलांक एक वालों के मूलांक 2-4-7 वाले अधिकांश मित्र होते है । प्राय: 4- 1 - 3-5 -7-9 मूलांक वाले भी इनके मित्र देखे गए हैं । मूलांक 8 वालों की मूलांक एक वाले व्यक्तियों से व्यवहारिक जीवन में शत्रुता देखीं गयी है।
प्रेम, विवाह एवं सन्तान-मूलांक एक वाले स्त्री पुरुष उपर से सख्त एवं रूखे लगते है परन्तु अन्दर से यह कोमल तथा प्रेम के भूखे होते हैं । इनके व्यक्तित्व के कारण भी इनकी ओर आकर्षण होता है । इनका प्रेम सम्बन्ध स्थाई और पक्का होता है । प्रेमी/प्रेमिका का यदि विवाह न हो पाए तो भी इनके सम्बन्ध बने रहते हैं और एक दूसरे की
सहायता को तत्पर रहते हैं । मूलांक एक वाले धन से अधिक प्रेम को महत्व देते हैं ।
कुछेक मूलांक एक वाले प्रेम के क्षेत्र में सन्देह के कारण असफल भी रहते हैं । कईं बार ये एक को खोलकर दूसरे के पीछे लग जाते है, अत: सफल प्रेमी "नहीं बन पाते। सन्देह के कारण सारा मामला ही गड़बड़ हो जाता है।
ये धीर स्वभाव, पूर्ण वफादार तथा (आज्ञाकारी पत्नी पसन्द करते है । ये घर में पूर्ण सलीका और अनुशासन पसन्द करते से । ये चाहते है
कि परिवार के सदस्य इनका कहना माने, यहाँ तक कि ये नौकरों-चाकरों पर भी आदेशों की झडी लगा देते हैं । यदि कोई भी किसी तरह उनका विरोध करता है तो ये गृह में युद्ध जैसा वातावरण पैदा कर देते हैं । इनके अड़ियल स्वभाव, घमण्ड एवं अहंकार के कारण भी पारिवारिक खुशी कम ही नसीब होती से । इनका दांपत्य जीवन कम ही सुखी रहा करता है, गृह-कलह बना ही रहता हैं। मूलांक एक वालों पर प्रेम सम्बन्धों के आरोप भी लगते रहते हैं ।
यदि कहीँ मूलांक एक वाले को पत्नी भी मूलांक एक वाली मिल जाए या मूलांक एक वाली स्त्री को पति भी मूलांक एक वाला मिल जाए तब तो अवश्य ही गृह-कलेश रहता है और तलाक तक की सम्भावना बन जाती है ।
मूलांक एक वाले पुरुष अधिकतर अकेले तथा मूलांक एक वाली स्त्रियाँ अधिकतर अकेली या विधवा देखीं गई हैं। मूलांक एक वालों का 22 जुलाई से 21 अगस्त, नवम्बर 22 से दिसम्बर 20 तथा मार्च 21 से अप्रैल 20 के बीच जन्म लेने वाली स्त्रियों तथा मूलांक
एक वाली स्त्रियों का इस समय के बीच जन्म लेने पुरुषों के प्रति स्वाभाविक आकर्षण होता है और कई बार ये विवाह बन्धन में भी बन्ध जाते है ।

प्राय: इनका एक पुत्र अवश्य होता हैं। सन्तान के कारण इन्हें परेशानी भी झेलनी पड़ती है । साधारणतया इनके सन्तान कम ही होती है । ये बच्चों को बहुत चाहते हैं परन्तु यह प्यार को कम प्रकट करते हैं । अत: पुत्र अथवा सन्तान, पितृ-प्रेम की कमी अनुभव करती है । सन्तान का पालन-पोषण अधिकतर मां ही करती है । यदि कहीँ पुत्र का संयोग
से 8 मूलांक दो तो पिता-पुत्र मतभेद अवश्य ही जाते है ।
घर में नये-नये वाहन रखना इनकी लालसा होती है । घर में ये शान-ओ-शौकत का सामान पसन्द करते हैं । मोती एवं बहुमूल्य रत्नों को घर की शान समझते हैं तथा ये इन्हें धारण करके अथवा पहन कर इनका प्रदर्शन भी करते रहते हैं । अच्छी, श्रीमती तथा रौबदार पोशाक इन्हें अपने कार्य से समय निकालकर घर गृहस्थ को भी खबर सुध लेनी चाहिए।

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