यदि शनि मृगशिरा नक्षत्र के पहले चरण में हो तो जातक लंबा, सिकुड़े कंधों वाला तथा घुंगराले बालों से युक्त काले रंग का होता है । उसकी पत्नी कुलटा होती है| उसका स्वास्थ्य अंतिम समय तक खराब ही रहता है । ऐसे जातक को धन का आभाव सदैव सालता रहता है ।
यदि शनि दुसरे चरण में हो तो जातक बहुत खर्चीला एवं बुरी संगत में रहकर धन को बर्बाद करने वाता होता है । वह अपना काम खुद बिगाड़ता है, अत: सफलता उससे कोसों दूर रहती है। उसका अंतिम समय धनाभाव में बीतता है ।
यदि तीसरे चरण में शनि हो तो जातक सरकारी सुरक्षाकर्मी होता है । उसकी केवल एक संतान होती है । वह जीवन भर उतार-चढाव करता रहता है ।
यदि चौथे चरण में शनि हो तो जातक को विकलांगता का शिकार होना पड़ता है । यह गुप्त रूप से पाप कर्म करने वाला तथा श्वास रोगी होता है ।
यदि शनि दुसरे चरण में हो तो जातक बहुत खर्चीला एवं बुरी संगत में रहकर धन को बर्बाद करने वाता होता है । वह अपना काम खुद बिगाड़ता है, अत: सफलता उससे कोसों दूर रहती है। उसका अंतिम समय धनाभाव में बीतता है ।
यदि तीसरे चरण में शनि हो तो जातक सरकारी सुरक्षाकर्मी होता है । उसकी केवल एक संतान होती है । वह जीवन भर उतार-चढाव करता रहता है ।
यदि चौथे चरण में शनि हो तो जातक को विकलांगता का शिकार होना पड़ता है । यह गुप्त रूप से पाप कर्म करने वाला तथा श्वास रोगी होता है ।
No comments:
Post a Comment