महालक्ष्मी का पूजन सुख-समृद्धि की प्राप्ति कराता है। वैभव लाता है। महालक्ष्मी के पूजन में निम्न में से किसी भी एक मंत्र का जप 108 बार करना चाहिए।
श्री महालक्ष्मी के पूजन के सरल मंत्र
महालक्ष्मी पूजन के दो सरल मंत्र हैं। जिनका उच्चारण भी सरल है। महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए रोज इन मंत्रों का जप किया जा सकता है।
श्री महालक्ष्म्यै नमः।
ऊँ महालक्ष्म्यै नमः।
महालक्ष्मी पूजन के दो सरल मंत्र हैं। जिनका उच्चारण भी सरल है। महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए रोज इन मंत्रों का जप किया जा सकता है।
श्री महालक्ष्म्यै नमः।
ऊँ महालक्ष्म्यै नमः।
श्री महालक्ष्मी के अन्य मंत्र-
शास्त्रों में देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के कई मंत्र हैं। जिनमें से तीन मंत्र इस प्रकारहैं। इन मंत्रों को तीव्र असरकारी कहा गया है। लेकिन उच्चारण में कठिन है। इसलिए प्रशिक्षित होने पर ही इन मंत्रों का जाप करें।
ऊँ श्रीं श्रियै नमः।
श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा ।
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्म्यै नमः।
शास्त्रों में देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के कई मंत्र हैं। जिनमें से तीन मंत्र इस प्रकारहैं। इन मंत्रों को तीव्र असरकारी कहा गया है। लेकिन उच्चारण में कठिन है। इसलिए प्रशिक्षित होने पर ही इन मंत्रों का जाप करें।
ऊँ श्रीं श्रियै नमः।
श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा ।
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्म्यै नमः।
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