Monday, 31 August 2015

कुंडली में समाज सेवा का करक ग्रह "बुध"

समाज के लिए कुछ करने का जज्बा होना वह भी बिना किसी लाभ के। ऐसा कुछ लोगों में ही देखने को मिलता है। ऐसे लोग होते है वह नि:स्वार्थ बिना किसी प्रपंच के पशु, पक्षी, असहाय मनुष्यों की मदद करते हैं। यह गुण उनमें जन्मजात होता है। जिन जातकों की पत्रिका में बुध लग्न दशम, एकादश भाव में स्थित होता है। चाहे वह उच्च का हो या नीच का शत्रु राशि में हो या मित्र राशि में वह व्यक्ति सामाजिक रूप लोगों की सेवा करता ही है , तथा उसे अपना नाम ऊंचा करने का भी कोई लालच नहीं होता। बुध कर्म स्थान में स्थित होने पर जातक सामाजिक रूप से प्रतिष्ठित भी होता है, तथा अपने कार्यों द्वारा वह सबसे प्रशंसा भी पाता है। उसके समर्थक के साथ-साथ उसके विरोधी भी बहुत होते हैं, परंतु वह उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाते।सामाजिक रूप से सफलता प्राप्त करने में बुध के साथ शुक्र भी अहम भूमिका अदा करता है। शुक्र वैभवशाली ग्रह है। अत: इसके सहयोग से सामाजिक क्षेत्र में प्रतिष्ठा भी प्राप्त होती है तथा सामाजिक क्षेत्र में कई पुरस्कारों की प्राप्ति होती है।

No comments: