Monday, 31 August 2015

कृतिका नक्षत्र और शनि

यदि शनि कृतिका नक्षत्र के पहले चरण में हो तो जातक दीर्घायु, आलसी, पिता से द्वेष रखने वाला, मध्यम धन-संपत्ति वाला है सांवले रंग का तथा दुबला-पतला होता है । वह महत्वाकांक्षी, बड़े-बड़े कार्य करने वाला और कठोर हृदय का होता है। उसके दांत खराब होते हैं तथा अपच व अजीर्ण की शिकायत बनी रहती है। यदि दूसरे चरण में शनि हो तो जातक पारिवारिक जीवन से दुखी और अशांत वस्तावस्पा में जीने वाला होता है । वह अधिक आयु को पत्नी जाला अथवा विवाहेतर संबंध रखते काला होता है । तीसरे चरण में शनि के होने से जातक नपुंसक और कमजोर इच्छा वाला होता है। कृषि द्वारा आय से उसकी आजीविका चलती है । चौथे चरण में शनि के होने पर भी जातक को स्थिति प्राय: यहीं होती है ।

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