Saturday, 29 August 2015

ज्योतिष में पूर्णिमा का महत्व

29 अगस्त शनिवार को पूर्णिमा है और इसी दिन रक्षाबंधन भी है। ज्योतिष में पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन किए गए उपायों से सभी दुख दूर हो सकते हैं और कार्यों में सफलता मिल सकती है। यहां जानिए शनिवार की पूर्णिमा पर कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं...
पहला उपाय- भगवान को बांधे राखी
रक्षाबंधन पर बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है। रक्षा सूत्र यानी रक्षा का सूत्र। ये सूत्र भाई को इस बात का हमेशा ही अहसास कराता रहता है कि उसे बहन की रक्षा करनी है। इसी प्रकार हम भगवान को भी रक्षा सूत्र बांध सकते हैं। रक्षा सूत्र बांधते समय में भगवान से प्रार्थना करें कि वे सभी परेशानियों से आपकी रक्षा करें।
दूसरा उपाय- लक्ष्मी की पूजा करें
पूर्णिमा तिथि पर महालक्ष्मी के लिए विशेष पूजन किया जाता है। महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस शनिवार मंदिर जाएं और लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाएं। प्रतिमा के सामने सुगंधित अगरबत्ती और दीपक जलाएं। यदि आप चाहें तो लक्ष्मी का पूजन घर पर भी कर सकते हैं। लक्ष्मी पूजन में दक्षिणावर्ती शंख, कमल गट्टे, गोमती चक्र भी रखें।
लक्ष्मी मंत्र- महालक्ष्मी च विद्महे, विष्णुपत्नी च धीमहि। तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्।।
पूजा करते समय इस मंत्र का जप करें। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए। जप के लिए कमल गट्टे की माला का उपयोग करें।
तीसरा उपाय- दीपक जलाएं
पूर्णिमा को सूर्यास्त के बाद किसी शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग के पास दीपक जलाएं। यदि आप चाहें तो हनुमानजी के सामने भी दीपक जला सकते हैं। यह नियमित रूप से करते रहना चाहिए।
चौथा उपाय- सुहाग का सामान दान करें
इस दिन किसी गरीब विवाहित स्त्री को सुहाग का सामान दान करें। सुहाग का सामान जैसे चूड़ियां, साड़ी, कुमकुम, बिंदी आदि। इस उपाय से लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त होती है।
पांचवां उपाय- शनि को तेल चढ़ाएं
शनिवार शनिदेव की पूजा का विशेष दिन है। इस दिन शनि के लिए तेल का दान करें और शनि की प्रतिमा पर तेल चढ़ाएं। तेल का दान करने से पहले तेल में अपनी परछाई देख लेना चाहिए। ऐसा करने से शनि के दोष शांत होते हैं।

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