Monday 13 April 2015

यश-अपयश


हस्तरेखाओ के माध्यम से व्यक्ति के चरित्र का चित्रण भी बहुत अच्छी तरह से किया जाता है। हाथ की लकीरों को देखकर हस्तरेखा के विद्वान यह बता सकते हैं कि हाथ की वह कौन सी रेखाएँ अथवा चिन्ह हैं जिनसे व्यक्ति के गुण-अवगुण दिखाई देते हैं। आईये हम यहां देखते हैं कि ऐसी कौन सी रेखाएं है कि जिनसे यश और अपयश का योग बनता है...
यश योग:
* हाथ में स्थित गुरु-प्रधान व सूर्य-प्रधान व्यक्ति के कुमार्ग पर चलने की संभावना नहींं होती है. ऐसे लोग किसी भी तरह से बुरे कामों से संबंध नहींं रखते हैं. ऐसा कोई काम नहींं करते हैं जिसे करने से वह बदनामी के घेरे में आएं।
* जिस व्यक्ति के नाखूनों का आकार गोल होता है, वह व्यक्ति मित्रता के सभी कर्तव्य निभाता है और ऐसे व्यक्ति को अच्छे मित्रता के लिए यश की प्राप्ति होती है।
* नाखूनों में गुलाबी रंग की चमकीली आभा व्यक्ति के सहृदय को दिखाती है। ऐसा व्यक्ति अच्छे दिल वाला होता है और ऐसे व्यक्ति की पहचान खुले दिल के तौर पर होती है।
* यदि किसी व्यक्ति के हाथ में हृदय रेखा और मस्तिष्क रेखा, शाखाओं से युक्त हो लेकिन उनकी शाखाएँ एक-दूसरे से टकराती ना हों, साथ ही इन दोनों मुख्य रेखाओं के बीच फासला भी अच्छा हो तब ऐसा व्यक्ति सदगुणों से भरा होता है।
* हाथ की रेखाएँ पतली हों और बिना किसी दोष के स्थित हों तो ऐसा व्यक्ति सदगुणी होता है।
* व्यक्ति के हाथ में मंगल रेखा पतली हो और वह जीवन रेखा से दूर हो, हाथ में गुरु मुद्रिका बनी हो या हाथ में गुरु पर्वत पर क्रॉस बना हो या गुरु पर्वत पर आड़ी, तिरछी अथवा खड़ी रेखा बनी हो तो ऐसे व्यक्ति के अंदर बहुत से गुणों का भंडार होता है, और ऐसे व्यक्ति को सभी लोग पसंद करते हैं।
* यदि हाथ में सीधी तथा लंबी अंगुलियाँ हों और जब हाथ को फैलाएँ तब यह अंगुलियाँ जापानी पंखे की तरह अलग-अलग फैल जाएँ तथा इन सभी अंगुलियों का झुकाव हथेली से बाहर की ओर हो, तो व्यक्ति यश अवश्य प्राप्त करता है।
अपयश योग:
किसी-किसी जातक को जीवन में हमेशा अपयश का ही सामना करना पड़ता है। नीचे कुछ ऐसी रेखाओं की चर्चा की गई है जिनके योगों से व्यक्ति अपयश को प्राप्त करता है। आईये देखते हैं क्या हैं वे रेखाएं और चिह्न:
* जिन व्यक्तियों के हाथ में बुध पर्वत विकसित होता है वह व्यक्ति कुछ ज्यादा ही चतुर होते हैं और ज्यादा चतुराई के कारण लोग उन्हें बुरा बोलते हैं।
* जिनकी कनिष्ठिका अंगुली लंबी और मोटी होती है अथवा टेढ़ी होती है ऐसे व्यक्ति बहुत चालाक होते हैं। ऐसे व्यक्ति बहुत जल्दी कुमार्ग पर जा सकते हैं जिसके कारण उनके जीवन में अपयश आती है।
* व्यक्ति कि हथेली में सूर्य रेखा पर धब्बे या गड्ढे हों या क्रॉस का निशान बना हो तब व्यक्ति के एक उम्र विशेष में बदनामी के योग बनते हैं। यदि इसके बाद भी सूर्य रेखा बन रही हो तब कुछ समय मानसिक परेशानी के बाद सब कुछ शांत हो जाता है।
* यदि किसी के हाथ में अन्य उपरोक्त दोषों के साथ बुध रेखा लहरदार हो या बुध पर्वत पर जाल बना हो या बुध पर्वत पर स्टार जैसा निशान बना हो तब ऐसा व्यक्ति अपयश प्राप्त कर सकता है।
* हाथ में तर्जनी अंगुली छोटी है और गुरु पर्वत दबा हुआ हो तब बदनामी के योग बनते हैं।
* अन्य दोषों के साथ व्यक्ति का हाथ पतला भी हो तब बदनामी के योग बनते हैं।
* हाथ में शनि रेखा मोटी हो या दूषित हो तब भी अपयश मिल सकता है।
* यदि शनि रेखा मध्यमा अंगुली के तीसरे पोर तक प्रवेश कर जाए तब बुढ़ापे में अपयश मिलने की संभावना बनती है।
* यदि किसी व्यक्ति के हाथ में दूषित मस्तिष्क रेखा हो तब भी अपयश मिलने की संभावना बनती है।
* हाथ में हृदय-रेखा बनी ही ना हो या फिर हृदय रेखा छोटी हो तब भी अपमान मिलने की संभावना बनती है।
* हाथ में मंगल रेखा की एक शाखा चंद्र पर्वत तक जा रही हो और व्यक्ति का हाथ गुदगुदा हो या पतला हो तब ऐसे व्यक्ति को व्यसन की आदत होती है, जिसके कारण उसे अपयश प्राप्त होता है।
* यदि हाथ में मंगल रेखा की एक शाखा चंद्र पर्वत पर जा रही हो और व्यक्ति का हाथ भारी व सख्त हो तब वह अत्यधिक कामी हो सकता है, जो उसके जीवन में कई बार अपयश दिलाता है।

Pt.P.S Tripathi
Mobile no-9893363928,9424225005
Landline no-0771-4035992,4050500

Feel Free to ask any questions in

No comments: