महालक्ष्मी के आठ स्वरुप है। लक्ष्मी जी के ये आठ स्वरुप जीवन की आधारशिला है। इन आठों स्वरूपों में लक्ष्मी जी जीवन के आठ अलग-अलग वर्गों से जुड़ी हुई हैं। इन आठ लक्ष्मी की साधना करने से मानव जीवन सफल हो जाता है।
ऊँ आद्य लक्ष्म्यै नम :
ऊँ विद्यालक्ष्म्यै नम :
ऊँ सौभाग्य लक्ष्म्यै नम :
ऊँ अमृतलक्ष्म्यै नम :
ऊँ काम लक्ष्म्यै नम :
ऊँ सत्य लक्ष्म्यै नम :
ऊँ भोग लक्ष्म्यै नम :
ऊँ योग लक्ष्म्यै नम :
इस साधना को पुष्य नक्षत्र,पूर्णिमा,गुरुवार,धनतेरस,दीपावली जब भी धन की जरुरत हो फ़ौरन इनकी साधना की सकती है
Pt.P.S Tripathi
Mobile no-9893363928,9424225005
Landline no-0771-4035992,4050500
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