Thursday 3 November 2016

रचनात्मकता और ज्योतिष

रचनात्मकता का अर्थ है किसी भी कार्य को चिंतन के रूप में करना अथवा किसी भी कार्य को अत्यधिक प्रेम से करना। रचनात्मकता हर पल कुछ नया सीखने एंव प्रत्येक कार्य को उत्साह के साथ बेहतर तरीके से करने की आदत है। कार्य चाहे छोटा हो या बड़ा, रचनात्मकता उसमें नए रंग भर देती है। किसी व्यक्ति में पेंटिंग तो किसी में संगीत, किसी को अच्छी कहानी या कविता का हुनर तो कोई बहुत अच्छा खाना बना सकता है। यह सारी कला रचनाशीलता द्वारा आती है। राहु के कारण व्यक्ति में रचनात्मकता का हुनर आता है। यदि राहु लग्न, तीसरे, पंचम, एकादश अथवा द्वादश स्थान में हो तो ऐसा व्यक्ति कल्पनाशील होता है और उसके जीवन में कुछ रचनात्मकता जरूर होती है, किंतु वहीं पर ऐसा व्यक्ति तार्किक क्षमता में कमजोर होता है अतः यदि आपके बच्चे को रचनात्मक कार्य में रूचि हो तो उसे जबरदस्ती गणित या फिजिक्स लेकर पढ़ने के लिए ही कोशिश ना करें, इसकी अपेक्षा उसके लिए उसकी रूचि के क्षेत्र में रचनात्मकता का विकास करें, इसके लिए देखें कि उसके राहु की स्थिति क्या है और उसके अनुसार उस राहु का साकारात्मक उपयोग कर उसकी रचनात्मकता का उपयोग उसके कैरियर के क्षेत्र के लिए किया जा सकता है।

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