Friday 4 November 2016

असफल होने का मूल कारण जाने ज्योतिषीय गणना

हर व्यक्ति का व्यवहार तय होता है और वह अपने व्यवहार के अनुसार ही हर कार्य तथा निर्णय करता और लेता है और व्यक्ति की संकल्प शक्ति एवं निर्णय लेने की क्षमता में सामंजस्य होता है। संकल्प शक्ति की कमी के कारण व्यक्ति अपनी इच्छाओं एवं आकांक्षओं की पूर्ति में कमी पाता है। संकल्प शक्ति की कमी के कारण सही निर्णय लेने की क्षमता भी प्रभावित होती है एवं व्यक्ति अपनी इच्छाओं तथा आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सही निर्णय नहीं ले पाता है। व्यक्ति की तार्किक क्षमता एवं बौद्धिक क्षमता प्रबल होने पर भी उस की संकल्प शक्ति एवं कार्य के प्रति एकाग्रता मे कमी के कारण सफलता मिलने मे देरी हो सकती है। परंतु इसका प्रमुख कारण यह है कि उन की संकल्प शक्ति एवं इच्छा शक्ति मे कमी है और इसे केवल मेहनत एवं कठिन परिश्रम से ही जीता जा सकता है। किंतु इसका ज्योतिषीय कारण भी है अगर किसी व्यक्ति का तृतीयेश, पंचमेश एवं एकादशेश विपरीत कारक हो अथवा क्रूर ग्रहों से पापाक्रंात हो तो ऐसे व्यक्ति में संकल्पशक्ति तथा एकाग्रता की कमी के कारण विफलता आती है अतः इन ग्रहों की शांति, संबंधित ग्रह का दान एवं मंत्रजाप कर संकल्पशक्ति को दृढ तथा एकाग्रता में वृद्धि का असफलता को सफलता में बदला जा सकता है। साथ ही व्यक्ति की सफलता उसके सामाजिक उन्नति का भी कारक होता है। अतः संतुष्टि तथा उन्नति से ही सामाजिक सौहाद्र्य बनाये रखा जा सकता है अतः सामाजिक तौर पर शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए भी ग्रह शांति जरूरी है।

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