Tuesday, 14 April 2015

व्यवसाय का चयन अंक शास्त्र से


व्यवसाय के चुनाव को लेकर अक्सर लोगों में दिशा हीनता की स्थिति चलती रहती है। हम अक्सर जिंदगी में सोचते हैं कि हम कौन सा खास व्यवसाय अपनाना चाहेंगे, क्या बनना चाहेंगे। कई बार सामथ्र्य होते हुए भी हम जो बनना चाहते हैं, नहीं बन पाते हैं, क्योंकि हमारे भाग्य में कुछ और ही लिखा है। कभी अभिभावकों की इच्छा के समक्ष झुकते हुए, हम अपने मनचाहे विषयों का चयन नहीं कर पाते। कभी आर्थिक संसाधनों की कमी मार्ग बाधित कर देती है। कभी स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या या फिर प्रतिकूल परिस्थितयाँ। कहने का अभिप्राय यह है कि हम जिंदगी में वह नहीं कर पाते है, जिसके लिए हमारा रुझान है या जो हम हमारे लिए निर्धारित करते हैं। कई बार हमारी पढ़ाई का विषय और हमारे कार्य का क्षेत्र एकदम विपरीत होता है, तो कई बार हमारे द्वारा किए गए कार्य से कुछ समय के बाद हम उसमें बदलाव करके किसी दूसरी ही दिशा या क्षेत्र में कार्य करने लगते हैं। यह सब जीवन में संयोग या इत्फाकन नहीं होता है। इसकी दिशा और दशा कुंडली और आपके जीवन में शामिल अंकशास्त्र के आधार पर किया जा सकता है।
सर्वप्रथम जानिए अपना मूलांक जो कि आपके जन्म दिनांक का जोड़ होता है। भाग्यांक जानने के लिए जोडि़ए जन्म तिथि+माह+वर्ष, उदाहरण के लिए 2.7.1979 = 2+7+1+9+7+9=35=3+5=8 उक्त उदाहरण में मूलांक 2 व भाग्यांक 8 है।
मूलांक हमारे व्यक्तिगत् उपलब्धिओं को निर्धारित करता है तथा भाग्यांक, भाग्य द्वारा मिलने वाली उपलब्धिओं को निर्धारित करता है।
उपरोक्त जानकारी के आधार पर अपने मूलांक व भाग्यांक की गणना कीजिये। तत्पश्चात इन अंकों के आधार पर जानिए कि आपके लिए क्या व्यवसाय उचित व फलदायक रहेगा। आप अपने जन्मांक या भाग्यांक के आधार पर अनुकूल व्यवसाय का चयन कर सकते हैं। जानिये अपनी मूलभूत प्रवृति और स्वंय निर्धारित कीजिये अपना व्यवसाय।
अंक- 1, 10, 19, 28 (मूलांक-1)
मूलभूत प्रवृति: बौद्धिक क्षमता व तर्क शक्ति के धनी, नेतृत्व की प्रवृति, दान पुण्य मैं अग्रणी, विशाल हृदय, दृढ़ निश्चय वाले व प्रशासनिक क्षमता के स्वामी।
अनुकूल व्यवसाय: प्रशासनिक सेवा, प्रबंधन सेवाएँ, लीडरशिप, राजनीति, व्यवसायिक सलाहकार, एनजीओ प्रबंधन व संचालन, सफ ेद रंग की वस्तुओं व दुग्ध उत्पादों का व्यवसाय, खनिज व्यवसाय।
अंक- 2,11, 20, 29 (मूलांक-2)
मूलभूत प्रवृति: कल्पना शक्ति, सृजनात्मक प्रवृति, रचनात्मक गतिविधियों व सैर सपाटे के प्रति रुझान, सब के साथ सामंजस्य बैठा कर चलने वाले व दूसरों की भावनाओं के प्रति संवेदनशील।
अनुकूल व्यवसाय: कला व साहित्य से जुड़े व्यवसाय, अनुवाद कार्य, टूरिज्म व्यवसाय, एविएशन, इंजिनियरिंग, एयर ट्रेवेल एजेंसियां व होटल संचालन, आंतरिक सज्जाकार, फैशन व ग्लेमर से जुड़े व्यवसाय, चांदी व कलात्मक उत्पादों का विक्रय।
अंक- 3,12, 21, 30 (मूलांक-3)
मूलभूत प्रवृति: व्यवसायिक व पारिवारिक दायित्व निभाने मैं अधिक सक्षम, साहित्यिक व रचनात्मक गतिविधायों में रूचि, शैक्षणिक व सामाजिक गतिविधियों की ओर अधिक रुझान, अनुशासन प्रिय, जिम्मेदारी निभाने मैं अग्रणी।
अनुकूल व्यवसाय: साहित्य सेवा, शैक्षणिक सेवाएँ, राजकीय नौकरी, न्यायिक पेशा, होटल उद्यमिता, सोने-सुनहरी वस्तुओं व सम्पति का व्यवसाय, आर्किटेक्ट्स, शैक्षणिक संस्था संचालन, डेकेअर सेंटर्स संचालन।
अंक- 4, 13, 22,31 (मूलांक-4)
मूलभूत प्रवृति: मौलिक सोच व नेतृत्व की क्षमता, परम्परा से हट कर कुछ करने व समाज सुधार, अनुसन्धान आदि मैं रूचि, समस्या के विश्लेषण मैं सक्षम।
अनुकूल व्यवसाय: राजनीति, समाज सेवा, अनुसंधान व आविष्कार, समाज सेवा, सफेद रंग की वस्तुओं का विक्रय, प्रशासनिक व प्रबंधन सेवाएँ, चांदी व हस्तशिल्प उत्पादों का विक्रय, डिजायनर, मॉडल।
अंक- 5, 14, 23 (मूलांक-5)
मूलभूत प्रवृति: गणनात्मक क्षमता, नेतृत्व की प्रवृति, प्रबंधन योग्यता, आत्म निर्भर व अपने स्तर पर निर्णय लेने मैं सक्षम, लय-सुर-ताल मैं रूचि, विदेश मैं बसने के प्रति रुझान, चंचल मन के स्वामी।
अनुकूल व्यवसाय: बैंकिंग, लेखाविद, इवेंट मेनेजमेंट, मनोरोग व बालरोग, नृत्य निर्देशक, संगीतकार, व्यवसाय प्रबंधन, टूरिज्म, ट्रेवेल व लोन एजेंसी संचालन, नर्सरी स्कूल प्रबंधन, सीमेंट, खेल सामग्री का विक्रय, निर्यात व्यवसाय।
अंक- 6,15, 24 (मूलांक-6)
मूलभूत प्रवृति: प्रखर सौंदर्य बोध, साहित्यिक व शैक्षणिक गतिविधियों व रचनात्मक क्रिया कलापों मैं रूचि, स्नेहिल स्वभाव, पारिवारिक व व्यवसायिक दायित्वों के प्रति सजग।
अनुकूल व्यवसाय: कलाकार, कला समीक्षक, फिल्म निर्माता, फैशन व ग्लेमर की गतिविधियों से जुड़े व्यवसाय, सेक्सोलोजिस्ट्स, साहित्यकार, भूरे रंग की वस्तुओं व चर्म उत्पादों का व्यवसाय, आंतरिक सज्जाकार, आर्किटेक्ट्स, आर्ट गेलेरी संचालक।
अंक- 7, 16, 25 (मूलांक-7)
मूलभूत प्रवृति: कल्पना शक्ति, साहित्यिक, रचनात्मक, कलात्मक गतिविधियों की ओर रुझान, सहनशीलता व सामंजस्य की प्रवृति, सुदूर देशों के प्रति आकर्षण।
अनुकूल व्यवसाय: मर्चेंट नेवी, मरीन इंजीनियरिंग, शिपिंग व्यवसाय, चांदी, मोती व समुद्री उत्पादों का व्यवसाय, धर्म प्रचारक, मनोवैज्ञानिक, कलाकार, साहित्यिक व शैक्षणिक क्षेत्र से जुड़े व्यवसाय।
अंक- 8, 17, 26 (मूलांक-8)
मूलभूत प्रवृति: दृढ़ निश्चय के स्वामी, संघर्ष का सामना करने की क्षमता, नेतृत्व की प्रवृति, सामाजिक सरोकार व साहित्यिक गतिविधियों की ओर रुझान, साहित्यिक प्रवृति।
अनुकूल व्यवसाय: शल्य चिकित्सक, मीडिया, पत्रकारिता, धर्म प्रचार, वास्तु परामर्श, ज्योतिष, भवन निर्माण, हीरे, वाहन, पेट्रोल, लोहे, सुनहरी व श्याम वर्ण वस्तुओं का विक्रय, प्रकाशन, ट्रांसपोर्ट व्यवसाय, राजनीति व सामाजिक गतिविधियों से जुड़े व्यवसाय।
अंक- 9, 18, 27 (मूलांक-9)
मूलभूत प्रवृति: आत्म निर्भर, स्वतन्त्र निर्णय लेने में सक्षम, दृढ़ निश्चयी, धार्मिक गतिविधियों व पारिवारिक दायित्व की ओर रुझान, संघर्ष की क्षमता
अनुकूल व्यवसाय: सेना, न्यायिक व्यवसाय, सामाजिक कार्यकर्ता, धार्मिक व राजनैतिक क्षेत्र, प्रकाशन, फोटो, पत्रकारिता, सोने-सम्पति-बहुरंगी भू उत्पादों का विक्रय व कृषि अनुसन्धान व सम्पति विक्रय।

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