Friday 20 May 2016

बुधवार को कर्ज नहीं देना चाहिए......

कर्ज चुकाने की स्थिति आदमी को बहुत दुविधा में डाल देती है। कर्ज में डुबे इंसान का मन में रात-दिन सिर्फ उसे चुकाने के लिए तनावग्रस्त रहता है, लेकिन जैसी स्थिति व मुश्किलें कर्ज लेने वाले के लिए होती है कई बार उन्हीं मुसीबतों का सामना कर्ज देने पर भी करना पड़ता है। ऐसे में कई बार कर्ज देने वाले को भी अटके हुए पैसों के कारण आर्थिक तंगी या बिजनेस में नुकसान का सामना करना पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध को व्यापार का कारक ग्रह माना गया है। कोई भी व्यक्ति कर्ज देता है तो यह बुध यानी व्यापार के कारक ग्रह का ही प्रभाव होता है। बुध को कार्यक्षेत्र का ग्रह तो माना ही जाता है। साथ ही, इसे नपुंसक ग्रह भी माना गया है। इसी वजह से शास्त्रों द्वारा बुधवार को कर्ज देना वर्जित किया गया है। इस दिन लोन पर बहुत कम परिस्थितियों में कोई व्यक्ति इसे चुका पाता है।
बुध को कर्ज लेने से यह चुका पाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन कर्ज देने पर व्यक्ति के बच्चों तक को इस कर्ज से मुसीबतें उठाना पड़ती हैं। बुधवार को कर्ज देने से पैसा डूबता है और व्यापार में हानि होती है। इसी कारण बुधवार के दिन कर्ज देना अच्छा नहीं माना गया है।कहते हैं सुबह जल्दी भगवान की पूजा करने से मन को शांति मिलती है। जबकि देर से उठने पर दिनभर आलस्य बना रहता है। सुबह जल्दी जागना, स्नान, पूजन आदि का सनातन धर्म में बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि दिन के पहले प्रहर में उठकर साधना करना श्रेष्ठ होता है। ब्रह्म मुहूर्त यानी सुबह 3 से 4 के बीच का समय दिन की शुरुआत के लिए सबसे अच्छा होता है।
हमारे ऋषि-मुनियों ने इस मुहूर्त में ही जागने की परंपरा स्थापित की है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है और आध्यात्मिक शांति के लिए भी। सूर्योदय के पूर्व का और रात का अंतिम समय होने से ठंडक भी होती है। नींद से जागने पर ताजगी रहती है और मन एकाग्र करने के अधिक प्रयास नहीं करने पड़ते।
इसके विपरीत दोपहर में पूजा इसलिए नहीं करनी चाहिए, क्योंकि हमारे यहां ऐसी मान्यता है कि दोपहर का समय भगवान के विश्राम का होता है। इसलिए उस समय मंदिर के पट बंद हो जाते हैं। साथ ही, सुबह बारह बजे के बाद पूजन का पूरा फल नहीं मिलता है, क्योंकि दोपहर के समय पूजा में मन पूरी तरह एकाग्र नहीं होता है। इसलिए सुबह की गई पूजा का ज्यादा महत्व माना गया है।

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