कैसे करें अपने समय का मैनेजमेंट जाने ज्योतिषी द्वारा-
आपने लोगो को सुना होगा कि हमारे पास तो समय ही नहीं बचता तो कोई अपने कार्य की प्राथमिकता ही तय नहीं कर पाता। यदि आप भी कार्य के बोझ या कार्य के सहीं तरीके के संचालन से परेशान है जिसके कारण आपको लगातार कार्य करते रहने के बावजूद भी लाभ तथा प्रोत्साहन के बदले तनाव और कार्य ना करने का ताना सुनना पड़े तो सबसे पहले अपने नियमित दिनचर्या का अवलोकन करें, इसके लिए अपनी कुंडली के एकादश स्थान का विश्लेषण कर देखें कि कहीं उस स्थान पर राहु तथा उस स्थान का स्वामी ग्रह राहु से पापाक्रंात या छठवे, आठवे या बारहवे स्थान पर तो नहीं है इसके अलावा लग्न तथा तीसरे स्थान का विश्लेषण करा कर पता करें कि कहीं ऐसी ही स्थिति इन स्थानों तथा ग्रहों के साथ तो नहीं यदि इस प्रकार की स्थिति बनती है तो आपके कार्य की शैली तथा समय का प्रबंधन सही ना होने के कारण आपको अपने कार्य का केंडिट नहीं मिल पाता बल्कि उसके स्थान पर हानि सहनी पड़ती है। अतः समय का प्रबंधन सहीं करने के लिए कुंडली के ग्रहों की शांति, राहु के मंत्रों का जाप तथा अनुशासन में रहकर कार्य की समयसीमा तथा प्राथमिकता तय करें।
आपने लोगो को सुना होगा कि हमारे पास तो समय ही नहीं बचता तो कोई अपने कार्य की प्राथमिकता ही तय नहीं कर पाता। यदि आप भी कार्य के बोझ या कार्य के सहीं तरीके के संचालन से परेशान है जिसके कारण आपको लगातार कार्य करते रहने के बावजूद भी लाभ तथा प्रोत्साहन के बदले तनाव और कार्य ना करने का ताना सुनना पड़े तो सबसे पहले अपने नियमित दिनचर्या का अवलोकन करें, इसके लिए अपनी कुंडली के एकादश स्थान का विश्लेषण कर देखें कि कहीं उस स्थान पर राहु तथा उस स्थान का स्वामी ग्रह राहु से पापाक्रंात या छठवे, आठवे या बारहवे स्थान पर तो नहीं है इसके अलावा लग्न तथा तीसरे स्थान का विश्लेषण करा कर पता करें कि कहीं ऐसी ही स्थिति इन स्थानों तथा ग्रहों के साथ तो नहीं यदि इस प्रकार की स्थिति बनती है तो आपके कार्य की शैली तथा समय का प्रबंधन सही ना होने के कारण आपको अपने कार्य का केंडिट नहीं मिल पाता बल्कि उसके स्थान पर हानि सहनी पड़ती है। अतः समय का प्रबंधन सहीं करने के लिए कुंडली के ग्रहों की शांति, राहु के मंत्रों का जाप तथा अनुशासन में रहकर कार्य की समयसीमा तथा प्राथमिकता तय करें।
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