Saturday 20 August 2016

मंगल ग्रह को मंगलवार का ग्रह क्यूँ माना गया है- ज्योतिष्य तथ्य

सप्ताह का दूसरा दिन मंगलवार है, जो अग्नि तत्व के ग्रह मंगल के साथ जुड़ा हुआ है। इस ग्रह का नाम भी मंगलवार के प्रथम तीन अक्षरों यानी मंगल नाम से आता है। मंगलवार के दिन लोग लाल रंग के कपड़े पहनते हैं एवं लाल रंग की वस्तुआें का दान करते हैं, क्योंकि मंगल ग्रह का लाल रंग से जुड़ाव है। इसके अलावा मंगल को लाल ग्रह भी कहा जाता है।
इस ग्रह एवं दिन के साथ ज्योतिषीय संबंध –
दिन का रंग – लाल, मारून, भूरा,
प्रतिनिधित्व अंक – 9
दिशा – उत्तर पूर्व
रत्न – मूंगा (रेड काॅरल)
धातु – तांबा (काॅपर)
प्रतिनिधित्व देवता – भगवान श्री हनुमान एवं भगवान कर्तिकेय
मंगल ग्रह को आम तौर पर कुज, अंगारक एवं भूमिपुत्र के नाम से भी पुकारा जाता है। भूमि की कोख के जन्म लेने के कारण मंगल को भूमि पुत्र पुकारा जाता है। इतना ही नहीं, पृथ्वी से इसकी आभा रक्तिम दिखती है, जिस वजह से इसे लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। गणितज्‍योतिष के अनुसार, मंगल ग्रह आयरन ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण अधिक लाल नजर आता है। ज्योतिष के अनुसार, यह लाल रंग का ग्रह राशिचक्र की पहली एवं आठवीं राशि पर शासन करता है। पुराण के अनुसार मंगल एक युद्ध का देवता है एवं आकाशीय सेना का नेतृत्व करता है। इसलिए, मंगल हृदय से सूरवीर है।
इस ग्रह के साथ जुड़ी कुछ विशेषताएं –
शारीरिक गतिविधि एवं खेल, हृष्ट-पुष्ट समर्थ्य, सहनशक्ति
साफदिल, स्पष्टवादी एवं व्यावहारिक दृष्टिकोण
निर्भयता, बहादुरी और साहस
क्रोध, प्रबलता और आक्रामकता
तानाशाही, प्रभाव सत्ता
लड़ाकूपन,चिड़चिड़ापन और बेतकल्लुफ़ी
लालसा, चिड़चिड़ापन और आतुरता
पुरुषत्व, युवा, ऊर्जा और शक्ति
उत्साह, सहजता और गति
जुनून, चपलता, ड्राइव और आग
मंगल ग्रह, ब्रह्माण्ड के आंतरिक बल एवं कच्ची ऊर्जा का केंद्र है। मंगल उच्च पारदर्शक कार्रवाई के साथ साथ सभी प्रकार की कार्रवाईयों के लिए समर्थन देता है। मंगल प्रतिक्रिया करने की तुलना में क्रिया अधिक करता है। मंगल एक एेसा ग्रह है, जो आपको लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है, जैसे कि सुबह जल्दी उठने, समय पर काम पर पहुंचने, खेल गतिविधियों में विजेता बनने हेतु कड़ी मेहनत करने, सभी तरह की गतिविधियों में सक्रिय होने, जहां आक्रामकता, चपलता और शारीरिक प्रयासों की जरूरत होती है।
ज्योतिष के अनुसार, मंगल जातकों को उनकी इच्छाएं पूर्ण करने के लिए अनिवार्य उत्साह, जोश एवं पूर्ण पुरुषत्व प्रदान करता है। साथ ही साथ, परिकल्पनाअों को जमीन स्तर पर लागू करने हेतु मदद करता है। यदि आपकी जन्म कुंडली में मंगल अच्छी स्थिति में है, तो यह आपको इस गला काट दौड़ वाले युग में अपनी क्षमताएं साबित करने के लिए प्रोत्साहन देगा।
सामान्य तौर पर, मंगल खेल गतिविधियों, सशस्त्र बलों, रक्षा और सुरक्षा कर्मियों, पुलिस बल, कमांडरों, लड़ाकों, सर्जनों, इंजीनियरों, अचल संपत्ति एजेंटों, भूमि दलालों, अंगरक्षक, रसोइयों, भाई, छोटे भाई बहन, किलों, गोला बारूद/हथियार भंडारणों, कक्षों, युद्ध टैंक, खेल वाहन, रक्त और रक्त वाहिकाओं, ज्वालामुखी, विस्फोटक पदार्थों, विवाद, झगड़े, विनाश, हिंसा, कोलाहल, अशांति, संघर्ष, मसाले, प्रोटीन, मिट्टी, लाल संगमरमर, प्रोटीन, कृषि, फार्म हाउस के साथ साथ विविध चीजों का प्रतिनिधित्व करता है। यदि मंगल जातक की जन्म कुंडली में अच्छी जगह स्थित है तो जातक काफी उत्साहित, पहल करने हेतु साहसी, हिम्मती, जुनूनी, स्वतंत्र, गुस्सैल, प्रभुत्ववादी, खेल कूद प्रिय, प्रतियोगी, नैसर्गिक, अन्य गुणों का स्वामी होगा, जो जीवन की महत्वाकांक्षाआें और लक्ष्यों को हासिल करने में साहयता करेंगे।
मंगल जातकों के विवाह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि मंगल जातक की कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें स्थान में है, तो जातक मंगल दोष के प्रभावाधीन है, जो उसको मांगलिक बनाता है।
एक अपेक्षाकृत तेजी के साथ आगे बढ़ने वाला ग्रह मंगल एक राशि में लगभग 45 दिन तक पारगमन करता है एवं मकर मंगल की उच्च राशि जबकि मेष मूलत्रिकोण स्थान है। हालांकि, वृश्चिक में मंगल स्वगृही होता है। मंगल अग्नि तत्व ग्रह है। यदि जातकों की जन्म कुंडली में मंगल अच्छी स्थिति में नहीं है, तो जातकों को निरंतर हादसों, चोटों, झगड़ों, अपने परिचितों से गलतफहमियों के कारण मतभेदों, अत्यधिक उत्साह व थकावट, आग से हानि आदि का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, इस बात को लेकर अधिक घबराने की जरूरत नहीं, क्योंकि ज्योतिष ने मानव जगत की हर समस्या के लिए समाधान खोज रखे हैं।
मंगल की उग्रता को कम करने के लिए सुझाव
मंगलवार को भगवान हनुमान के मंदिर जाएं। मंगलवार को पूजा के दौरान लाल रंग के कपड़े पहनें।
श्री हनुमान चालीसा या बजरंग बाण स्तोत्रा का पाठ कर सकते हैं।
रेड हिबिस्कुस के फूल एवं खारेक भगवान हनुमान जी को अर्पित करें।
मंगलवार को पीपल के पेड़ को जल अर्पित करें।
त्योहारों के दिनों में गरीब बच्चों को भूरे रंग की मिठार्इ एवं पटाखे इत्यादि भेंट करें।
निर्धन युवाआें को कपड़े दान करें।
जरूरतमंद लोगों को तांबे की वस्तुएं दान करें।

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