Monday 1 August 2016

अगस्त 2016 मेष मासिक राशीफल

शुक्र, बुध, गुरू एवं राहु सिंह में एकत्र हो रहे हैं, जिसके कारण आपके सामने विद्या, संतान और प्रेम संबंधी प्रश्न खड़े होने की संभावना है। हालांकि, माह की शुरूआत में नौकरी और व्यवसाय संबंधित कार्य पूरे हो सकते हैं। व्यावसायिक प्रयोजन से बाहर जाने या यात्रा का प्रोग्राम बन सकता है। शेयर मार्केट या किसी विषय में अत्यधिक लालच से आप धोखे का शिकार होंगे। ७ तारीख़ के पश्चात बुरा चाहने वालों की संख्या बढ़ेगी। हालांकि, बिजनस और धन के संबंध में गुरू का गोचर शुभ प्रदान देगा। कोर्ट- कचहरी का कोई मामला हो तो उस से मुक्ति मिल सकती है। उत्तरार्ध की शुरूआत से २० तारीख़ तक का समय काफी अनुकूल है। यह समय नौकरी-व्यवसाय में उन्नति तथा विदेशगमन के लिए प्रगतिकारक दिखाई दे रहा है। आर्थिक समृद्धि का योग भी अभी प्रबल बन रहा है। अचानक लाभ तथा किसी पुराने मित्र मुलाकात होने की संभावना है। जब शुक्र राशि बदलकर कन्या में प्रवेश करेगा तो आपके लिए शत्रुओं की तरफ से चिंता और मुश्किल बढ़ने का संकेत दे रहा है। खर्च में वृद्धि की संभावना बन रही है। धार्मिक और जन सेवा के कार्यों पर भी खर्च होगा। गुप्त शत्रुआें से सावधान रहें। टिप्सः बुधवार को आेम राम राहुवे नमः मंत्र का जाप करें। सफार्इ कर्मचारियों काले कपड़े का दान करें। प्रेम संबंध में सावधानी बरतें।
महीने के शुरूआत में प्रेम संबंधों में काफी ध्यान रखना होगा। आपके पंचम स्थान पर राहु, गुरू, बुध व शुक्र की युति नीरसता व अहं का कारण बन सकती है। आपमें विपरीत लिंगी सदस्यों के प्रति आकर्षण रहेगा, पर संबंधों में कोई विशेष प्रयास करने पर आप धोखे का शिकार हो सकते हैं। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य व राहु की युति तनाव का कारण बन सकती है।
आपके धन स्थान के मालिक शुक्र का महीन के शुरूआत से ही पंचम स्थान में राहु के साथ युति में होने से शेयर बाजार जैसे कामों या व्यर्थ की जगहों पर धन का निवेश हो सकता है। मनपसंद के व्यक्ति,संतान या शिक्षा में धन खर्च होने की संभावनाए अधिक है। 12 तारीख के बाद आप नियमित आवक को बढ़ाने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। पुश्तैनी या पैतृक संपत्ति के मामले में पूर्वार्ध का समय लाभकारी रहेगा।
विद्यार्थी जातकों के लिए शुरूआत का समय काफी संघर्षपूर्ण प्रतीत होता है। समझ शक्ति व पढ़ने की इच्छा शक्ति होने पर भी पंचम स्थान पर विद्यमान राहु के कारण कोई न कोई अवरोध आ सकता है। उत्तरार्ध के समय में व्यवसायिक कारणों अथवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आपको आराम रहेगा। जो लोग अनुसंधान के क्षेत्र में उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं, उनको 17 तारीख के बाद मेहनत व अवरोध के बीच से होकर आगे बढ़ने के लिए तैयार रहना होगा।
आपके अष्टम स्थान में अग्नि तत्व वाला मंगल व वक्री शनि युति में है। इसके बाद महीने के उत्तरार्ध में आपके रोग स्थान में गुरू, बुध और शुक्र युति में आएंगे। शुरूआत की तुलना में महीने के पिछले पखवाड़े में आपके अपने स्वास्थ्य के संबंध में सावधानी रखनी होगी। पूरे महीने संतान प्राप्ति की समस्या रहेगी। गर्भवती महिलाओं को अपना ध्यान रखना होगा। 20 तारीख के बाद पाचन, छाती में दर्द, मधुमेह इत्यादि रोग हो सकते हैं।

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