माह के पूर्वार्ध दौरान किसी विशेष व्यक्ति के समक्ष प्रेम का प्रस्ताव रखने में थोड़ी जल्दबाजी करेंगे। जिनका पहले से प्रेम संबंध चल रहा है। उनके प्रेम संबंध के बारे में परिवार को पता चलने की संभावना प्रबल रहेगी। आपको इस समय विशेष रूप से वाणी पर नियंत्रण रखना होगा इसलिए सेल्स और मार्केटिंग से जुड़े जातकों को विशेष विनम्रता रखनी पड़ेगी। सरकारी काम से जुड़े जातकों को काम में थोड़ी सावधानी रखनी होगी। माता की तबीयत भी नरम गरम रहेगी। संतान के इच्छुक जातकों को फिलहाल थोड़ी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। संतान को आजीविका के लिए आप से दूर जाना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। माह के उत्तरार्ध में आप के जीवनसाथी के साथ व्यवहार में मिठास आएगी। वैवाहिक जीवन में काफी शांति रहने की संभावना है। अविवाहित जातकों के प्रेम संबंध की संभावना भी बढ़ती दिखाई दे रही है। नौकरी में नए अवसरों की तलाश कर रहे जातकों के लिए आशास्पद समय कहा जा सकता है। संतान कहने से बाहर जा सकती है, जिसके कारण मानसिक पीड़ा होने की संभावना है। जो जातक धार्मिक संस्थाओं से जुड़े हैं अथवा किसी प्रकार से धार्मिक विषयों से संबंध रखते हैं, उनकी मानसिकता में थोड़ी नकारात्मकता आ सकती है।टिप्सः मंगलवार को लाल रंग का उपयोग नहीं करें। वाणी पर संयम रखें। मसूर की दाल का दान करें।
व्यवसाय- इस कालावधि में आपकी इनकम सीमित रहेगी। शुरू की अवधि में आपके दिन मौजमस्ती व भोगविलास में बीतने के कारण पैसे काफी खर्च होंगे। आपके द्वारा की गई बचत पहले ही पखवाड़े में खर्च हो जाएगी। वाहन, इलेक्ट्रोनिक की चीजों, औजारों इत्यादि की रिपेयरिंग में खर्च होने की संभावना है। दिनांक 16 के बाद कानूनी या सरकारी कार्यों में खर्च बढ़ेंगे। वसीयत से जुड़े मसले उत्तरार्ध में फंस सकते हैं।
धन स्थिति- इस कालावधि में आपकी इनकम सीमित रहेगी। शुरू की अवधि में आपके दिन मौजमस्ती व भोगविलास में बीतने के कारण पैसे काफी खर्च होंगे। आपके द्वारा की गई बचत पहले ही पखवाड़े में खर्च हो जाएगी। वाहन, इलेक्ट्रोनिक की चीजों, औजारों इत्यादि की रिपेयरिंग में खर्च होने की संभावना है। दिनांक 16 के बाद कानूनी या सरकारी कार्यों में खर्च बढ़ेंगे। वसीयत से जुड़े मसले उत्तरार्ध में फंस सकते हैं।
स्वास्थ्य- इस समय के दौरान जिन्हें दांत या मसूड़ों में दर्द, गले में सूजन, जीभ में छाले, पाचन से संबंधित समस्याएं हैं उनके ऊपर उपचार का असर कम दिखाई पड़ेंगा। शुरू के समय में गुप्त अंगों की भी समस्या रहेगी। पर इस अवधि के बाद सेहत में सुधार होगा। जो लोग माइग्रेन, ब्लडप्रेशर, रीढ़ की हड्डियों इत्यादि की समस्याओं से पीड़ित है उनको उत्तरार्ध के समय में अपनी चिकित्सा में बहुत अधिक ध्यान देना होगा।
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