शेयर मार्किट की चाल २०१७- वर्ष के पूर्वार्ध में तेज़ी , आईटी सेक्टर का नई ऊंचाई छूना इस वर्ष संभव नहीं.
वर्ष २०१७ में शनि का अधिकाँश समय धनु राशि में भ्रमण आर बृहस्पति कन्या राशि में और वर्ष के उत्तरार्ध में तुला राशि में भ्रमण शेयर बाज़ार की चाल को समझने के लिए महत्वपूर्ण है . वर्ष के प्रारम्भ में मंगल-शनि राशि परिवर्तन योग कुछ सेक्टर को प्रभावित करेगा. फ़रवरी माह में शुक्र का उच्च राशि में प्रवेश एक बड़ा संकेत होगा, क्योकि इस वर्ष शुक्र मई माह तक इसी राशि में भ्रमण करेगा. उल्लेखनीय यह भी है की वर्ष के अंत में राहू-केतु क्रमशः सिंह-कुम्भ से कर्क –मकर में प्रवेश कर कुछ बड़े परिवर्तन का संकेत दंगे. वर्ष के पूर्वार्ध में अधिकाँश समय बृहस्पति पर शनि की दसवीं दृष्टि से कुछ सेक्टर पर नकारात्मक प्रभाव को नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता.
जनवरी माह में निवेशकों में असमंजस की स्थिति देखने को मिल सकती है. बाज़ार अपनी दिशा स्पष्ट करता नहीं दिखाई देगा. रियल-स्टेट, इन्फ्रा-स्ट्रक्चर कैपिटल गुड्स और सीमेंट क्षेत्र के शेयर एक बड़ी गिरावट के बाद मजबूती दिखा सकते हैं. आईटी क्षेत्र में मुनाफा वसूली की संभावना है. बैंकिंग में मिला जुला प्रभाव रहेगा. ऑटो और मेटल्स में अत्यधिक उतार चढ़ाव रहेगा. अतः इस क्षेत्र से इस माह दूर रहना उचित है.
फरवरी माह में केंद्रीय बजट से प्रभावित हो कर बाज़ार मजबूती की तरफ बढ़ सकता है. आयल-गैस उर्जा पेंट मीडियाके शेयरों में विशेष तजी रहेगी . मद्ध्याम अवधि के निवशक इन क्षेत्र में निवश कर सकते हैं . मई २०१७ तक बाज़ार क उतार चढ़ाव के बीच इन क्षेत्र में तेज़ी बनी रहेगी. क्रूड तेल में भी इस दौरान तेज़ी की आशा है.
फरवरी से मई २०१७ तक बृहस्पति वक्री है और इस पर शनि की दसवी दृष्टि भी है. अतः इस दरान सोने म निवेश सुरक्षित नहीं है. अप्रैल के उत्तरार्ध में सोने में एक उच्छाल देखने मिल सकता है. इस समय FMCG क्षेत्र में भी गिरावात देखन मिल सकती है. PSU क्षेत्र में शनि मकी दृष्टि का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा अतः यह एक दायर में रह सकता है.
मूल नक्षत्र स्थित शनि की तीसरी दृष्टि कुम्भ राशि के केतु पर रहेगी. इस प्रकार राहू अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित रहेगा. शराब अथवा नशे से सम्बंधित क्षेत्र से ४-५ माह दूर रहना चाहिए. आईटी सेक्टर में भले ही बड़े उतार चढ़ाव देखने मिलंगे ..लेकिन वर्ष २०१७ में ये क्षेत्र नै उचाई पर नहीं पहुँच पायगा ..ऊपरी स्तर पर बिकवाली देखने मिलेगी .
माह के पूर्वार्ध में आयल-गैस और एनर्जी क्षेत्र बाज़ार को दिशा देते हए दिख सकता है. जबकि बैंकिंग क्षेत्र एक दायरे रह कर काम-काज करेगा.
अप्रैल माह से मेटल्स मीनिंग और ऑटो सेक्टर में विशेष तेज़ी की संभावना है जो बाज़ार की तेज़ी में भागीदार रहेगी.
शेयर बाज़ार की तेज़ी फरवरी से मई तक रहने की आशा है. जून माह म कुछ मुनाफा वसूली हो सकती है/ ग्लोबल बाज़ार में गिरावट और कुछ दशों के बीच तनाव आर युद्ध जैसी स्थिति गिरावट का कारण बन सकती है.
वर्ष २०१७ में शनि का अधिकाँश समय धनु राशि में भ्रमण आर बृहस्पति कन्या राशि में और वर्ष के उत्तरार्ध में तुला राशि में भ्रमण शेयर बाज़ार की चाल को समझने के लिए महत्वपूर्ण है . वर्ष के प्रारम्भ में मंगल-शनि राशि परिवर्तन योग कुछ सेक्टर को प्रभावित करेगा. फ़रवरी माह में शुक्र का उच्च राशि में प्रवेश एक बड़ा संकेत होगा, क्योकि इस वर्ष शुक्र मई माह तक इसी राशि में भ्रमण करेगा. उल्लेखनीय यह भी है की वर्ष के अंत में राहू-केतु क्रमशः सिंह-कुम्भ से कर्क –मकर में प्रवेश कर कुछ बड़े परिवर्तन का संकेत दंगे. वर्ष के पूर्वार्ध में अधिकाँश समय बृहस्पति पर शनि की दसवीं दृष्टि से कुछ सेक्टर पर नकारात्मक प्रभाव को नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता.
जनवरी माह में निवेशकों में असमंजस की स्थिति देखने को मिल सकती है. बाज़ार अपनी दिशा स्पष्ट करता नहीं दिखाई देगा. रियल-स्टेट, इन्फ्रा-स्ट्रक्चर कैपिटल गुड्स और सीमेंट क्षेत्र के शेयर एक बड़ी गिरावट के बाद मजबूती दिखा सकते हैं. आईटी क्षेत्र में मुनाफा वसूली की संभावना है. बैंकिंग में मिला जुला प्रभाव रहेगा. ऑटो और मेटल्स में अत्यधिक उतार चढ़ाव रहेगा. अतः इस क्षेत्र से इस माह दूर रहना उचित है.
फरवरी माह में केंद्रीय बजट से प्रभावित हो कर बाज़ार मजबूती की तरफ बढ़ सकता है. आयल-गैस उर्जा पेंट मीडियाके शेयरों में विशेष तजी रहेगी . मद्ध्याम अवधि के निवशक इन क्षेत्र में निवश कर सकते हैं . मई २०१७ तक बाज़ार क उतार चढ़ाव के बीच इन क्षेत्र में तेज़ी बनी रहेगी. क्रूड तेल में भी इस दौरान तेज़ी की आशा है.
फरवरी से मई २०१७ तक बृहस्पति वक्री है और इस पर शनि की दसवी दृष्टि भी है. अतः इस दरान सोने म निवेश सुरक्षित नहीं है. अप्रैल के उत्तरार्ध में सोने में एक उच्छाल देखने मिल सकता है. इस समय FMCG क्षेत्र में भी गिरावात देखन मिल सकती है. PSU क्षेत्र में शनि मकी दृष्टि का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा अतः यह एक दायर में रह सकता है.
मूल नक्षत्र स्थित शनि की तीसरी दृष्टि कुम्भ राशि के केतु पर रहेगी. इस प्रकार राहू अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित रहेगा. शराब अथवा नशे से सम्बंधित क्षेत्र से ४-५ माह दूर रहना चाहिए. आईटी सेक्टर में भले ही बड़े उतार चढ़ाव देखने मिलंगे ..लेकिन वर्ष २०१७ में ये क्षेत्र नै उचाई पर नहीं पहुँच पायगा ..ऊपरी स्तर पर बिकवाली देखने मिलेगी .
माह के पूर्वार्ध में आयल-गैस और एनर्जी क्षेत्र बाज़ार को दिशा देते हए दिख सकता है. जबकि बैंकिंग क्षेत्र एक दायरे रह कर काम-काज करेगा.
अप्रैल माह से मेटल्स मीनिंग और ऑटो सेक्टर में विशेष तेज़ी की संभावना है जो बाज़ार की तेज़ी में भागीदार रहेगी.
शेयर बाज़ार की तेज़ी फरवरी से मई तक रहने की आशा है. जून माह म कुछ मुनाफा वसूली हो सकती है/ ग्लोबल बाज़ार में गिरावट और कुछ दशों के बीच तनाव आर युद्ध जैसी स्थिति गिरावट का कारण बन सकती है.
जुलाई माह में शनि वक्री हो कर पनाह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर बाज़ार की गिरावट को गहरा ळ४ जाने का काम कर सकता है. जुलाई से सितम्बर माह तक की गिरावट में सबसे अधिक गिरावट आईटी क्षेत्र में होने की अपेक्षा है .
मंगल नेचास्थ्ग होने क कारनम जलाई माह में अन्य क्षेत्र जैसे ऑटो और मेटल्स में भी गिरावट हो सकती है. क्रूड तेल में अत्यधिक उतार चढ़ाव देखने मिलगा तथा इस सम्बन्ध में संकट समाचार की सुर्ख़ियों में रह सकता है.
अगस्त माह में बृहस्पति का तुला राशि में प्रवेश FMCG तथा CONSUMER DURABLES में
तेज़ी के संकेत होंगे. सोने म भी फिर से तेज़ी के आसार नज़र आयेंगे. अक्टूबर माह के आस पास आईटी सेक्टर की मंदी थम जायेगी तथा रियल एस्टेट में फिर से तेज़ी लौटती दिख सकती है’
वर्ष के अंतिम दो माह फिर से में बाज़ार में तजी फिर से लौट सकती है. जिसमे बैंकिंग और आईटी सेक्टर मख्य रहंगे.
मंगल नेचास्थ्ग होने क कारनम जलाई माह में अन्य क्षेत्र जैसे ऑटो और मेटल्स में भी गिरावट हो सकती है. क्रूड तेल में अत्यधिक उतार चढ़ाव देखने मिलगा तथा इस सम्बन्ध में संकट समाचार की सुर्ख़ियों में रह सकता है.
अगस्त माह में बृहस्पति का तुला राशि में प्रवेश FMCG तथा CONSUMER DURABLES में
तेज़ी के संकेत होंगे. सोने म भी फिर से तेज़ी के आसार नज़र आयेंगे. अक्टूबर माह के आस पास आईटी सेक्टर की मंदी थम जायेगी तथा रियल एस्टेट में फिर से तेज़ी लौटती दिख सकती है’
वर्ष के अंतिम दो माह फिर से में बाज़ार में तजी फिर से लौट सकती है. जिसमे बैंकिंग और आईटी सेक्टर मख्य रहंगे.
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