Friday 17 February 2017

वृश्चिक फ़रवरी 2017 मासिक राशिफल

इस महीने में प्रारंभ में ग्रहों की बात करें तो विशेषकर शनि महाराज अभी राशि बदलकर धनु राशि में आ गये हैं और अभी ढाई वर्ष तक इसी स्थान में ही रहेंगे। महीने के प्रारंभ में इसी स्थान में शनि और बुध की युति हो रही है जहाँ पराक्रम स्थान में सूर्य, चतुर्थ स्थान में केतु, पंचम स्थान में शुक्र और मंगल, कर्म स्थान में राहु और लाभ स्थान में गुरु है। नौकरी अथवा धंधे में अच्छा लाभ मिलने की भी संभावना है। आपके नई नौकरी के विषय में विचार करने अथवा किसी व्यवसायिक उद्यम को शुरू करने के लिए तैयार रहने की संभावना है। पंचम स्थान में स्थित शुक्र के कारण विपरीत लिंग वाले व्यक्ति व्यक्ति की तरफ आकर्षण बढ़ेगा, परंतु साथ ही मंगल की युति होने से आपके अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखना पड़ेगा। संतान के मामले में भी कोई चिंता बढ़ सकती है। दूसरे सप्ताह में आपको जीवनसाथी की तरफ से संपूर्ण सहयोग और सुख प्राप्त होगा। इस समय आपको विशेष रूप से स्वास्थ्य की संभाल करनी होगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य राशि बदलकर चतुर्थ स्थान तथा बुध पराक्रम स्थान में आएगा। गुरु भी अभी वक्री होकर आपको मिलने वाले लाभ की मात्रा घटा सकता है। सूर्य का कुंभ राशि में केतु ऊपर से भ्रमण आपके मन और हृदय को अशांति और व्यग्रता प्रदान करेगा। इसके साथ-साथ कर्मस्थान में राहु भ्रमण करेगा जो आपको कामकाज, व्यापार, नौकरी में नुकसान पहुँचाएगा। अंतिम सप्ताह में बुध राशि बदलकर चतुर्थ भाव में आएगा, इसलिए इस समय मकान अथवा अचल संपत्ति से संबंधित कार्य में निर्णय आ सकता है। विद्वान अथवा प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ मुलाकात होगी। छोटी यात्राओं की योजना बनेगी और इसलिए कामकाज में सफलता मिलेगी। माता का स्वास्थ्य चिंता करा सकता है।
व्यवसाय-इस महीने आपके व्यवसाय में निरंतर उठापटक की स्थिति रहेगी। अंत में यदि आप हिसाब लगाने बैठेंगे तो अपेक्षाकृत कम लाभ होता महसूस होगा। आपको अपनी प्रोडक्ट या सेवा की गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करना चाहिए अन्यथा बाजार में आपकी पोजीशन कमजोर पड़ सकती है। शेयर बाजार के व्यापार से जुड़े जातकों के लिए शुभ समय है। पर किसी जल्दबाजी में निर्णय हो जाने की आशंका को देखते हुए सतर्कता रखें। लाभ स्थान में विद्यमान गुरू के वक्री होने से व्यावसायिक मोर्चे पर मिलने वाला लाभ घट सकता है।
धन संबंधी- आर्थिक आयोजन में इस महीने आपके हित शत्रु आपके मार्ग में अवरोध खड़े कर सकते हैं। कामकाज में लाभ हासिल करने के लिए आपको कड़े परिश्रम के बाद ही धनागमन होता हुआ प्रतीत होगा। 23 तारीख के अंत तक लोन वगैरह के कार्य जैसे अर्जी-दरख्वास्त इत्यादि हरगिज मत करें। इस समय अमल में लायी गयी आर्थिक योजनाओं के अटक जाने का खतरा है। आर्थिक तंगी के कारण आपके किसी भी भावी प्रोजेक्ट्स को धीमी कर सकती है।
स्वास्थ्य-इस महीने के प्रारंभ से आपकी चुस्ती-फुर्ती बनी रहेगी। मन में प्रसन्नता और आनंद रहने से आप हर काम अच्छी तरह से कर सकेंगे। फिलहाल, किसी गंभीर बीमारी के संकेत नहीं मिल रहे हैं। जीवन साथी की बिगड़ी सेहत आपको चिंताग्रस्त रखेंगी। हालांकि, संतान प्राप्ति से संबंधित मामलों में आपकी समस्याओं के हल होने की उम्मीदें कम हैं। गर्भवती महिलाओं को इस समय अपने स्वास्थ्य की देखरेख करने की सलाह है।

Wednesday 15 February 2017

तुला फरवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में आपके पराक्रम भाव में शनि व बुध, चतुर्थ भाव में सूर्य, पंचम स्थान में केतु और छठे स्थान में शुक्र तथा मंगल की युति है। गुरु इस समय व्यय स्थान में है जबकि लाभ स्थान में पापग्रह राहु है। महत्वपूर्ण ग्रह खराब स्थान में अथवा अच्छे स्थान में खराब ग्रह होने से आपको इस महीने में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। शुरूआत के चरण में प्रेम संबंधों में किसी भी कारण से तनाव आ सकता है। आपके द्वारा अपने प्रेम की अभिव्यक्ति ठीक तरीके से नहीं करने की आशंका है। विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने हेतु मध्यम समय है। रोग स्थान में शुक्र और मंगल होने से स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। गर्मीजन्य तकलीफों, गुप्तभागों की समस्या, एसिडिटी, व्याकुलता, मोटापा और डायबिटीज के कारण होने वाले रोग सिर उठाएंगे। सृजनात्मक क्षेत्रो में नौकरी करने वाले जातक इस समय उत्तम प्रगति कर सकेंगे। फुटकर कामकाज में भी अच्छे आर्डर प्राप्त करके आप कमाई कर सकेंगे। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य राशि परिवर्तन करके पंचम स्थान में बुध चौथे स्थान में आ जाएगा, जबकि गुरु वक्री होगा। प्रेम संबंधों में अहं का टकराव होने की पूर्ण संभावना है। विद्यार्थियों को भी अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। संतान की चिंता बढ़ेगी। जन्मभूमि से दूर काम करने वाले जातकों को इस समय आंशिक मुश्किलें आ सकती हैं। निवेश अथवा नये उद्यम में आप कहीं-न-कहीं अवरोध का अनुभव करेंगे।
धन सम्बन्धी-नौकरी कर रहे लोग अपने उत्साह व कल्पनाशक्ति के बल पर कमाई करने में कामयाब रहेंगे। खुदरा कामकाज से जुड़े लोगों की किसी-न-किसी प्रकार से आर्थिक कमाई होती रहेगी। हालांकि, होने वाले आकस्मिक खर्चे या नुकसान को देखते हुए आपको व्यावसायिक मामलों में सावधानी रखनी की जरूरत होगी। महीने के अंत तक आपको बचत पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
शिक्षा संबंधी-विद्यार्थी जातकों को इस समय मेहनत की तैयारी रखनी होगी। आपको योग्य मार्गदर्शन की जरूरत रहेगी जो मुश्किल समय में आपको कहीं से भी मिलती नजर नहीं आएगी। पिछले 6 माह से आपकी तर्कशक्ति में हृास हुआ है और इस महीने के प्रथम सप्ताह से स्थिति के और भी भयावह रूप धारण करने के आसार हैं। पढ़ाई को लेकर मित्रों के साथ मश्वरा करेंगे। इसी उद्देश्य से आप किसी लघु यात्रा पर भी जा सकते हैं।
स्वास्थ्य संबंधी-इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रहना ही होगा। यदि आप संतान प्राप्ति हेतु प्रयासरत हैं तो आपको इसका पक्का निदान नहीं मिल सकेंगा। योग्य उपचार से वंचित रहेंगे। आपकेलिए अच्छा यही होगा कि अपनी सेहत की समय पर किसी योग्य डॉक्टर से जांच करवाएं नहीं तो यही रोग आगे चलकर कोई बड़ा रोग धारण कर सकता है।

कर्क फ़रवरी 2017 मासिक राशिफल

शनि पिछले ढाई वर्ष से आपके पंचम स्थान में था जो अभी आपके छठें में भाव में अर्थात् नौकरी और रोग स्थान में आ गया है। शुक्र राशि परिवर्तन करने मीन राशि में मंगल के साथ युति में आ गया है। चंद्र से छठे में स्थान में शनि का भ्रमण लंबी अवधि की चिंता तथा स्वास्थ्य की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। नौकरी करने वाले जातकों को कामकाज की चिंता होगी। इस महीने दूसरे सप्ताह में आपका मन योग, ध्यान अथवा गूढ विद्या की तरफ आकर्षित होगा और आप अधिकांश समय ऐसी गतिविधि में लगाएंगे। पुराने मित्रों के साथ मुलाकात होगी और आप भूतकाल की बातें पुनः याद करेंगे जिससे मन प्रफुल्लित होगा। जीवनसाथी अथवा ससुराल पक्ष से आशा रख सकते हैं। दूसरे सप्ताह के बाद कन्या राशि में गुरू वक्री होगा जिससे आपकी आर्थिक चिंता बढ़ सकती है। परिवार पर आप अधिक पैसा खर्च करेंगे और इच्छा अथवा अनिच्छा से उनकी मांगें पूरी करने के लिए आपको अधिक खर्च करना पड़ेगा। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य आपके अष्टम स्थान में आएगा जिससे कानूनी और सरकारी मामलों की समस्याएं अधिक होगी। अंत में इस अवधि के दौरान आठवें स्थान में सूर्य, बुध, और केतु का भ्रमण होगा जो आपको मानसिक परिताप प्रदान करेगा। आपको स्वास्थ्य की विशेष संभाल रखनी पड़ेगी। बिजनेस से जुड़े जातक खुद का कोई भी निवेश धंधे में नहीं करें। उच्च का शुक्र आपको कोई विलासितापूर्ण वस्तु खरीदने के लिए आकर्षित कर सकता है।
व्यवसाय-नौकरी कर रहे जातकों को फेरबदल का विचार आएगा। नौकरी में स्वर्णिम अवसर बाट जोह रहे होंगे। कारोबार के विस्तार के लिए उत्तम समय। धन की व्यवस्था अभी से करके रखें नहीं तो बीच में योजनाए निरस्त करनी पड़ सकती हैं। सरकारी और कानूनी मसलों को 13 तारीख के पहले ही सुलझा लें। प्रोफेशनल मोर्चे के किसी भी निर्णय हेतु शुरू का पखवाड़ा बेहतर प्रतीत होता है।
धन एवं वित्त सम्बन्धी- आर्थिक मोर्चे पर यह समय काफी कंफ्यूसिंग वाला कहा जा सकता है। आपके पास धन का आना तो होगा, पर देखा जाए तो छिप खर्चों के कारण आपके हाथ में वास्तविक रूप से धन नहीं रहेगा। आर्थिक व्यवहारों में होने वाले लेन-देने में सावधानी रखें। किस्मत की मेहरबानी से आपकी स्थिति में सुधार होगा। पिछले पखवाड़े खासकर कि कानूनी और सरकारी कामों में खर्च की संभावना रहेंगी।
स्वास्थ्य सम्बन्धी- आपके रोग स्थान में शनि और अष्टम स्थान में केतु है। पिछले पखवाड़े में अष्टम स्थान में सूर्य और बाद में बुध का भी आगमन होगा। आपको स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। गुप्त रोग, माइग्नेन, ब्लडप्रेशर, दंतपीड़ा, गले की पीड़ा में पिछले पखवाड़े में पीड़ा बढ़ जाने का अंदेशा है। स्नायु पीड़ा या सुस्ती के कारण शारीरिक थकान होने की आशंका है।

Monday 13 February 2017

वृषभ फ़रवरी मासिक राशिफल



सप्तमेश मंगल के साथ भ्रमण करने से मानसिक शांति और स्वास्थ्य के साथ शुरूआत होगी। आपका धनेश-पंचमेश और सुखेश नौवें भाव में भ्रमण करेगा। कुटुंब-पारिवारिक सुख मिलेगा। परिवार के साथ बाहर जाएंगे। मानसिक शांति और तरोताजगी के लिए आपके कामकाज छोड़कर स्वजनों के साथ पिकनिक या प्रवास की योजना बनाने की संभावना अधिक होगी। महीने के मध्य में इस अवधि के दौरान विद्यार्थीवर्ग को उच्च अध्ययन के लिए विदेशगमन का योग बनेगा। शेयर-बाजार अथवा सट्टे में पैसा निवेश किया हो तो लंबी अवधि के लिए निवेश कर सकेंगे। इस समय किसी बड़े-बुजुर्ग, गुरु या विद्वान से मुलाकात होगी। युवा वर्ग के प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात का योग बनेगा। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य आपके कर्म स्थान में आएगा जिसका कैरियर में उत्तम फल मिलेगा। परंतु, ग्यारहवें में और आठवें भाव का स्वामी गुरु पांचवें भाव में वक्री गति से भ्रमण करेगा जिससे थोड़ा कमजोर परिणाम प्रदान करेगा। आय में कमी होगी। युवावर्ग को अध्ययन में अवरोध आएगा। विवाह के इच्छुक जातकों को फिलहाल योग्य व्यक्ति मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। जो लोग सामाजिक कार्यों से जुड़े हैं उनकी सक्रियता बढ़ेगी और कदाचित नई जवाबदारी सौंपी जाने की संभावना भी रहेगी। स्वास्थ्य का विचार करें तो पेट संबंधी बीमारी अथवा कफ जन्य रोग होने की संभावना रहेगी। खाने-पीने और घूमने-फिरने में संयम बनाए रखें, अन्यथा आगे चल कर गंभीर स्वरूप धारण कर सकता है।
व्यवसाय-प्रोफेशनल कार्यो में आपके किसी प्रकार की गलतफहमी में रहने की आशंका नहीं लगती। प्रोडक्शन या सर्विस क्षेत्र में जातकों को अपनी गुणवत्ता को बनाए रखना होगा। नहीं तो बाजार की गलाकाट प्रतियोगिता में खुद को टिकाए रखने में काफी दिक्कतें आएंगी। स्थानीय बाजारों की अपेक्षा दूर-दराज के संपर्कों से कामकाज का विस्तार होगा। शेयर बाजार में लंबी अवधि के ख्याल से किये गये सौदे आपको फायदे में रखेंगे।
धन स्थिति-शुरूआत मध्यम रहेगी। पर 4 तारीख के बाद बुध के भाग्य स्थान में आकर सूर्य के साथ युति बनाएगा। इस समय के दौरान व्यवसायिक कार्यों में भी खर्च बढ़ेंगे। आपके व्यवसायिक प्रयासों का आर्थिक फल इस समय उतना नहीं मिले तो निराश होने की हरगिज जरूरत नहीं। अपने प्रयास जारी रखें। मल्टीनेशनल कंपनी अथवा विदेश में सृजनात्मक विषयों में नौकरी कर रहे लोग, फिल्म या टीवी जगत के साथ जुड़े हुए जातकों की प्रगति होने की संभावना है। नौकरी में आप पूरे उत्साह के साथ अपने प्रोजेक्ट पूरे कर सकेंगे।
स्वास्थ्य-आपके लिए आनंदकारी स्वास्थ्य रहने जा रहा है। फिर भी शनि के अब अष्टम स्थान में आ जाने से किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित जातकों को किसी भी प्रकारी के भ्रम में नहीं रहने की सलाह है। महीने के उत्तरार्ध में आप बहुत अधिक कार्य के भार के कारण थोड़ी थकावट और ऊर्जाहीनता महसूस करेंगे। हालांकि, कसरत, मेडिटेशन और भोजन में नियमितता को प्रधानता देने से आपको व्यर्थ चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

मेष फरवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में आपकी राशि से सूर्य दसवें कर्मस्थान में मकर राशि में भ्रमण कर रहा है। पिता के साथ संबंधों में सामंजस्य बढ़ेगा। यश, मान, कीर्ति एवं प्रतिष्ठा की संभावना में वृद्धि होगी। लग्नेश तथा अष्टमेश मंगल बारहवें में मीन राशि में भ्रमण कर रहा है। शारीरिक तथा मानसिक स्थिति बेहतर रहेगी। पारिवारिक संबंध, दांपत्य जीवन, सार्वजनिक जीवन, तथा अंतरंग संबंध में शुभ परिणाम पहले सप्ताह में प्राप्त होंगे। धनु राशि में स्थित शनि धीमी परंतु स्थिर गति से प्रगति प्रदान करेगा। उधार वसूली जैसे कार्य में विलंब की संभावना बढ़ जाएगी। विशेषकर हाथ में आया हुआ लाभ अंतिम घड़ी में छिन सकता है। आपकी राशि से पांचवें में भ्रमण करता हुए सिंह राशि के राहु तथा ग्यारहवें में भ्रमण करते हुए कुंभ राशि के केतु के कारण आर्थिक लेनदेन में विशेष सावधानी बरतनी होगी, अन्यथा मनमुटाव के प्रसंग आ सकते है। इस समय के दौरान सट्टे का जोखम नहीं उठाए। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य कुंभ राशि में आएगा जो सार्वजनिक जीवन में यश, मान, कीर्ति, प्रतिष्ठा की प्राप्ति कराएगा। स्वास्थ्य थोड़ा नरम-गरम रहेगा। धनेश तथा सप्तमेश शुक्र आपकी राशि से बारहवें में भ्रमण करेगा इसके प्रभाव के कारण पारिवारिक संबंध, सार्वजनिक जीवन, अंतरंग संबंध, धंधे से जुड़े संबंधों में अनुकूलता बढ़ेगी। इस समय के दौरान अध्ययन में अड़चनें आती रहेगी।
व्यवसाय- प्रोफेशनल प्रगति के लिए माह का पहला पखवाड़ा शुभता लिए हुए होगा। विशेषकर सरकारी नौकरी, सरकारी कामकाज, शिक्षण, बैंकिग, रिसर्च, विज्ञान और प्रिंटिंग से संबंधिंत कार्यों में प्रगति होगी। आपकी तर्क शक्ति अच्छी होने नौकरी में वांछित सफलता प्राप्त करेंगे। हालांकि, लोग रियल एस्टेट, कृषि, मशीनरी, औजार, वाहन इत्यादि में अवरोध बढ़ सकते हैं। कॉस्मेटिक्स और कला से संबंधित कार्यों में भी मंदी छायी रहने की संभावना है।
धन स्थिति- आपके धन स्थान के मालिक शुक्र का बारहवें भाव में होने से होने वाले व्यय एकाएक रूप से बढ़ जाएंगे। आप मनोरंजन और विलासी चीजों में बेधड़क खर्चे करेंगे। आवक मर्यादित रहेगी। नौकरी और फुटकर कामकाजों द्वारा कमाई कर रहे जातकों को 6 तारीख के बाद अधिक सावधानी रखनी होगी, क्योंकि इस समय भाग्य आपका उतना साथ नहीं देगा। आपकी आमदनी स्थिर व धीमी गति से होती रहेगी। लॉटरी, सट्टेबाजी इत्यादि में आर्थिक हानि की आशंका रहेगी।
स्वास्थ्य -आकस्मिक चोट लगने की आशंका इस पूरे महीने के दौरान बनी रहेगी। इसलिए, वाहन धीमे-धीमे चलाएं और कामकाज में बेवजह जल्दीबाजी मत करें। दुविधाओँ के चलते कोई भी निर्णय उल्टा पड़ सकता है। अपने फैसले इस दौरान मुल्तवी रखें। शरीर के गुप्त भागों की समस्या आक्रांत करेगी। जो लोग डायबिटीज, मोटापे, भोजन के पाचन से पीड़ित है उनको इस समय काफी ध्यान रखना होगा।

Thursday 12 January 2017

मीन जनवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में शुक्र आपकी राशि से बारहवें भाव में आप को शुभ व अशुभ दोनों प्रकार के फल प्रदान करेगा। शुक्र आपको आर्थिक लाभ देगा। किसी गलत व्यक्ति, विपरीत लिंग वाले व्यक्ति के प्रति आकर्षण या विपरीत लिंग वाले व्यक्ति के साथ संबंध बंध सकते हैं। सूर्य और बुध की युति आपके कर्म स्थान में होने से आपको उच्च अधिकारी, सरकारी अधिकारियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ मुलाकात के प्रसंग बनेंगे। गुरु सातवें में होने से विदेशगमन की संभावना बन रही है। हालांकि, फिलहाल बारहवें भाव में मंगल होने से गुस्सा, आवेश, मानसिक असंतोष, आंख में तकलीफ या रोग भी रहेंगे। महीने के मध्य में सूर्य राशि बदलकर मकर राशि में आ जाने से लाभ स्थान में आ गया है जो कि लाभदायी रहेगा। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। महीने के अंतिम सप्ताह में मंगल के आपकी राशि में प्रवेश करने से बुखार, चोट, रक्तविकार की तकलीफ रहेगी। आग, इलेक्ट्रिक शॉक, जहर तथा हथियारों से चोट लगने की संभावना बन रही है। महीने के अंतिम चरण में बौद्धिक क्षेत्रों में व्यवसायिक रूप से जुड़े जातक अच्छी प्रगति कर सकेंगे, जिसमें विशेष रूप से कम्युनिकेशन, शिक्षण, बैंकिंग आदि में आप उत्तम परफॉरमेंस देंगे। इस समय आप सार्वजनिक जीवन में अधिक सक्रिय रहेंगे और समाज के लिए कोई जवाबदारी उठाने की भी संभावना रहेगी।
व्यवसाय व् करियर-आपके कर्म स्थान में सूर्य के साथ बुध की युति होने से प्रोफेशनल कार्यों में आप अच्छी तरह से आगे बढेंगे। अपने वरिष्ठ और बड़े लोगों की कृपा से आप सफलता प्राप्त करेंगे। शिक्षण, बैंकिग, साहित्य, प्रिंटिंग इत्यादि के कार्यों में सप्ताह के प्रथम पखवाड़े में सफलता मिल सकती है। टेक्निकल कार्यों, मशीनरी, रियल एस्टेट, कृषि इत्यादि में मंदी रहेगी। परंतु अंतिम सप्ताह में जीवन के तमाम क्षेत्रों में आपकी स्थिति में देखते-ही-देखते सुधार आने की संभावना है।
धन स्थिति-आपके धन स्थान का मालिक मंगल व्यय स्थान में शुक्र व केतु के साथ युति बना रहा है। शुक्र व केतु की युति खर्च का संकेत देती है। विलासी और मौज-मस्ती की प्रवृत्तियां आपका खर्च बढ़ा सकती हैं। इलेक्ट्रोनिक चीजों, वाहन की रिपेयरिंग और आकस्मिक खर्च की संभावनाए भी हैं। आपकी दैनिक आमदनी में भी अवरोध आएंगे। आर्थिक खींचतान महूसस होगी। महीने के अंतिम सप्ताह में जन्मभूमि से दूर व्यावसायिक संपर्कों द्वारा किसी प्रकार के लाभ मिलने की संभावना बढ़ेंगी।
स्वास्थ्य-आकस्मिक चोट, गुप्त भागों की समस्या, त्वचा रोग, आंखों में सूजन, एसिडिटी इत्यादि की संभावना को मद्देनजर रखते हुए धैर्य व सावधानी रखें। रोग स्थान में विद्यमान राहु के कारण आप मौसमी बीमारियों के शिकार बनने की आशंका है। किसी जोखिम के कार्यों में जातक के चोटिल होने का डर है । महीने के अंतिम सप्ताह में आप में अधिक जोश व उत्साह रहने की संभावना को देखते हुए अपने इस उत्साह का सही दिशा में उपयोग करने का परामर्श है ।

कुम्भ जनवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में कुंभ राशि में केतु-मंगल-शुक्र, धनु राशि में सूर्य-बुध, वृश्चिक राशि में शनि, कन्या राशि में गुरू और सिंह राशि में राहु महाराज विराजमान हैं। शुरूआत में मन थोड़ा उदासीन और आवेशयुक्त रहेगा। प्रेम संबंधों का भी प्रसंग बन सकता है। हालांकि, दांपत्यजीवन में जीवनसाथी से असंतोष रहेगा। विदेशजाने के इच्छुक व्यक्तियों का विदेश गमन होगा। आप में आध्यात्मिकता की मात्रा अधिक रहेगी। सूर्य के आपके ग्यारहवें स्थान में होने से बुजुर्गों, वरिष्ठ अधिकारियों, पिता अथवा पितातुल्य व्यक्तियों से लाभ मिलेगा। सार्वजनिक जीवन में सम्मान मिलेगा। महीने के मध्य में आपको स्वास्थ्य के लिए फिक्रमंद रहना होगा। इस समय घर के लिए किसी नई वस्तु की खरीदी होगी जिससे खर्च बढ़ेगा। महीने के उत्तरार्ध में 12वें स्थान में सूर्य आ रहा है, इसलिए मानसिक परिताप रहेगा। आँखों से संबंधित बीमारी होने की आशंका है। कोर्ट-कचहरी तथा मानहानि का प्रसंग बनेगा। महीने के अंतिम चरण में अध्ययन के प्रयोजन से विदेश जाने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए अनुकूल समय शुरू होगा। आपकी वाणी में शिष्टता अधिक रहेगी। आप व्यवसायिक मोर्चे पर कम्युनिकेशन पर अधिक बल देंगे और इसका अच्छा फल भी प्राप्त कर सकेंगे। इस समय विशेष रूप से जन्मभूमि से दूर स्थान में हो रहे कामकाज से आप बढ़िया आय प्राप्त कर सकेंगे। ब्लड प्रेशर, हृदय से संबंधित समस्या अथवा माईग्रेन की समस्या हो, उन्हें फिलहाल स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा।
व्यवसाय व् करियर-आपके कर्म स्थान में विद्यमान शनि कामकाज की गति धीमी रहने का संकेत देता है। कृषि, इलेक्ट्रोनिक चीजों, वाहन, रियल एस्टेट इत्यादि से जुड़े लोगों को मंदी का सामना करना होगा। जो लोग व्यावसायिक एवं सरकारी कार्यों से जुड़े हैं उनके लिए 16 तारीख के बाद का समय मुश्किलों वाला है। पूर्व के पखवाड़े में व्यवयायिक स्तर पर भी अपनी प्रतिष्ठा पर आंच आने से रक्षा करनी होगी।
धन स्थिति-आपके धन स्थान के मालिक गुरू के इस समय अष्टम स्थान में होने से स्वाभाविक कारणों से खर्च की तैयारी रखनी होगी। सौंदर्य प्रसाधनों, आभूषणों, मनोरंजन इत्यादि में पैसे खर्च होंगे। इसके अलावा, व्यावसायिक मोर्चे, मशीनरी, वाहन और स्थिर संपत्ति के पीछे खर्च होंगे। महीने के उत्तरार्ध में कानूनी और सरकारी कार्यों में खर्च की संभावना नजर आ रही है। हाल में आप किसी देव स्थान की यात्रा करेंगे। जनसेवा के कार्यों में भी भाग लेते समय अपनी जेब को नहीं देखेंगे।
स्वास्थ्य-महीने के प्रथम पखवाड़े में आप को अनावश्यक उतावली की वजह से चोट या बिजली के करंट का झटका लग सकता है। आँखों या त्वचा में सूजन जैसी समस्याएं होने का खतरा रहेगा। उत्तरार्ध के समय में माईग्नेन, ब्लडप्रेशर,हृदय के धड़कनों से संबंधित समस्याओं के चलते आपको उसका ध्यान रखना चाहिए। मोटापे और डायबिटीज का इलाज करवा रहे लोगों के ऊपर उपचार का असर कम दिखाई पड़ने की संभावना है। संक्षेप में, आप इस महीने यदि अपनी दिनचर्या में नियमितता और भोजन में संयम रखेंगे तो निरोगी रह सकेंगे।

मकर जनवरी 2017 मासिक राशिफल



महीने की शुरूआत में मानसिक अशांति, बैचेनी, अनिद्रा की तकलीफ रहेगी। इस समय आपकी घर के सदस्यों के साथ अनबन होगी। 3 तारीख से विद्यार्थियों के लिए मानसिक चिंता वाला समय रहेगा। इस समय जातकों को सिरदर्द, बुखार, चर्म रोग, पथरी, स्नायुओं के रोगों की तकलीफ हो सकती है। किसी भी प्रकार के रोग में विशेष सतर्कता रखें। 12वें भाव में व धनु राशि में अष्टमेश व षष्ठेश की युति हो रही है। थोड़ी-सी लापरवाही से रोग बड़ा रूप धारण कर सकता है। धन क्षेत्र में केतु के होने से पैसे का लेनदेन नहीं करें। लग्न में सूर्य होने से आपके गुस्से में वृद्धि होगी। घर के सदस्यों के साथ अथवा मित्रों के साथ व्यवहार में झगड़ा अथवा प्रेम कम हो जाएगा। छोटे भाई बहन के साथ अनबन रहने की भी संभावना रहेगी। नौकरीपेशा वर्ग को विशेष ध्यान रखना होगा। यह सप्ताह नौकरीपेशा वर्ग के लिए चिंताजनक साबित हो सकता है। स्त्री जातकों या पानी वाली जगह से लाभ होगा। 21 तारीख को मंगल का परिवर्तन मीन राशि में होगा। माता के स्वास्थ्य में तकलीफ होगी। महीने के अंतिम चरण में परिवार में मानसिक अशांति रहेगी। परिवार के कारण वैवाहिक जीवन में तकलीफ हो सकती है। जातकों को आंतों का रोग जैसे कि एसिडिटी होने की संभावना है। पढ़ाई में विद्यार्थियों को अपनी मेहनत के अनुसार फल मिलेगा।
व्यवसाय व करियर- धंधे-नौकरी में आपको अपनी आय में वृद्धि करने के लिए एकाएक फेरबदल की इच्छा जागेगी। आप इस संबंध में ठोस निर्णय भी लेंगे। पर महीने के पूर्वार्ध में जहां तक संभव हो आप किसी प्रकार का दुस्साहस करना टालें। प्रोफेशनल कार्यों से जुड़े कानूनी या सरकारी मसलों के 16 तारीख तक सुलझ जाने के आसार हैं। इस समय के दौरान नौकरी कर रहे लोगों के काम में सूझबूझ एवं एकाग्रता शक्ति कम होने की संभावना है।
धन स्थिति-आपके धन स्थान में शुक्र, मंगल और केतु की युति आर्थिक मोर्चे पर खींचतान का संकेत दे रही है। उसमें भी प्रथम पखवाड़े में कानूनी एवं सरकारी कार्यों में आपके खर्च बढ़ेंगे। किसी प्रकार के अहम लेन-देन के समय अपने आर्थिक व्यवहार का रिकॉर्ड रखें अन्यथा आप धोखेधड़ी का शिकार हो सकते हैं। यह समय ठीक नहीं होने की वजह से आपसे यह आग्रह है कि लंबी अवधि के निर्णय लेना इस दौरान स्थगित रखें।
स्वास्थ्य-इस महीने के शुरू में आपको चक्कर, कमजोरी , आलस और सुस्ती लगने जैसी फिरयादें रहेंगी। इसके बाद के समय में आपके स्वास्थ्य में सुधार आने की संभावना है। दिन-प्रतिदिन के क्रियाकलापों में आप व्यस्त होते जाएंगे। माता के स्वास्थ्य की तरफ भी ध्यान देना होगा। घर में किसी शुभ कार्यक्रम के रहने से आप आनंदित रहेंगे। महीने के अंतिम सप्ताह में आप में बहादुरी अधिक रहने से आप एडवेंचर या रोमांचक गतिवधियों से जुड़ सकते हैं। किसी सफर पर जाने के भी योग बन रहे हैं, इसलिए यात्रा के दौरान जागरूकता बनाए रखें।

वृश्चिक जनवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में आपकी राशि में ग्रहों की स्थिति पर नजर डालें तो, शनि प्रथम भाव में, सूर्य और बुध दूसरे भाव में, शुक्र-केतु और मंगल चौथे भाव में, राहु कर्मस्थान में और गुरु लाभ स्थान में है। प्रारंभिक पखवाड़ा आपके लिए लाभ कराने वाला रहेगा, परंतु उससे आर्थिक लाभ सीमित मात्रा में ही रहेगा। व्यवसायिक प्रयोजन से फिलहाल खर्च की संभावना अधिक रहेगी। पारिवारिक खर्च की मात्रा अधिक रहेगी। आपकी वाणी में मिठास बढ़ेंगी। मंगल और शुक्र दोनों आपकी राशि से चतुर्थ में भ्रमण करेंगे जिसके कारण आपके दिल में भावनाओं का सैलाब आ जाएगा। परिवार की खुशी के लिए आपके वाहन अथवा इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स की खरीदी पर खर्च करने की संभावना रहेगी। हालांकि, विवाह स्थान में स्थित शनि के कारण आपको कोई भी कार्य पूरा करने में अधिक परिश्रम करना पड़ेगा। यदाकदा कामकाज में विलंब की संभावना भी रहेगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य राशि बदलकर आपके पराक्रम स्थान में आएगा, जबकि अंतिम सप्ताह में मंगल राशि बदलकर पंचम स्थान में आएगा। इस समय लंबी अवधि के निवेश के लिए आप गंभीरता से विचार करेंगे। पिछले सप्ताह में विशेष रूप से प्रणय जीवन में आपके व्यवहार पर नियंत्रण रखना पड़ेगा। संतान के साथ किसी मुद्दे पर मतभेद की संभावना अधिक रहेगी। गर्भवती महिलाओं को भी स्वास्थ्य की विशेष संभाल करनी होगी। अंतिम सप्ताह में विशेष रूप से सेल्स और मार्केटिंग, शिक्षण और कंसल्टेंसी जैसे क्षेत्रों से जुड़े जातक अच्छी प्रगति कर सकेंगे।
धन-संबंधी- धन स्थान में वक्री बुध और सूर्य की उपस्थिति महीने के पूर्वार्ध में आपकी आवक मध्यम होने का संकेत देती है। पर लाभ स्थान में बैठा गुरू आपको किसी-न-किसी प्रकार से लाभ के अवसर पैदा करता रहेगा। उत्तरार्ध का समय व्यवसायिक निवेश, प्रोफेशनल मोर्चे पर किसी प्रकार का खर्च अथवा लंबी अवधि के निवेश के लिए उत्तम है। 21 तारीख तक आपके परिवार की खुशी हेतु खर्च की संभावना रहेगी। इसके बाद के समय में आपको संतान से संबंधित खर्च आ सकते हैं।
व्यवसाय-करियर-नौकरी-धंधे में आप अपने बल पर आगे बढ़ेंगे। पर कामकाज में जरा भी लापरवाही मत रखें। इस दौरान आपके प्रतिस्पर्धी व गुप्त शत्रु आपको परास्त करने का कोई-न-कोई मौका तलाशते होंगे। उत्तरार्ध में नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। व्यवसाय में विस्तार या किसी नयी शुरूआत हेतु मौका मिलने की संभावना है। सेल्स एवं मार्केटिंग से जुड़े जातक महीने के उत्तरार्ध तक अपनी आकर्षक वाणी से दिए गए टार्गेट को पूरा करने में कामयाब रहेंगे।
स्वास्थ्य-हमारे जिन जातकों को मौसमी शिकायतें रहती हों उन्हें माह के शुरू के चरण में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। आहार और नींद दोनों समयानुसार लेते रहें। दांत-मसूड़े और कंधे के भाग में पीड़ा और गले इत्यादि की समस्याएं पैदा हो सकती है। हालांकि, उत्तरार्ध के समय में आपकी स्थिति में सुधार होगा। 21 तारीख के बाद संतान प्राप्ति से संबंधित उत्पन्न होने की आशंका है। अंतिम एक सप्ताह में गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। छाती की समस्या, फ़ूड पोइज़निंग, वायुविकार अथवा पाचन संबंधी समस्या उत्पन्न हो तो तुरंत फैमली डॉक्टर को कंसल्ट करें।

Wednesday 4 January 2017

कन्या जनवरी 2017 मासिक राशिफल

आपकी राशि में से गुरू, शनि तृतीय स्थान में से और सूर्य-बुध चौथे स्थान में से भ्रमण कर रहा है। शुक्र-मंगल-केतु छठे में स्थान में से और राहु का बारहवें में से भ्रमण हो रहा है। ग्रहों की यह स्थिति, पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए अध्ययन के मामले में समय उत्तम दर्शा रहा है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी बढ़िया ढंग से कर सकेंगे। प्रेम-प्रसंग के लिए भी समय उत्तम दर्शा रहा है। स्वास्थ्य की संभाल रखनी पड़ेगी। तरीख 8 और 9 तारीख आपके लिए लाभकारी रहेगी। कम्युनिकेशन के आधुनिक गेजेट्स द्वारा आप प्रिय व्यक्ति के साथ लगातार संपर्क में रह सकेंगे। विवाह के इच्छुक जातकों के लिए भी आशाभरा समय है। महीने के मध्य में सूर्य राशि बदलकर आपके पंचम स्थान में आएगा जो कामकाज के स्थल पर, शेयर बाजार और सट्टे संबंधी कार्य में सोच समझकर निवेश करने से लाभ मिलने का संकेत दे रहा है। प्रेम संबंधों में अहं का टकराव नहीं हो इसका ख्याल रखना पड़ेगा। तरीख 16, 17 के आसपास के समय में आप शारीरिक थकावट का अनुभव करेंगे। महीने के अंतिम सप्ताह में मंगल के राशि बदलकर आपके दांपत्य स्थान में आने से जीवनसाथी के साथ संबंधों में तनाव मत आए इसका ख्याल रखना पड़ेगा। हालांकि, आप अंतरंग संबंधों का आनंद अत्यधिक जोश और उत्साह के साथ उठा सकेंगे। विद्यार्थी जातक इस समय हर विषय में खूब गहन अध्ययन करने के लिए के लिए प्रेरित रहेंगे।
व्यवसाय-करियर-धंधे-नौकरी में आप इस समय एकाग्रतापूर्वक आगे बढ़ सकेंगे। आपके कर्म स्थान पर बुध एवं सूर्य की सीधी दृष्टि आपके लिए अनेक प्रकार से सहायक रहेगी। हालांकि, उत्तरार्ध में आपके पंचम स्थान में सूर्य के आने से स्थितियों में अंतर आएगा। ग्रह स्थितियों में आने वाले बदलाव आपके लिए हितकारी रहेंगे। बड़ो और मित्रों की ओर से आपको सहयोग मिलेगा। पैतृक व्यवसाय में उन्नति होगी। नौकरी वर्ग भी जोश और कल्पनाशक्ति के बल पर प्रगति करने में कामयाब रहेंगे। दुश्मनों और छिपे शत्रुओं से आपको बचाव करना होगा। अंतिम सप्ताह में भागीदारी के कार्यों में बाधाएं आने का खतरा है। वर्क प्लेस की कार्यशैली में एकाएक किसी परिवर्तन होने की सूचना मिल रही है।
धन सम्बन्धी-धन स्थान के मालिक शुक्र का इस समय दैनिक आमदनी के स्थान में मंगल व केतु के साथ युति में होने से आपकी हर दिन की कमाई पर कुछ असर पड़ने की आशंका है। खासकर कि खुदरा कामकाज या नौकरी द्वारा होती आय में किसी-न-किसी घटोत्तरी के संकेत है। मिलना वाल लाभ अब पहले से कम हो सकता है। उत्तरार्ध के समय में शेयर बाजार के निवेश द्वारा आप कमाई की उम्मीद कर सकते हैं। वस्तुओं की खरीद-फरोख्त में खूब सावधानी रखें।
स्वास्थ्य-स्वास्थ्य का आपको थोड़ा ख्याल रखना होगा। दिनांक 21 तक एसिडिटी, आँखों में सूजन, मतिभ्रम और स्नायुओं में खिंचाव इत्यादि की समस्याए रहेंगी। मोटापे और डायबिटीज की यदि तकलीफ है तो आपको खान-पान की आदर्श जीवन शैली को अपनाना चाहिए। उत्तरार्ध के समय में गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा। जोखिम के कार्यों में चोट लगने का खतरा बनेगा।

सिंह जनवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने की शुरूआत में धंधेदारी के लिए उत्तम समय रहेगा, उनको इस समय में अधिक आय होगी। धन प्राप्ति होगी। हालांकि, नौकरीपेशा वर्ग के लिए यह समय शुभ प्रतीत नहीं होता है। तरीख 2-3 के दौरान समय शुभ व्यतीत होगा। विपरीत लिंग वाले व्यक्ति के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। गलत व्यक्तियों से मैत्री होने की अाशंका है। नई पहचान से अधिक काम मिलेगा। सरकारी काम से लाभ होगा। कार्य सफल होता महसूस होगा। यदि कोर्ट- कचहरी में कोई केस चल रहा हो तो उसका परिणाम आपके पक्ष में रहेगा। पैतृक संपत्ति से संबंधित विवादों का समाधान आने से फायदा होगा। दूसरे पखवाड़े में दांपत्य जीवन में किसी तीसरे कारण से मनमुटाव अथवा तकरार हो सकती है। पत्नी के साथ विवाद होगा। रोग-शत्रुओं से इस समय राहत मिलेगी। यदि कोई बीमारी हो तो उसमें से बाहर आएंगे। भाई-बंधुओं का सहयोग रहेगा। आँखो में गरमी के कारण तकलीफ होगी। आपका मन अधिक प्रफुल्लित रहेगा। मित्र मंडली और परिवारजनों से लाभ होगा। महीने के अंतिम दिनों के दौरान विद्यार्थी वर्ग को अध्ययन में अड़चनें आएंगी। अध्ययन में रुचि जागृत होगी व एकाग्रता बनी रहेगी। तरीख 28 के दौरान व्यक्ति को अपने दैनंदिन कार्यों में स्फूर्ति महसूस होगी। पर थकावट का अनुभव होने से मन अशांत और व्यग्र हो सकता है।
व्यवसाय- आपके कर्म स्थान का मालिक शुक्र हाल में सप्तम स्थान में मंगल व केतु के साथ युति में होने की वजह से भागीदारी के कार्यों में खलल पड़ सकता है। नए करार से दूर रहें। दिनांक 21 के बाद कृषि, मशीनरी, इलेक्ट्रोनिक चीजों में मंदी आ सकती है। आपके हाथ में अच्छे खासे पैसे रहेंगे। प्रोफेशनल मोर्चे पर नए खर्च हेतु अथवा लंबी अवधि के निवेश की दृष्टि से आवक का स्रोत खड़ा करने का विचार कर सकते हैं।
धन स्थिति-आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। आप अपने पेशे में अभी तक किए गए कार्यो के फलस्वरूप आर्थिक लाभ ले पाएंगे। आप यदि किसी पैतृक या वसीयत से जुड़े मामलों में फंसे हुए हैं तो उसका कानूनी हल निकलने की संभावना बन रही है। नौकरीकर्ता और खुदरा कामकाज कर रहे जातक महीने के उत्तरार्ध में ऊपरी और प्रभावशाली लोगों के समर्थन से कमाई के द्वार खोल सकेंगे। दैनिक आवक में वृद्धि करने के लिए उत्तरार्ध का समय बेहतर है ।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य के मामलों में महीन की शुरूआत बढ़िया रहेगी। माह के अंतिम चरण में यानीकि 21 तारीख के बाद आपको सतर्कता बरतनी होगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य आपके रोग स्थान में आएगा। वहीं मंगल का आपके अष्टम स्थान में जाना होगा। इस समय के दौरान स्नायुओं में दर्द, आलस और स्फूर्ति का अभाव, ब्लडप्रेशर की अनियमितता की फरियादें रहेंगी। सिंह राशि के जातकों को अपने भोजन शैली में नियमितता रखने की सलाह देते हैं।

कर्क जनवरी 2016 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में आठवें स्थान में शुक्र, मंगल और केतु होने से आर्थिक मामलों में थोड़ा ध्यान से काम करना पड़ेगा। इसके अलावा धन स्थान में राहु होने से आर्थिक लेनदेन में जाने-अंजाने में मनमुटाव की संभावना अधिक होने से किसी भी आर्थिक सौदे का लिखित हिसाब रखें। पराक्रम भाव में गुरु के होने से लंबी अवधि की कोई योजना बनने के आसार हैं। कार्यक्षेत्र के विषय में आपको लंबी यात्रा करने की भी तैयारी रखनी पड़ेगी। यदि आप किसी बिजनेस से जुड़े हो तो आपको बढ़िया आर्डर मिलेंगे अथवा खूब बड़ा करार होने की संभावना रहेगी। महीना के मध्य में सूर्य राशि बदलकर सप्तम भाव में आएगा, जिससे जीवनसाथी के साथ अहं का टकराव होने की संभावना अधिक होगी। भागीदारी के कार्य में भी ध्यान रखें। हांलाकि, समय के साथ मंगल अष्टम स्थान छोड़कर भाग्य स्थान में आएगा, जिससे बीमारी संबंधी समस्याओं में राहत मिलेगी। फिर भी स्नायुओं और जोड़ों की समस्याओं में सावधानी रखनी पड़ेगी। नौकरीपेशा लोग उनकी बौद्धिक प्रतिभा से आगे बढ़ सकेंगे। अंतरंग जीवन और प्रोफेशनल जीवन के बीच संतुलन साधने में फिलहाल आपकी परीक्षा होगी। आप साहित्य की तरफ अधिक झुके रहेंगे जिसके कारण लेखन, पत्रकारिता, कविता, स्क्रिप्ट राइटिंग आदि से जुड़े जातक सृजनात्मक लेखन कर सकेंगे।
व्यवसाय एवं करियर- आपकी कुंडली के कर्म स्थान के मालिक मंगल के हाल में केतु व शुक्र के साथ अष्टम भाव भाव में रहने से आप में उत्साह की कमी रहेगी। नौकरी कर रहे लोगों को अपने कौशल व वरिष्ठ लोगों के आशीर्वाद से महीने के प्रथम पखवाड़े में आगे बढ़ने का मौका प्राप्त होगा। सेल्स एवं मार्केटिंग से जुड़े जातकों के ऊपर टार्गेट को पूरा करने को लेकर दबाव बढ़ेगा। 21 तारीख के बाद टेक्निकल कार्यों जैसे कि मशीनरी, रियल एस्टेट इत्यादि में अनुकूलता बढ़ेंगी।
स्वास्थ्य-आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा। माह के प्रथम पखवाड़े में आप के रोग स्थान में वक्री बुध और सूर्य की युति रहेगी। वहीं अष्टम स्थान में मंगल, केतु और शुक्र की युति बनेगी। गुप्त भागों की समस्या, स्नायुओं में दुखाव, एसिडिटी, बवासीर,पग के तलुवे में सूजन और भोजन की अनियमितता के कारण पेट के रोग इत्यादि की संभावना है। जीभ या कंठ में किसी प्रकार के विकार की संभावना रहेगी। हालांकि, अंतिम सप्ताह में आपकी स्थिति में क्रमशः सुधरने से आपके लिए राहत भरे दिन कहे जा सकते हैं।

Monday 2 January 2017

मिथुन जनवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में आपकी राशि से सातवें में सूर्य और वक्री बुध तथा भाग्य भाव में से शुक्र-मंगल का परिभ्रमण आपके कामकाज में वृद्धि कराएगा। भाग्य का साथ मिलेगा, परंतु साथ-साथ कड़ी मेहनत की भी तैयारी रखनी पड़ेगी। गुरू चतुर्थ में होने से नये बिजनेस में निवेश करेंगे। विस्तार पर खर्च करने की संभावना भी अधिक है। आपके घर में मेहमानों की आवाजाही भी अधिक रहेगी। दांपत्य संबंधों में फिलहाल थोड़ी नीरसता रहेगी तथा अहं के कारण भी तनाव आ सकता है। समाज में हो रहे शुभ कार्यों में आप उत्साह से भाग लेंगे। विवाह के इच्छुक जातकों की दूसरे सप्ताह के प्रारंभ में किसी योग्य व्यक्ति के साथ मुलाकात हो सकती है। महीने के मध्य का समय कोर्ट-कचहरी और सरकारी विषयों में थोड़ा चिंताजनक रहेगा। वाणी के प्रभाव से दूसरों को बढ़िया तरीके से प्रभावित कर सकने की योग्यता पुरजोर होने के कारण यह समय सेल्स और मार्केटिंग, शिक्षण, कांउसिलिंग आदि से जुड़े जातकों के लिए बेहतर रहेगा। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य राशि बदलकर अष्टम स्थान में आएगा, जबकि बुध अभी मार्गी हो गया है। भाग्य स्थान में केतु के साथ मंगल और शुक्र की युति है। भाग्य का साथ अपेक्षाकृत कम मिलेगा। किसी धार्मिक कार्य में जाना होगा। सरकारी अथवा कोर्ट संबंधी कार्यों में खर्च आ सकता है। बुजुर्गों का स्वास्थ्य चिंता कराएगा। तारीख 20 के दिन मंगल के आपकी राशि से दसवें भाव में आने से मकान-वाहन संबंधित विवादों का समाधान हो सकता है। विद्यार्थी जातकों को इस समय सफलता की संभावना अधिक रहेगी। महीने के अंत में आपकी लेखनकला व अध्ययन में रुचि अधिक रुचि होगी।
स्वास्थ्य-नौकरी कर रहे लोगों के लिए धीमी गति से आगे बढ़ने का समय है। पर अच्छा समाचार यह है कि आपके छठें भाव में स्थिति शनि के महीने के अंत से ही राशि परिवर्तन करते रहने से कामकाज या प्रमोशन में होने वाले विलंब दूर होंगे। महीने के उत्तरार्ध में कृषि, लोहे, लाल रंग की चीजों, साज-सज्जा इत्यादि में प्रगति कर सकेंगे। भागीदारी के कार्यों में आपको आत्मसंयम रखना होगा। बोलचाल की संभावनाए बनेगी।
धन सम्बन्धी- इस पूरे महीने आप भाग्य के बल पर कमाई कर सकेंगे। व्यावसायिक खर्च का भी अंदेशा है। सेवा या प्रोडक्ट की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अथवा रिसर्च के पीछे भी आपका धन खर्च होगा। पारिवारिक खर्च की भी संभावना है। महीने के उत्तरार्ध में आपकी प्रोफेशनल गतिविधियां बढ़ती जाएगी जिसमें आर्थिक फायदे भी होंगे। प्रोफेशनल संबंध अधिक मजबूत बनाने के लिए मासान्त में खर्चे होंगे।
व्यवसाय-नौकरी कर रहे लोगों के लिए धीमी गति से आगे बढ़ने का समय है। पर अच्छा समाचार यह है कि आपके छठें भाव में स्थिति शनि के महीने के अंत से ही राशि परिवर्तन करते रहने से कामकाज या प्रमोशन में होने वाले विलंब दूर होंगे। महीने के उत्तरार्ध में कृषि, लोहे, लाल रंग की चीजों, साज-सज्जा इत्यादि में प्रगति कर सकेंगे। भागीदारी के कार्यों में आपको आत्मसंयम रखना होगा। बोलचाल की संभावनाए बनेगी।
स्वास्थ्य- जो लोग किसी पुराने रोग से पीड़ित हैं उनके स्वास्थ्य में देखते-ही-देखते सुधार होने की संभावना है। खुद की सेहत के साथ-साथ परिवारजनों की सेहत को लेकर भी फिक्रमंद रहेंगे। जिन लोगों को स्नायुओं की तकलीफ है उनको 21 तारीख तक बहुत ध्यान देने की आवश्यकता होगी। महीने के पिछले पखवाड़े में सूर्य अष्टम स्थान में आएगा। ब्लडप्रेशर या हृदय की धड़कनों से संबंधित समस्याओं में आपको उपचार में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।

वृषभ जनवरी 2017 मासिक राशिफल

महीने के प्रारंभ में आपका राशि अधिपति शुक्र नौवें भाव में अर्थात् आपके भाग्य स्थान में भ्रमण करेगा। यह आपको विचारों में स्थिरता और धर्म में रूचि प्रदान करेगा। तबीयत नरम-गरम रहने की संभावना देख रहे हैं। आपकी माता की तबीयत बिगड़ेगी अथवा माता के साथ मनमुटाव होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। आपके आठवें स्थान में सूर्य-बुध का भ्रमण चल रहा होने से जमीन वाहन से संबंधित विवाद उत्पन्न होंगे। पांचवें स्थान में गुरु का पारगमन संतान से संबंधित परेशानियां देगा। प्रणय संबंध मध्यम रहेंगे। विद्यार्थीवर्ग का पढ़ाई में मन लगेगा। आपकी याददाश्त और बोधशक्ति में वृद्धि होगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य भाग्य स्थान में आएगा। उग्र प्रकृति का ग्रह मंगल तथा केतु दसवें स्थान में स्थित होने से प्रोफेशनल मोर्चे पर मन बैचेन रहेगा। निरर्थक चिंता करेंगे और निर्णय क्षमता कम रहेगी। विशेष रूप से प्रोफेशनल विषयों में फिलहाल संभव होय वहाँ तक महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें। घर में मन नहीं लगेगा। परिवारजनों के साथ बहस में व्यर्थ उग्रता नहीं आ जाए, इसकी सावधानी रखें। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। विचारों में खोए रहने के कारण वाहन चलाने में सावधानी रखें। गिरने-चोट लगने का योग बन रहा है। 17-19 तारीख के दौरान कोई नयी गतिविधि होगी, शेयर-बाजार अथवा लॉटरी से आर्थिक लाभ होगा। 26 जनवरी के दिन शनि महाराज आपकी राशि से आठवें में भ्रमण करेगा। इसके परिणामस्वरूप आपको शनि की ढैय्या शुरू होगी। यह लोहे का पाया है। आगामी ढाई वर्ष के दौरान आपको धंधे – नौकरी में परेशानी बढ़ेगी।
व्यवसाय-जो रियल एस्टेट, कृषि, मशीनरी, वाहन, सौंदर्य प्रसाधन, डेकोरेशन इत्यादि के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए उत्तम प्रगति का समय है। प्रथम पखवाड़े में शायद कामकाज में कानूनी या सरकारी अड़चने आएंगी। उत्तरार्ध में इन समस्याओं का समाधान होगा। महीने के अंतिम सप्ताह में दूर के स्थानों के व्यवसायिक कार्य, आयात-निर्यात के कार्यों में अच्छी प्रगति होने की संभावना है।
धन संबंधी-शुरू के सप्ताह में आपकी भाग्य के जोर से कमाई होगी। पर धन स्थान का मालिक बुध महीने के शुरू से आपके अष्टम स्थान में सूर्य के साथ युति में रहेगा। पर बुध के यहां वक्री होने से बहुत आमदनी की आशा मत रखें। इसके विपरीत, प्रथम पखवाड़े में शायद कानूनी या सरकारी मामलों में खर्च बढ़ेंगा। गलत निर्णयों के चलते निरर्थक क्षेत्रों में निवेश करने से पैसे अटक जाने की संभावना है। हालांकि, महीने के उत्तरार्ध में आपकी स्थिति बेहतर होगी।
स्वास्थ्य-जिन्हे ब्लडप्रेशर, दांत या मसूड़े में दुःखाव, गले की तकलीफ, आंख में सूजन, हृदय की धड़कनों में अनियमितता इत्यादि की समस्या है उनको प्रथम पखवाड़े में विशेष रूप से सावधानी रखनी होगी। देखा जाए तो महीने के दौरान आपका नरम-गरम स्वास्थ्य रहेगा। आपको फालतू विचारों और मानसिक दोहरेपन की स्थिति से दूर रहने की सलाह देते हैं। अगर संभव हो तो नियमित रूप से मेडिटेशन और कसरत पर ध्यान दें।

मेष जनवरी 2017 मासिक राशिफल

इस सप्ताह के दौरान आपकी राशि से सूर्य तथा बुध धनु राशि में से अर्थात् भाग्य स्थान में से भ्रमण कर रहा है। कामकाज में वृद्धि और अवरोध उत्पन्न होगा। आर्थिक विषयों तथा पारिवारिक, दांपत्य जीवन तथा सार्वजनिक जीवन के धंधे से जुड़े विषयों में शुभ परिणाम प्राप्त होगा। आर्थिक लाभ की संभावना रहेगी। आपकी शारीरिक तथा मानसिक स्थिति मजबूत रहेगी। पारिवारिक विषयों में शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। आपकी राशि से आठवें में भ्रमण करता हुआ वृश्चिक राशि का शनि ज्येष्ठा नक्षत्र में होने से आपके कामकाज तथा आर्थिक विषयों में व्यवधान उत्पन्न करेगा। आपके प्रोफेशनल कार्यों में उत्तरोत्तर प्रगति देखने को मिलेगी। काम के अनुसार वेतन मिलेगा और खर्च पर नियंत्रण रहेगा। धार्मिक यात्रा की संभावना प्रबल है। तारीख 18, 19, 20, 21 के दौरान अशुभ परिणाम मिलेंगे। आपकी राशि से आठवें में भ्रमण करता हुआ वृश्चिक का शनि कामकाज तथा आर्थिक क्षेत्र में अवरोध उत्पन्न करेगा। वैवाहिक संबंधों से जुड़े निर्णय लेने के इच्छुक जातकाें को जल्दबाजी में आगे नहीं बढ़ना चाहिए। भाग्यस्थान में आया हुआ शनि तारीख 26-1-2017 के बाद धीमी परंतु स्थिर प्रगति प्रदान करेगा। विशेषकर वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग मिलता रहेगा तथा सरकारी या कानूनी कार्य में भी आशा का किरण दिखाई देगी।
व्यवसाय और करियर -जो लोग किसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करते हैं, आयात-निर्यात के कार्य से जुड़े हैं अथवा जन्मभूमि से दूर के कार्यो से जुड़े हैं उनके लिए शुरू का समय बढ़िया है। शेयर बाजार या सट्टे से जुड़े कार्यों के लिए हाल का समय ठीक नहीं है। लोहे, मशीनरी, काले रंगे के धंधे में रहने वाली मंदी धीरे-धीरे कम हो जाएगी। नौकरीवर्ग तर्क शक्ति के बल पर प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर सकेंगे। हालांकि, 21 तारीख से मंगल कुंडली के व्यय स्थान पर आ जाएगा। इससे इलेक्ट्रोनिक की चीजों, वाहनों, रियल एस्टेट इत्यादि में गति धीमी होने के आसार हैं।
स्वास्थ्य -हाल में आपके रोग स्थान में केतु का भ्रमण चलता है। वहीं महीने के अंतिम चरण में मंगल व शुक्र व्यय स्थान में आ जाएगा। इसके अलावा, अष्टम स्थान में शनि है। महीने के अंत में यह राशि बदलेगा। इस महीने विशेष तौर पर मोटापे, डायबिटीज, लीवर की समस्या, कूल्हे की परेशानी झेल रहे लोगों को सेहत को अच्छा रखने के लिए काफी ध्यान रखने की जरूरत होगी। दिनांक 21के बाद आकस्मिक चोट, बिजली के करंट, सरदर्द इत्यादि होने की अाशंका को देखते हुए काफी सजग रहें।
धन संबंधी-आपके धन स्थान के मालिक शुक्र के इस समय धन स्थान में होने से स्वाभाविक है कि आपको एक अच्छा खास लाभ होगा। हालांकि, लाभ स्थान में केतु के भी होने से आपको मेहनत के अनुपात में पूरा-पूरा लाभ नहीं हासिल कर पाने का मन-ही-मन अफसोस रहेगा। महीने के अंतिम दिनों में शुक्र के व्यय स्थान में चले जाना खर्च के संकेत दे रहा है जिसका असर आपको आगामी महीने में देखने को मिलेगा। भाग्य के बल पर भी कमाई की मध्यम संभावना नजर आ रही है।

Sunday 1 January 2017

साप्ताहिक राशिफल -02-08 जनवरी, 2017

इस चूॅकि साल की शुरूआत हो रही है और हमारा यह सप्ताह का पहला सप्ताहिक राशिफल है, इस सप्ताह की शुरूआत में मंगल, शुक्र और चंद्रमा राहु से पापाक्रांत रहने वाला है और शनि दृष्ट राहु तो है ही खतरे का सूचक.. साथ ही शनि की अपने सत्ता स्थान अर्थात् दसम दृष्टि भी है... सभी राशियों पर ग्रह गोचर के अनुसार तो देखें कि इस सप्ताह उनका साल का पहला सप्ताह कैसा जायेगा ..
मेष (।तपमे) -
मेष राशि वालों के लग्न पर राहु की नवम दृष्टि है इसलिए मेष राशि वालों के लिए इस सप्ताह की शुरुआत काफी अच्छी रहने वाली है, क्योंकि राहु के होने से मस्ती, पार्टी, पिकनीक इत्यादि का प्लान बनेगा, जोकि एक दिन, दो दिन या सप्ताह का हो सकता है अतः सप्ताह का पहला दिन या पूरा सप्ताह आप अपने परिवार के साथ काफी अच्छे तरीके से व्यतीत करेंगे। किंतु 06 तारीख के बाद जब चंद्रमा राहु से पापाक्रांत होकर लग्न में आयेगा तो स्वास्थ्यगत एवं आर्थिक कष्ट दिखाई देगा। आप अपनी मधुर वाणी के बूते पर किसी को भी अपनी बात मनवा सकते हैं। सरकारी विभागों में फंसे आपके बिल पास होने की संभावना है। 06 तारीख के बाद आपके लग्नस्थ चंद्रमा राहु से पापाक्रांत होने के कारण मन और स्वास्थ्य दोनों के लिए सावधानी से चलने का संकेतक है। आपको किसी भी कार्य में दोस्त या भाई बहन का बहुत अधिक सहयोग मिल सकता है। आप साहस एवं उत्साह से भरपूर रहेंगे, किंतु 06 तारीख के बाद नौकरीपेशा जातको को संभलकर रहना चाहिए, सहयोगियों का विरोध हो सकता है।यदि नई नौकरी के बारे में विचार कर रहे हैं, तो कुछ समय के पश्चात अंतिम निर्णय लें। उच्च शिक्षा के लिए यह समय अच्छा नहीं कहा जा सकता है। आर्किटेक्ट, फैशन डिजाइनिंग, मल्टीमीडिया इत्यादि के अभ्यासरत जातकों को सुनहरे अवसर मिलेंगे।
उपाय:-
रूद्राभिषेक करायें...
सफेद वस्तुओं का दान करें अथवा श्रम दान करें...
वृषभ ( ज्ंनतंे ) -
इस सप्ताह आपके सप्तम स्थान में मौजूद शनि दोस्तों के साथ एवं मौज-मस्ती की दृष्टि से अच्छा है किंतु आप महत्वपूर्ण निर्णय लेने से चूक सकते हैं। साथ ही परिवार के बड़े किसी के साथ बुरा बर्ताव न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखें। हालांकि, उसके बाद का समय कुछ अच्छा व्यस्तता भरा होगा। आपके अपनी गलतियों के लिए क्षमाप्रार्थी होने के बाद उच्च अधिकारियों, बड़े बुजुर्गों के संपर्क में रहेंगे एवं उनके साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनें रहेंगे। जमीन, कृषि, रियल एस्टेट, रसायणों आदि के व्यवसाय से जुड़े हुए जातकों को इस सप्ताह अच्छा नहीं होने की संभावना है। नए ऑर्डर ना मिलने के कारण आर्थिक स्थिति परेशान कर सकती है। हिस्सेदारी वाले कार्य धीमी गति से आगे बढ़ेंगे। सप्ताह के मध्य पश्चात आपकी आर्थिक की चिंता बढ़ सकती है। आप अपनी कमाई में वृद्धि करने के लिए नए स्रोत खोजेंगे। आपका सृजनात्मक पक्ष निखरने से व्यावसायिक प्रगति की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। सेल्स एवं मार्केटिंग से जुड़े जातक अपने लक्ष्यों को हासिल करेंगे। छात्रों के लिए कठिन समय है। वैवाहिक जीवन में मिले जुले अनुभव मिल सकते हैं।
उपाय:-
शनि की शांति के लिए शनि मंत्र का जाप करें...
काले तिल का दान करें...
मिथुन ( ळमउपदप ) -
आपके लिए सप्ताह का पूर्वार्ध कष्टदायक है, किंतु सप्ताह उत्तरार्ध में स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा। 06 की शाम तक संभव हो तो आप किसी भी विवाद में न पड़े एवं अनैतिक कार्यों से दूरी बनाकर रखें। आपके प्रवास का प्रोग्राम स्थगित करना चाहिए क्योंकि इस समय चोट लगने एवं नुकसान होने की संभावनाएं प्रबल हैं। आपकी वाणी की कटुता के कारण आपके संबंधों में तनाव आ सकता है। आर्थिक मामले भी आपकी आमदनी की तुलना में खर्च का स्तर काफी अधिक रहेगा। हालांकि सप्ताह उत्तरार्ध के बाद परिस्थितियों में सुधार देखने को मिलेगा। किसी बड़े बुजुर्ग की तरफ से आपको काफी सहयोग मिलेगा। उधार धन की वसूली के लिए सप्ताहांत के बाद का समय कुछ अनुकूल एवं फायदेमंद है। सप्ताह के अंतिम चरण में आपकी आमदनी में अधिक वृद्धि होगी। आप परिवार एवं स्वयं की उन्नति पर विशेष ध्यान देंगे। माता या माता तुल्य व्यक्ति के साथ आपके संबंध थोड़े से तनावपूर्ण रह सकते हैं। इस समय जलजनित बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।
उपाय:-
गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें...
हरी मूंग का दान करें...
कर्क ( ब्ंदबमत ) -
इस सप्ताह का प्रारंभ व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अनुकूल है। सप्ताह के मध्य तक का समय आपको लाभ प्रदान करने वाला है। अनुसंधान, अन्वेषण, सामान्य की बजाय किसी अलग व्यवसाय से जुड़े जातकों के लिए यह समय काफी आर्थिक लाभ देने वाला है। सप्ताह के अंत में आप मानसिक बेचैनी में उलझे रहेंगे। आपके दूसरे स्थान में राहु और अष्टम स्थान में शुक्र, चंद्रमा एवं मंगल होने से राहु की दृष्टि होने के कारण स्वभाव में उग्रता, आकस्मिक हानि आने की संभावना है। उच्च अधिकारियों, रसूखदार व्यक्तियों, पिता के साथ व्यवहार करते समय सावधानी बरतें। वाहन चलाते समय भी संभलकर रहें। सप्ताह की शुरुआत में आपको संतान संबंधित चिंता होने की संभावना है। गर्भवती महिलाओं को अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। शेयर बाजार एवं सट्टेबाजी आधारित गतिविधियों से दूर रहें। सप्ताह के अंतिम दो दिन आप के लिए काफी हानिकारक साबित होंगे। इस समय आप कुछ नया खरीदने के बारे में बिल्कुल भी ना सोचें। छात्रों को पहले से अधिक मेहनत करनी होगी।
उपाय:-
राहु की शांति ...
दत्तात्रेय का पाठ करें...
सिंह ( स्मव ) -
यह सप्ताह आपके खर्च बढ़ेंगे तथा आप मौज मस्ती भरपूर एवं अन्य गतिविधियों में अधिक दिलचस्पी लेंगे। सप्ताह के प्रारंभ में आपको दोस्तो का खूब साथ मिलेगा। सप्ताह के अंत में कृषि, लाल रंग की वस्तुएं, वक्तव्य, मीडिया, कम्युनिकेशन, सरकारी कार्यों, रंग रसायण इत्यादि के कार्यों में अच्छी सफलता मिलेगी। कोर्ट कचहरी के कार्यों में भी राहत देने वाले फैसले आ सकते हैं। 04 तारीख के बाद का समय विदेश संबंधित कार्यों के लिए काफी अच्छा है। सप्ताह मध्य के बाद आयात निर्यात से जुड़े जातकों का दूरस्थ ग्राहकों से संपर्क बनेगा एवं उनको कुछ बड़े ऑर्डर मिल सकते हैं। ग्रहीय स्थितियां संकेत दे रही हैं कि इस समय आप अध्यात्म से जुड़े मामलों में अधिक दिलचस्पी लेंगे। आर्थिक मामलों के लिए यह सप्ताह सामान्य लग रहा है।
उपाय:-
सूर्य को अध्र्य देकर दिन की शुरूआत करें...
आदित्य स्त्रोत का पाठ करें...
कन्या ( टपतहव ) -
सप्ताह के प्रथमार्थ में संबंधों के मोर्चे पर आपको संभलकर चलना होगा। आपको स्वास्थ्य संबंधी सामान्य तकलीफ हो सकती है। हालांकि, यह काफी अल्प समय है। दो-तीन दिन में स्थिति नियंत्रित होगी। कम्युनिकेशन, शिक्षा एवं तकनीकी क्षेत्र से जुड़े जातकों को सुनहरे अवसर मिल सकते हैं। इस समय आपकी साहस वृत्ति में कमी आएगी एवं बिन सोचे समझे कोई भी कदम न उठाएं। आप दूर स्थल या यात्रा से आप अच्छी कमाई की उम्मीद रख सकते हैं।
उपाय:-
उॅ नमो भगवते वासुदेवाय के मंत्र का एक माल जाप करें...
लड्डू का भोग लगायें...
तुला ( स्पइतं ) -
सप्ताह की शुरुआत में वैवाहिक जीवन काफी अच्छा रहेगा। सप्ताह के पहले दिन आपको जीवन साथी की तरफ से उपहार मिल सकता है। हालांकि, उसके बाद के दो दिन आपके लिए मुश्किल भरे हो सकते हैं। आपके विश्वास को कोई ठेस पहुंचा सकता है, जो आपकी मानसिक स्थिति को बिगाड़ेगा। नौकरी में प्रतिद्वंद्वियों एवं उच्च अधिकारियों के कारण मुश्किल स्थिति पैदा हो सकती है। इस समय कार्यों में विलंब होगा। हालांकि, इसके पश्चात परिस्थितियों में अचानक बदलाव देखने को मिलेगा। आप भाग्य के बल पर आगे बढ़ेंगे। सप्ताह के अंतिम दो दिवस व्यावसायिक प्रगति के लिए काफी अच्छे जाएंगे। सप्ताहांत में पंचम स्थान में शुक्र, मंगल एवं चंद्रमा की युति जो कि राहु से पापाक्रांत होने जा रही है, जिससे आपको अचानक सेमिनार, इंटरव्यू सम्मेलन इत्यादि में उपस्थिति से आपको यश और प्रतिष्ठा का लाभ होगा। सप्ताह के अंतिम दिन आपका सम्मान हो सकता है। आपकी तर्क एवं कल्पना शक्ति काफी अच्छी रहेगी। सृजनात्मक कार्यों में आगे बढ़ेंगे।
उपाय:-
हनुमान जी की पूजा करें...
हनुमान चालीसा का पाठ कर दिन की शुरूआत करें...
वृश्चिक ( ैबवतचपव ) -
सप्ताह का प्रथम दिवस नौकरीपेशा जातकों के लिए शुभ समाचार लेकर आएगा। सरकारी नौकरी, यांत्रिक क्षेत्र, मीडिया, शिक्षण इत्यादि से जुड़े जातक अधिक आर्थिक लाभ की उम्मीद रख सकते हैं। आप अपनी मधुर वाणी के बल पर बहुत सारे कार्य सरलता से संपन्न करेंगे। कारोबार में आपकी व्यस्तता के कारण वैवाहिक जीवन में नीरसता आ सकती है। आप निराश हो सकते हैं। पिता का खराब स्वास्थ्य आपकी परेशानी का ाकरण हो सकता है। किसी निकटवर्ती परिचित की तरफ से आपको अशुभ समाचार मिल सकता है। अचानक बीच रास्ते वाहन बिगड़ सकता है, जो आपकी परेशानी का कारण बनेगा। सप्ताह के अंतिम दो दिन काफी अच्छे संकेत दे रहे हैं एवं आपकी गाड़ी पुनः पटरी पर आ सकती है।
उपाय:-
केतु के मंत्र का जाप करें...
सूक्ष्म जीवों को आहार दें..
धनु ( ैंहपजजंतपने ) -
सप्ताह की शुरूआत प्रेम प्रसंगों के लिए काफी अनुकूल है। आप किसी प्रिय पात्र के सामने अपने दिल की बात रख सकते हैं एवं घूमने जाने के लिए सप्ताह का पहला दिन उत्तम है। नौकरीपेशा जातकों के लिए सप्ताह की शुरूआत का समय प्रगति कारक है। फाइनेंस, बैंकिंग, विश्लेषण, मीडिया, रंग रसायण, जमीन संबंधित कार्यों में जातक अच्छी प्रगति हासिल करेंगे। सप्ताह उत्तरार्ध का समय भागीदारी के कार्यों में सफलता प्रदान करने का संकेत दे रहा है। इस समय आपको अपनी वाणी पर अंकुश रखने की जरूरत है अन्यथा छोटे छोटे मतभेद भी आपको तनावग्रस्त कर सकते हैं। ससुराल पक्ष एवं पत्नी की तरफ से आप लाभ की अपेक्षा रख सकते हैं। सप्ताहांत वैवाहिक जीवन के लिए काफी अनुकूल है। इस समय आप संबंधों का पूरे जोशोखरोश के साथ आनंद लेंगे। आपका व्यक्तित्व अधिक निखरेगा। आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए सोचेंगे।
उपाय:-
शनि के मंत्रों का जाप करें...
तिल के तेल का दान करें...
मकर ( ब्ंचतपबवतद ) -
यह सप्ताह आपके लिए काफी अच्छा साबित होगा। सप्ताह के पहले दिन परिवार के प्रति लगाव बढ़ेगा। परिजनों को खुश करने के लिए आप नई खरीददारी कर सकते हैं एवं उनके साथ समय व्यतीत करने का अवसर प्राप्त होगा। सप्ताह के शुरू तक संतान की तरफ से आपको काफी खुशी मिलेगी। उनकी शिक्षा संबंधी आप महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। प्रेमी जातकों के लिए समय अनुकूल है, किंतु, आपके स्वभाव में आवेश न आए, इस बात का ध्यान रखें। शेयर बाजार एवं सट्टेबाजी आधारित गतिविधियों में सोच विचार कर किया गया निवेश लाभ देगा। सप्ताह के मध्य पश्चात नौकरीपेशा जातकों को काफी अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। सप्ताह के अंतिम दो दिन वैवाहिक जीवन के लिए काफी उत्तम हैं। आपके बीच पारस्परिक तालमेल खूब अच्छा रहेगा। इस समय आप भागीदारी संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। सप्ताह के उत्तरार्ध में खाने पीने में विशेष ध्यान रखें क्योंकि एलर्जी से होने वाले रोग एवं पेट में गैस आदि हो सकते हैं।
उपाय:-
राहु मंत्र का जाप करें...
गाय को भीगा गेहूं खिलायें...
कुंभ ( ।ुनंतपने ) -
सप्ताह के पहले दिन आपकी साहसवृत्ति का स्तर काफी अच्छा रहेगा। आप किसी साहसिक यात्रा का आयोजन कर सकते हैं। दोस्तों एवं भाई बहनों के साथ आपके संबंध पहले से अधिक बेहतर होंगे। सप्ताह के पूर्वार्ध में संख्याबंध लोगों के साथ मुलाकात होने की संभावना है। नए वाहन की खरीददारी का योग बन रहा है। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के लिए पूरा सप्ताह काफी अच्छा है। आर्थिक मोर्चे की बात करें तो आपकी आवक धीमी गति से चालू रहेगी, किंतु, हाल में आपके द्वारा की मेहनत का फल भविष्य में अच्छा मिलेगा। सप्ताह के मध्य में आप संतान के साथ काफी अच्छा समय बिताएंगे। यदि आप किसी को पसंद करते हैं एवं प्रेम प्रस्ताव रखना चाहते हैं तो आपके लिए मध्य सप्ताह काफी अनुकूल है, किंतु अधिक जल्दबाजी न करें। नौकरीपेशा जातक अपने कौशल, कल्पनाशक्ति एवं सृजनात्मक शक्ति के बल पर उच्च पद की दावेदारी या उम्मीद कर सकते हैं। कला, अभिनय, आर्किटेक्ट, डिजाइनिंग, फैशन इत्यादि से जुड़े जातकों के लिए सप्ताह का अंतिम चरण फलदायी है। वैवाहिक जीवन में काफी उत्साह एवं जोश रहेगा।
उपाय:-
सूर्य की पूजा करें...
बच्चों को मीठा खिलायें...
मीन ( च्पेबमे ) -
सप्ताह की शुरुआत आर्थिक मामलों के लिए काफी अच्छी है। आप कुछ नया साहस कर अपनी आमदनी में वृद्धि करेंगे। खेल कूद गतिविधियों से जुड़े जातक इस समय कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। लंबी दूरी की यात्रा के लिए समय अनुकूल है एवं लाभ होने की संभावनाएं भी प्रबल हैं। सप्ताह के मध्य में खेल इत्यादि से संबंधित अभ्यासरत जातकों को विशेष सफलता मिलने की संभावना है। रिसर्च एवं टेक्नीकल लाइन में आप अच्छी सफलता हासिल करेंगे। जो दंपति संतान की इच्छा रखते हैं, उनके लिए समय अनुकूल है। आपके नौकरी में निरंतर परिवर्तन की चिंता सताएगी। वैवाहिक जीवन में थोड़ी सी खटास आ सकती है। निजी संबंधों में असंतोष के कारण यह स्थिति पैदा हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को इस समय थोड़ा सा सावधान रहने की जरूरत है। प्रेमी जातकों के लिए सप्ताह के अंतिम दो दिन विवाद दे कारण दूरी हो सकते हैं।
उपाय:-
गुरू के मंत्रों का जाप करें...
कृष्णजी की पूजा करें...

Saturday 31 December 2016

साल 2017 में राशियों का हाल

मेष -
इस साल आपके अष्टम स्थान में स्थित शनि की पूर्ण दृष्टि दसम, द्वितीय और पंचम स्थान में है, जिसमें भी पंचम में शनि दृष्ट राहु होने के कारण बाॅस, परिवार जिसमें विशेषकर संतान के एजूकेशन से संबंधित कष्ट एवं साल के प्रर्थमार्थ में स्वास्थ्य कष्ट कार्य से संबंधित बाधाएॅ और परिवार में विवाद की स्थिति बनी रह सकती है। रहेगा। शादी से संबंधित कार्य पूरी होने वाली है। व्यापारीगण अपने व्यापार-व्यवसाय को बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहेंगे किंतु परेशानियाॅ कम नहीं कर पायेंगे। कोई बेहतर योजना बनाकर आप कुछ नया कर सकते हैं। वरिष्ठ लोगों का सहयोग मिलेगा। यश लाभ के योग बन रहे हैं। बड़ो की सलाह पर अमल कर लेना चाहिए। इस साल राशिफल के अनुसार विद्य़ार्थियों को उनकी मेहनत के अनुसार फल मिलेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से पेट विकार के कारण सिरदर्द, अपच अथवा नींद की तकलीफ हो सकती है...
उपायः तिल का दान करें एवं शनि के मंत्रों के जाप के साथ व्यवहार में नियंत्रित रखकर कार्य करें...
वृष
इस साल आप सही दिशा में कार्य करते हुए, न केवल अपने कामों को सही अंजाम तक पहुँचा पाएंगे, बल्कि मान-सम्मान और प्रशंसा भी प्राप्त करेंगे। शनि की परिवर्तनकारी उपस्थिति जोकि जून के बाद वृश्चिक से धनु में प्रवेश करेगी, आपकी पार्टनरशीप जिसमें जीवनसाथी एवं आजीविका के भी साथी व्यवधान ड़ालने का कार्य कर सकते हैं, साथ ही निजी जीवन में भी समरसता की कमी देखने को मिल सकती है। लेकिन आप व्यवधानों को पार कर पाने में सफल रहेंगे। यह साल प्रेम प्रसंगों की बात करें तो गुरू की उपस्थिति संकेत कर रही है कि प्यार में सच्चाई और वफ़ा बहुत अच्छी होगी। यदि रुपया-पैसा, धन-दौलत आदि के बारे में बात की जाय तो यह साल बढ़िया रहने वाला है। हाँलाकि इस साल जो ग्रहों का संकेत है कि कुछ घरेलू महत्वपूर्ण कार्य जैसे बच्चे का जन्म किसी का विवाह इत्यादि या घर की मरम्मत या नवीनीकरण या नवीन घर खरीदने पर ख़र्चे करने पड़ सकते हैं। अगर विद्यार्थियों की बात करें तो इस साल उन्हें भी कुछ अप्रत्याशित परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
उपायः गुरू मंत्रों का जाप करें, बड़ों का आर्शीवाद लेकर दिन की शुरूआत करें..
मिथुन -
यह साल आपके लिए बहुत सारे शुभ परिणाम वाला साबित होगा। यदि आपकी योजना अपने परिजनों के लिए कुछ विशेष करने की है तो आपका प्रयास रंग लाएगा। इस साल आपके किए गए प्रयास से आपको परिवार एवं दोस्तों की बीच यश और धन दोनो दिलायेंगा.. यदि कोई पुरानी बीमारी है तो उसमें भी आपको कमी होती नज़र आएगी। लेकिन प्रेम-प्रसंगों के लिए यह साल अच्छा नही रहेगा क्योंकि समय की कमी से पार्टनर नाराज चलेगा। यदि आप नौकरी-पेशा हैं और कुछ बदलाव करने की सोच रहे हैं, तो बेहतरी के योग बन रहे हैं। हाँ, व्यवसायियों को कुछ हानि एवं परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, जो कि साल के पूर्व के छहमाही में होगा। यह साल इस राशि वाले विद्यार्थियों को भी शुभ परिणाम मिलते रहेंगे।
उपायः कन्याओं की सेवा करना आपके एवं दुर्गा कवच का पाठ करना आपके लिए शुभ रहेगा।
कर्क
कई मामलों में यह साल आपके लिए कमाल का रह सकता है। यदि आपकी उम्र विवाह की हो चली है, तो इस साल कहीं बात पक्के तौर पर पूर्ण होने की स्थिति में पहुॅच सकती हैं। नौकरी में प्रमोशन की भी सम्भावनाएँ हैं। इस साल के अनुसार काम धंधे के सिलसिले में यात्राएँ होंगी, हालांकि कुछ यात्राएँ व्यर्थ की भी रह सकती हैं। इस साल धन की स्थिति बेहतर नज़र आ रही है, लेकिन आँख मूंद कर निवेश करना ठीक नहीं रहेगा। स्वास्थ में जरूस् बहुत उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए भी यह साल बहुत मेहनत भरा होगा, किंतु शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए विपरीत रहने वाला है।
उपायः सूर्य को अध्र्य देकर दिन की शुरूआत करें...आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें...
सिंह -
यह साल आपके लिए मिला-जुला रहेगा। साल के प्रथम भाग में आपको कुछ परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। इस समय आप अपने परिजनों के किसी व्यवहार के चलते दुखी हो सकते हैं, बढ़ती जिम्मेदारी और कार्य का दबाव तनाव दे सकता है. सामाजिक क्षेत्र से अथवा राजनीति से जुड़े लोगों के लिए अनुकूल वातावरण का लाभ मिलेगा. अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधानी अपेक्षित है. साल के प्रारंभ में यात्रा के कारण कार्य प्रभावित रहेगा. शिक्षार्थियों को ग्रहों की अनुकूलता का लाभ मिलेगा. भौतिक सुख में वृद्धि होगी. व्यवहार कुशलता से संबंधों को प्रगाढ़ बनाएंगे. कार्यक्षेत्र में अनुकूल स्थिति मन को प्रसन्न रखेगी. कार्य का दबाव और लगातार यात्रा से थकान और पेट की तकलीफ संभव.  लेकिन दूसरा भाग अपेक्षाकृत अच्छे परिणाम देगा। आपकी परेशानियाँ धीरे-धीरे कम होने लगेंगी और आप अपने कुछ विशेष योजनाओं के चलते परिस्थितियों पर नियंत्रण पा लेंगे। इस साल आप धर्म-कर्म में संलग्न होकर काफ़ी बेहतर अनुभव करेंगे।
उपायः गेहूॅ को भिगाकर किसी गाय को खिलाना और मंगल के मंत्रों का जाप करना आपके लिए शुभ रहेगा।
कन्या -
इस साल आपके घर-परिवार के लोग भी ख़ुशहाल होंगे, लेकिन राहु की बारहवें स्थान में उपस्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य का ख़्याल रखना बहुत ज़रूरी होगा। साल के दृष्टिकोण से प्रेम या शादी और संतान सभी के लिए साल का पहला भाग काफी बेहतर रहने वाला है। काम धंधे व शिक्षा के लिए भी साल का पहला भाग शुभ है, लेकिन दूसरे भाग में हर मामले में सावधानी ज़रूरी होगी। आपके ख़र्चे बढ़ सकते हैं और स्वास्थ्य भी बीच-बीच में ढीला रह सकता है। अतः संयम और समझदारी से काम लेना ज़रूरी होगा।
उपायः नियमित रूप से पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा। साथ ही शनि के मंत्रों का जाप करें..
तुला -
इस साल पारिवारिक जीवन की बात करें, विशेषकर जीवनसाथी से सुख की, तो शनि प्रभाव के कारण कुछ छोटी-मोटी विसंगतियाँ या विवाद लगातार सम्भव हैं। लेकिन कुल मिलाकर पारिवारिक शांति बनी रहेगी। यह साल स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी अच्छा रहने वाला है। यदि घर या गाड़ी ख़रीदने के मूड में हैं तो इस साल निर्णय लेकर उसे कर डालें.. आप अपने काम-धंधें में कुछ विशेष करने वाले हैं, जोकि आपके लिए साल के प्रथमभाग में दिखाई देगा... पदोन्नति की भी सम्भावना है। लाभ के अवसर भी मज़बूत होंगे। तीसरे भाव में स्थित शनि के कारण ख़र्चे भी ज़बरदस्त होंगे। विद्यार्थियों को अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए कठोर अनुशासन का पालन करने से ही अनुकूल प्राप्त मिलेंगे।
उपायः गरीबों को जरूरत के अनुसार दवाईयों का दान करना एवं शिवजी के मंत्रों का जाप करना शुभ होगा।

वृश्चिक-
यह साल काफ़ी बेहतर रहने वाला है। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी प्रेम-प्रसंगों के लिए भी अनुकूल है, लेकिन प्रथम भाग में कुछ स्वास्थ्य सम्बंधी परेशानियाँ हो सकती है। कार्यक्षेत्र के लिए भी समय अच्छा है। आर्थिक मामलों में भी बेहतरी आने के योग हैं। जबकि विद्यार्थियों को मेहनत के बाद अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। व्यावसायिक शिक्षार्थियों के लिए और अच्छा रहेगा। रोजगार क्षेत्र में कुछ विशेष सफलताओं के आसार बनेंगे. पुरानी सभी समस्याओं पर विजय प्राप्त होगी. क्रोध पर नियंत्रण रखें क्योंकि यह आपके निकट संबंधों में कटुता ला सकता है. भावनात्मक रिश्तों एवं प्रयासरत् क्षेत्रों में मन उसके परिणाम के प्रति चिंतित होगा. जीवन साथी के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें. साल के मध्य में शासन-सत्ता में आपकी पकड़ मजबूत होगी. कार्यक्षेत्र में अपनी बौद्धिक क्षमता का पूर्ण लाभ उठाएंगे. किसी महत्वपूर्ण उद्देश्य से की गई यात्रा में कठिनाइयां संभव. गलत एवं चापलूस प्रवृत्ति के लोगों से निकटता हानिकर हो सकती है. इस साल आय में वृद्धि होगी.

उपायः राहु के मंत्रों का जाप करें और मांस मदिरा से परहेज करें तो व्यवधान दूर होंगे।
धनु -
यह साल अधिक अनुकूल नहीं है। आर्थिक मामलों में कुछ अनावश्यक खर्च के कारण कठिनाई रह सकती है। आपको तो पता ही है कि अर्थव्यवस्था के बिगड़ने से कई चीज़ें प्रभावित होती हैं, अतः अनुकूल परिणाम पाने के लिए कठिन प्रयास करना पड़ेगा। आप ऐसा भी महसूस कर सकते हैं कि घर परिवार के लोग पहले जैसे नहीं रहे। इस अनुसार यह साल भी मन में असुरक्षा की भावना जाग सकती है जिससे स्वास्थ्य पर भी फ़र्क पड़ेगा। प्रेम संबंधों में भी असंतोष रह सकता है। लेकिन दूसरे भाग में आपकी मन की स्थिति बेहतर होने लगेंगी। आमदनी में सुधार होगा और विद्यार्थियों को भी अच्छे परिणाम मिलेंगे।

उपायः मूंग का दान गणेशजी के मंदिर में करना आपके लिए शुभ रहेगा। गणपति अर्थव शीर्ष का पाठ करना चाहिए।

मकर -
इस साल का प्रथम भाग आपके लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। आपकी बेहतरीन योजनाएँ आपको सफलता दिलाती रहेंगी। घर परिवार में भी शुभ सूचना प्राप्त होगी। काम धंधे में अनुकूलता बनी रहेगी। आर्थिक स्थिति भी संतोषप्रद रहने वाली है। पहला भाग इस मामले में मददगार सिद्ध हो सकता है। विद्यार्थी भी अपनी सफलता पर खुश होंगें लेकिन दूसरे भाग में भागदौड़ करना जीवन की डगर कुछ कठिन हो सकती है। एडमिशन लेने अथवा उसके कारण यात्राओं के कारण आर्थिक कठिनाइयों के कारण तनाव और उसके कारण स्वास्थ्य दोनों का ख्याल रखना होगा। वैसे हर मामले में सावधानी से काम लेना होगा, साथ ही निवेशादि सावधानी पूर्वक करना उचित रहेगा।
उपायः मसूर की दाल और नारियल हनुमान में चढ़ाना आपके लिए शुभ रहेगा। साथ ही मंगलमंत्र का जाप करें...
कुम्भ -
यह साल आपके लिए मिले जुले परिणाम देने वाला रहेगा। पहले भाग में परिजनों से कुछ मनमुटाव रह सकता है, इसके पीछे की वजह आपकी कटुभाषा भी हो सकती है, अतः जहाँ तक सम्भव हो मृदुभाषी बनने का प्रयास करें। ग्रहों के मुताबिक़ किसी पारिवारिक व्यक्ति के स्वास्थ्य को लेकर आप चिंतित रह सकते हैं। वैसे आपका स्वास्थ्य ठीक-ठाक रहने की उम्मीद है। यह साल कोर्ट-कचहरी से सम्बंधित कुछ मामलों में उलझाव रह सकता है। लेकिन दूसरे भाग में बेहतरी आएगी। वैवाहिक जीवन में ख़ुशहाली रहेगी। कार्यक्षेत्र में तरक़्क़ी होगी। आमदनी और विद्या में भी सुधार आएगा।
उपायः गाय को रोटी खिलाना और केतु मंत्र का जाप करना आपके लिए शुभ होगा।
मीन -
साल की शुरुआत काफ़ी बेहतर ढंग से होने वाली है। घर-परिवार में किसी का जन्म या विवाह जैसे कोई शुभ कृत्य हो सकता है। युवा होते सदस्य का बरताव आपके लिस निरंतर तनाव का कारण हो सकता है। साथ ही मंगल और शनि की उपस्थिति को देखते हुए आपको अपने को चोट मोच से बचाने का प्रयास रखना भी ज़रूरी होगा, वाहन इत्यादि को भी मरम्मत से बचाने के लिए सावधानी से उपयोग करना होगा। वाहन आदि सावधानी से चलाएँ। प्रेम संबध के मामले में तो समय को अच्छा कहा जाएगा, लेकिन राहु की उपस्थिति दाम्पत्य जीवन के लिए कम ठीक कही गई है; अतः इस समय भी प्यार और विश्वास की ज़रूरत बनी रहेगी। इस समय प्रयास करें तो बेहतर नौकरी मिल सकती है, लेकिन मेहनत और ज़िम्मेदारियाँ बढ़ सकती हैं। लाभ के बढ़ने के भी योग हैं। शिक्षा के लिए समय अनुकूल रहेगा, लेकिन साल  के दूसरे भाग में निरंतर कुछ समस्याएँ सामने आ सकती हैं।
उपायः चावल, गुड़ या चने की दाल भेंट करें। दत्तात्रेय मंत्र का जाप करें...

Friday 23 December 2016

नए वर्ष 2017 में शेयर बाजार का हाल

शेयर मार्किट की चाल २०१७- वर्ष के पूर्वार्ध में तेज़ी , आईटी सेक्टर का नई ऊंचाई छूना इस वर्ष संभव नहीं.
वर्ष २०१७ में शनि का अधिकाँश समय धनु राशि में भ्रमण आर बृहस्पति कन्या राशि में और वर्ष के उत्तरार्ध में तुला राशि में भ्रमण शेयर बाज़ार की चाल को समझने के लिए महत्वपूर्ण है . वर्ष के प्रारम्भ में मंगल-शनि राशि परिवर्तन योग कुछ सेक्टर को प्रभावित करेगा. फ़रवरी माह में शुक्र का उच्च राशि में प्रवेश एक बड़ा संकेत होगा, क्योकि इस वर्ष शुक्र मई माह तक इसी राशि में भ्रमण करेगा. उल्लेखनीय यह भी है की वर्ष के अंत में राहू-केतु क्रमशः सिंह-कुम्भ से कर्क –मकर में प्रवेश कर कुछ बड़े परिवर्तन का संकेत दंगे. वर्ष के पूर्वार्ध में अधिकाँश समय बृहस्पति पर शनि की दसवीं दृष्टि से कुछ सेक्टर पर नकारात्मक प्रभाव को नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता.
जनवरी माह में निवेशकों में असमंजस की स्थिति देखने को मिल सकती है. बाज़ार अपनी दिशा स्पष्ट करता नहीं दिखाई देगा. रियल-स्टेट, इन्फ्रा-स्ट्रक्चर कैपिटल गुड्स और सीमेंट क्षेत्र के शेयर एक बड़ी गिरावट के बाद मजबूती दिखा सकते हैं. आईटी क्षेत्र में मुनाफा वसूली की संभावना है. बैंकिंग में मिला जुला प्रभाव रहेगा. ऑटो और मेटल्स में अत्यधिक उतार चढ़ाव रहेगा. अतः इस क्षेत्र से इस माह दूर रहना उचित है.
फरवरी माह में केंद्रीय बजट से प्रभावित हो कर बाज़ार मजबूती की तरफ बढ़ सकता है. आयल-गैस उर्जा पेंट मीडियाके शेयरों में विशेष तजी रहेगी . मद्ध्याम अवधि के निवशक इन क्षेत्र में निवश कर सकते हैं . मई २०१७ तक बाज़ार क उतार चढ़ाव के बीच इन क्षेत्र में तेज़ी बनी रहेगी. क्रूड तेल में भी इस दौरान तेज़ी की आशा है.
फरवरी से मई २०१७ तक बृहस्पति वक्री है और इस पर शनि की दसवी दृष्टि भी है. अतः इस दरान सोने म निवेश सुरक्षित नहीं है. अप्रैल के उत्तरार्ध में सोने में एक उच्छाल देखने मिल सकता है. इस समय FMCG क्षेत्र में भी गिरावात देखन मिल सकती है. PSU क्षेत्र में शनि मकी दृष्टि का कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा अतः यह एक दायर में रह सकता है.
मूल नक्षत्र स्थित शनि की तीसरी दृष्टि कुम्भ राशि के केतु पर रहेगी. इस प्रकार राहू अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित रहेगा. शराब अथवा नशे से सम्बंधित क्षेत्र से ४-५ माह दूर रहना चाहिए. आईटी सेक्टर में भले ही बड़े उतार चढ़ाव देखने मिलंगे ..लेकिन वर्ष २०१७ में ये क्षेत्र नै उचाई पर नहीं पहुँच पायगा ..ऊपरी स्तर पर बिकवाली देखने मिलेगी .
माह के पूर्वार्ध में आयल-गैस और एनर्जी क्षेत्र बाज़ार को दिशा देते हए दिख सकता है. जबकि बैंकिंग क्षेत्र एक दायरे रह कर काम-काज करेगा.
अप्रैल माह से मेटल्स मीनिंग और ऑटो सेक्टर में विशेष तेज़ी की संभावना है जो बाज़ार की तेज़ी में भागीदार रहेगी.
शेयर बाज़ार की तेज़ी फरवरी से मई तक रहने की आशा है. जून माह म कुछ मुनाफा वसूली हो सकती है/ ग्लोबल बाज़ार में गिरावट और कुछ दशों के बीच तनाव आर युद्ध जैसी स्थिति गिरावट का कारण बन सकती है.
जुलाई माह में शनि वक्री हो कर पनाह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर बाज़ार की गिरावट को गहरा ळ४ जाने का काम कर सकता है. जुलाई से सितम्बर माह तक की गिरावट में सबसे अधिक गिरावट आईटी क्षेत्र में होने की अपेक्षा है .
मंगल नेचास्थ्ग होने क कारनम जलाई माह में अन्य क्षेत्र जैसे ऑटो और मेटल्स में भी गिरावट हो सकती है. क्रूड तेल में अत्यधिक उतार चढ़ाव देखने मिलगा तथा इस सम्बन्ध में संकट समाचार की सुर्ख़ियों में रह सकता है.
अगस्त माह में बृहस्पति का तुला राशि में प्रवेश FMCG तथा CONSUMER DURABLES में
तेज़ी के संकेत होंगे. सोने म भी फिर से तेज़ी के आसार नज़र आयेंगे. अक्टूबर माह के आस पास आईटी सेक्टर की मंदी थम जायेगी तथा रियल एस्टेट में फिर से तेज़ी लौटती दिख सकती है’
वर्ष के अंतिम दो माह फिर से में बाज़ार में तजी फिर से लौट सकती है. जिसमे बैंकिंग और आईटी सेक्टर मख्य रहंगे.

Tuesday 13 December 2016

कुंडली में बुध ग्रह का वक्री होना

बुध का वक्री होना वर्ष में तीन बार होता है,और यह ग्रह केवल चौबीस दिन के लिये बक्री होता है,इस ग्रह के द्वारा अपने फ़लों में बाहरी प्राप्तियों के लिये लाभकारी माना जाता है,अन्दरूनी चाहतों के लिये यह समय नही होता है,यह दिमाग में झल्लाहट पैदा करता है,इन झल्लाहटों का मुख्य कारण कार्यों और कही बातों में देरी होना,पिछली बातों का अक्समात सामने आ जाना वे बाते कही गयीं हो या लिखी गयीं हो,इसके साथ ही इस बक्री बुध का प्रभाव आखिरी मिनट में अपना फ़ैसला बदल सकता है। यह समय किसी भी कारण को क्रियान्वित करने के लिये सही नही माना जाता है,जैसे किसी एग्रीमेंट पर साइन करना,और अधिकतर उन मामलों में जहां पर लम्बी अवधि के लिये चलने वाले कार्यों के लिये एग्रीमेंट तो कतई सफ़ल नही हो सकते हैं। इस समय में साधारण मामले जो लगातार दिमाग में टेंसन दे रहे होते है,उनको निपटाने के लिये अच्छे माने जाते है,उन कारकों के लिये अधिक सफ़ल माने जाते हैं जिनके अन्दर संचार वाले साधन और कारण ट्रांसपोर्ट और आने जाने के प्लान,जो साधारण टेंसन वाले कारण माने जाते है वे किसी प्रकार के कमन्यूकेशन को बनाने और संधारण करने वाले काम,किसी से बातचीत करने वाले काम,आने जाने के साधन को रिपेयर करने वाले काम टेलीफ़ोन के अन्दर बेकार की खराबियां उन समाचारों को जो काफ़ी समय से डिले चल रहे हों,जिन सामानों और पत्रावलियों को वितरित नही किया गया हो उन्हे वितरित करने वाले काम,मशीने जो जानबूझ कर बन्द की गयी हो उन्हे चलाने वाले काम,और जो किसी के साथ अक्समात अपोइटमेंट के कारण बनाये गये हों,और अधिकतर उन मामलों जो आखिरी समय में बनाये गये हों या बनाकर कैंसिल किये गये हों। यह समय उन बातों के लिये भी मुख्य माना जाता है,जो पिछले समय में प्लान बनाये गये हों,और उन प्लानों पर काम किया जाना हो,और प्लानों के अन्दर की बातों को सही किया जाना हो,यह समय उन कारकों को के लिये भी प्रभावी माना जा सकता है जिनके लिये दिमागी रूप से कार्य किया जाना हो,जैसे किसी बात की खोजबीन करना,रीसर्च करना, जो कोई बात लिखी गयी हो या लिखकर उसे सुधारने का काम हो,लिखावट के अन्दर की जाने वाली गल्तियों को सुधारने का काम,यह समय ध्यान लगाने समाधि में जाने और ध्यान लगाकर सोचने वाले कामों के लिये भी उत्तम माना जाता है,अपने अन्दर की बुराइयों को पढने का यह सही समय माना जाता है,मनोवैज्ञानिक तरीके से किसी बात को मनवाने के लिये यह समय उत्तम माना जाता है। नये तरीके के विचार बनाये जा सकते है लेकिन उनको क्रियान्वित नही किया जा सकता है,और उन कामों को करने का उत्तम समय है जो पिछले समय में नही किये जा सके है। इस प्रकार से बक्री बुध शेयर बाजार की गतिविधियों के मामले में भी खोजबीन करने के लिये काफ़ी है,किसी भी प्रकार के तामसी कारकों को प्रयोग करने के बाद की जाने वाली क्रियान्वनयन की बातों के ऊपर भी यह बक्री बुध जिम्मेदार माना जाता है। इस बुध के कारणों में उन बातों को भी शामिल किया जाता है जो पहले कही गयी हों या संचार द्वारा सूचित की गयीं हो,उनके लिये फ़ैसला देने के लिये यह बुध उत्तरदायी माना जा सकता है।

Saturday 10 December 2016

कुंडली में शनि पीड़ित होने से जीवन में उत्पन्न समस्याएं

ग्रहों की चर्चा आते ही अधिकांश लोगों का ध्यान ‘‘शनि’’ की ओर ही आकर्षित होता है तथा एक भय की दृष्टि से इसे देखते हैं। जबकि सत्यता इससे कहीं अलग है क्योंकि शनिदेव को भगवान शिव के द्वारा दण्डाधिकारी का पद मिला हुआ है अब यदि दण्डाधिकारी सबके सामने अपना कोमल हृदय प्रस्तुत करेंगे तो अपराधियों को दण्ड देने में और मनुष्य द्वारा किये गये गलत कर्म का दण्ड देने में व्यवधान उत्पन्न होगा और सृष्टि संचालन बाधित हो जायेगा तो शनि का क्रूर या क्रोधी स्वभाव केवल गलत कर्मों को नष्ट करने के लिए है शनि की साढ़ेसाती और ढैया में मनुष्य के गलत कर्म या भूल आदि का फल प्राप्त होता है यदि साढ़ेसाती जीवन में न आये तो हमारे गलत कर्म के परिणाम एकत्रित होते रहेंगे जिन्हें आगे हमें भोगना पड़ेगा इसलिए शनि की साढ़ेसाती साथ के साथ ही परिणाम देकर गलत कर्मों को भस्म करती है और मनुष्य को संघर्ष की अग्नि में तपाकर परिपक्वता की स्वर्ग सी चमक भर देती है। ज्योतिष्य दृष्टि कोण: हमारे जीवन से जुड़े बहुत से अहम घटक शनि के अंतर्गत आते हैं। यदि हमारी कुंडली में शनि पीड़ित या निर्बल स्थिति में हो तो उनसे संबंधित विभिन्न समस्याएं होती हैं। आजीविका: यदि कुंडली में शनि नीच राशि में है त्रिक भाव में है मंगल या केतु के प्रभाव से पीड़ित है या पूर्णतः अस्त हो तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति संघर्ष करने पर भी आजीविका क्षेत्र में उन्नति कर पाता। बार-बार क्षेत्र बदलने पड़ते हैं तथा आजीविका में उतार-चढ़ाव सदैव आते रहते हैं। व्यापारिक क्षेत्र में: यदि शनि कुंडली में पीड़ित है तो ऐसे व्यक्ति को लोहे, मशीनों, पुर्जों, पैट्रोल, कोयला, गाड़ी, कैमिकल आदि के व्यापार में उन्नति नहीं होती अतः शनि निर्बल होने पर इन व्यापारों को नहीं करना चाहिए। स्वास्थ्य की दृष्टि में: यदि शनि नीच राशि (मेष) में है या छठे, आठवें बारहवें भाव में है या षष्टेश और अष्टमेश से प्रभावित है तो ऐसे में व्यक्ति का पेट, पाचन तंत्र सदैव बिगड़ा रहता है तथा जोड़ों के दर्द जैसे कमर, घुटने कोहनी आदि की समस्या भी रहती है इसके अतिरिक्त बालों की समस्या तथा वात रोगों से भी व्यक्ति परेशान रहता है। जनता के समर्थन में: राजनीति के संबंध में भी शनि की भूमिका होती है क्योंकि शनि जनता का नैसर्गिक कारक है अतः शनि कुंडली में पीड़ित हो तो व्यक्ति को जनता का समर्थन पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। अतः कुंडली में शनि बलहीन या पीड़ित हो तो जीवन में बहुत सी आवश्यक चीजों का अभाव हो जाता है अतः ज्योतिष और सृष्टि सचांलन में शनि की एक अहम भूमिका है उपरोक्त स्थितियों में शनि के मंत्र, पूजन, व्रत, सेवा आदि करके स्थिति को सुधारा जा सकता है।

आप की कुंडली और फिटनेस

जब भी बात प्रेम प्रसंग, व्यापार, व्यवसाय, स्वास्थ्य या जीवन से जुड़े किसी खास पहलू की चलती है तो हम सभी प्रायः ज्योतिष से उसको जानने की चेष्टा करते हैं। आज हम बात करेंगे फिटनेस की यानी एक्सरसाइज शेड्यूल की। प्रायः हम सभी महिलाएं खूबसूरत और दुबला-पतला दिखने के लिए सदा ही प्रयास करती रहती हैं। ज्योतिष हमें किसी भी व्यक्ति के स्वभाव, पसंद, नापसंद और विशेषताओं के बारे में अच्छी खासी जानकारी देता है तो क्यों न उसके अनुसार ही अपना फिटनेस रेजीम बनाया जाए ताकि वह ज्यादा दिनों तक चल सके। अधिकतर देखा जाता है कि हम एक्सरसाइज के शेड्यूल तो बना लेते हैं किंतु उस पर टिकना हमें मुश्किल होता है क्योंकि वे बोरिंग होने लगते हैं। आइए जानते हैं कि हर राशि की महिलाएं किस तरह से अपने को फिट रखना पसंद करती हैंः मेष: आपको एक्सरसाइज करना स्वाभाविक रूप से पसंद होता है और ये आपके मूड को अपलिफ्ट करने के साथ-साथ आपको स्ट्रेसफ्री महसूस कराता है। आपको भागना, काफी कठिन एक्सरसाइज करना पसंद आता है जिनमें काफी जोर लगता है और खूब पसीना निकलता है। इसीलिए आपके लिए स्पोर्ट्स, साइक्लिंग, फुटबाॅल, वेट लिफ्टिंग, पावर योगा और जिम काफी अच्छे हैं। आपको जल्दी रिजल्ट पाने के लिए अत्यधिक एक्सरसाइज करने से अपने को रोकना चाहिए। आपको हेड, ब्रेन, आई, फेस मसल्स का खास ख्याल रखना चाहिए। वृष:: शुक्र का लग्न/राशि होने के कारण आपको आरामदिली और खाने-पीने का खासा शौक होता है इसलिए आपका वजन जल्दी बढ़ने की संभावनाएं बनी रहती हंै जिसके कारण आपको जरूर नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिए। आपको स्वभाव के अनुसार सामान्य एक्सरसाइज जैसे स्ट्रेचिंग, प्राणायाम करना चाहिए। अलग-अलग तरह के डान्स भी आपको काफी पसंद आते हैं जिनसे म्यूजिक के कारण आप रिलैक्स भी होती हैं और फिटनेस को भी बरकरार रखती हंै। मिथुन: आपके व्यक्तित्व की खास बात ये है कि आप अपने वातावरण में जल्द घुल-मिल जाती हैं और स्वभाव से काफी एक्टिव भी होती हैं जिसके कारण आपकी दिनचर्या भी काफी व्यस्त रहती है। आप ज्यादातर स्वाभाविक रूप से पतली-दुबली ही रहती हैं और आपका मिलनसार स्वभाव होता है जिसके कारण आपको ग्रुप में ही एक्सरसाइज करना पसंद आता है ताकि एक्सरसाइज के साथ-साथ नए-नए लोगों से भी मिलना-जुलना बढ़ सके। आपके लिए ग्रुप स्पोटर््स, एरोबिक्स, योगा क्लासेज या जुम्बा क्लासेज ज्यादा सूट करेंगी। कर्क: आपकी कमिटमेंट पावर काफी स्ट्राँग होती है और किसी भी एक चीज को लग कर लंबे समय तक करती हैं। इसी में यदि आपका कोई साथी बन जाए तो यह कमिटमेंट और भी बढ़ जाता है। आपके पेट और जांघ पर वेट गेन करने की संभावनाएं ज्यादा रहती है इसलिए आपको इनसे संबंधित एब्स और लेग्स और साइड्स की एक्सरसाइज करनी चाहिए। जिम आपके लिए एक अच्छा आॅप्शन है। जलीय राशि/लग्न होने के कारण आपके लिए स्वीमिंग भी बहुत अच्छा है। सिंह: आपका शाही अंदाज होता है और आप अच्छा दिखने पर काफी फोकस करती हैं। खेलना-कूदना और एक्टिव रहना आपको दूसरी अग्नि तत्व, लग्न/राशियों की तरह स्वाभाविक रूप से पसंद होता है। हृदय और अपर बैक आपका सेन्सिटिव जोन होता है इसलिए आपको कार्डियोवेस्कुलर एक्सरसाइज जरूरत से ज्यादा नहीं करनी चाहिए और अपर बैक को फिट रखने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करनी चाहिए। आपको ऐसी जगह एक्सरसाइज करना पसंद आता है जहां बहुत से शीशे हों। आपके लिए पावर योगा और ब्रीस्क वाक, बैक, थाइ, स्टोमक, रिप की टोनिंग एक्सरसाइज पर फोकस करना चाहिए। कन्या: आप स्वभाव से जिज्ञासु होती हैं और आपको पाचन से संबंधित समस्या रहती है। आपको जिम में एक्सरसाइज करना पसंद नहीं आता और ऐसी एक्सरसाइज करना पसंद करती हंै जो शरीर को डिटाॅक्सीफाई कर सकें। लम्बा ब्रिस्क वाॅक, योग ट्विस्ट्स आपके लिए बहुत अच्छा है क्योंकि आपको खाने-पीने के पदार्थों और उनके पोषण और कैलोरीज की खासा जानकारी रखने का शौक होता है इसलिए आप नेचुरली भी खान-पान पर नियंत्रण रख कर एक स्वस्थ और दुबला शरीर बनाए रखने में सक्षम होती हैं। तुला: आपका सहज और संतुलित व्यक्तित्व होता है और एक्सरसाइज को भी जीवन के दूसरे पहलुओं की तरह एक लिमिट में ही करना पसंद आता है। मेडिटेशन, योग और बैलेंसिंग पोजेज वाली एक्सरसाइज आपको काफी सूट करती हंै। आपके लिए एक्सरसाइज का मतलब सिर्फ कैलोरिज घटाना और अच्छे दिखने तक सीमित नहीं है बल्कि आप इसे दिमागी संतुलन के लिए भी जरूरी समझती हैं। शुक्र का लग्न/राशि होने के कारण आपको व्यवस्थित और खूबसूरत जगह पसंद आती है इसीलिए आपको किसी अच्छे स्टैंडर्ड की जगह पर ही जाना चाहिए। वृश्चिक: आप तीव्र बुद्धि की महिला हैं। मंगल का लग्न/राशि होने के कारण, मेष की तरह आपको भी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करना नहीं पसंद आता। आप ऐसी एक्सरसाइज करना पसंद करेंगी, जिससे शरीर में एक सनसनी सी पैदा हो सके और जब तक आप वर्कआउट के बाद पसीनों से तर-बतर न हो जाएं आपको वह पूरा नहीं महसूस होगा। आप पर्सनल ट्रेनर के साथ ज्यादा सहज महसूस करेंगी। आपको ग्रुप में एक्सरसाइज करना कम पसंद होता है। पिलेटिस, पावर योग और जिम आपको सूट करते हैं। धनु: आप खाने पीने का शौक रखती हैं और ज्यादा नखरीली नहीं होतीं। आप थोड़ा जल्दी में खाती हैं। क्योंकि आपको भी नई-नई तरह का एक्जोटिक खाना ट्राई करना पसंद आता है इसलिए कई बार डाइट से ज्यादा खा लेती हैं तो बहुत बार अच्छा न लगने पर जरूरत से कम ही खा पाती हैं। आपको भी मीठे का शौक होता है। आटे से बनी चीजें पसंद करती हैं। आपके लिए डायटिंग अत्यधिक मुश्किल होती है। मकर: आप आत्मनिर्भर, बुद्धिजीवी और सत्ता प्रेमी व्यक्तित्व वाली महिला है। फिटनेस के मामले में भी आपको तुरंत परिणाम की अभिलाषा नहीं रहती इसलिए और लग कर लंबे समय के लिए लक्ष्य तय करती हैं। आपकी लग्न/राशि हड्डियों एवं ज्वाइंट का प्रतीक है अतः आपको इनकी रेगुलर एक्सरसाइज करनी चाहिए। आपके लिए रनिंग और स्वीमिंग अच्छे फिटनेस आॅप्शन हैं। आप साइक्लिंग, जाॅगिंग और वाकिंग को डेली रूटीन का पार्ट बना सकती हैं। कुंभ: प्रगतिशील जीवनशैली की अराधक आप ही हैं। आपको रूकना या किसी चीज में बंध कर काम करना पसंद नहीं आता इसलिए आपको ऐसे एक्सरसाइजिंग आॅप्शन चूज करना चाहिए जिनमें मूवमेंट की आजादी हो। डान्स, रनिंग, स्वीमिंग आपके लिए बेहतरीन एक्सरसाइजिंग प्लेटफाॅर्म साबित हो सकते हैं। सेल्फ फोकसिंग योगा और पिलेटिस भी हफ्ते में एक-दो बार अच्छा है। मीन: आपको परंपरागत खाना ज्यादा पसंद आता है और इसलिए एक्सपेरिमेंट करने से बचती हैं। खाने के रंग-रूप को उसके स्वाद से ज्यादा महत्व देती हैं। अपने मन-पसंदीदा लोगों के खाने की टेबल पर होने से आपको ज्यादा अच्छा लगता है। आप खाना जरूरत के लिए खाना पसंद करती हैं न कि मजे के लिए। आपको कुकिंग करना पसंद होता है और अपने करीबी लोगों की कुकिंग स्किल से भी खूब प्रभावित भी होती हंै।

शुक्र-चन्द्रमा की युति

शुक्र-चंद्रमा की युति सौंदर्यप्रदायक सुंदरता अपने आप में काफी मनमोहक होती है। हर व्यक्ति, हर नर-नारी अपने आप को सुंदर दिखाने की कोशिश करता है और इसके लिए अनेक प्रयास भी करता है। लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य अपने आप में अलग होती है। यहां सौंदर्य से तात्पर्य व्यक्ति की बनवाट से है जो व्यक्ति को आकर्षित करती है। ज्योतिष शास्त्र के आधार पर देखा गया है कि कुंडली में शुक्र-चंद्रमा की युति व्यक्ति को सौंदर्य प्रदान करती है जो इस बात पर निर्भर करती है कि शुक्र और चंद्र कुंडली के किस भाव में बैठे हैं और किस ग्रह से प्रभावित हैं। इस लेख में किस राशि में चंद्र और शुक्र की युति होने से व किसी अन्य ग्रह का प्रभाव पड़ने पर व्यक्ति कैसा होगा इसका विवेचन किया जा रहा है। मेष तथा वृश्चिक: इस राशि में शुक्र और चंद्र की युति होने से व्यक्ति सुंदर होने के साथ-साथ गेहंुआं रंग तथा लालिमा लिये हुए होता है। वृषभ तथा तुला: इस राशि में यह युति होने से जातक का रंग गोरा तथा सफेदपन पर होता है। मिथुन तथा कन्या: इस राशि में यह युति होने से व्यक्ति लंबा, गेहुंआं तथा कुछ -कुछ पक्का हुआ रंग का होता है। किन्हीं-किन्हीं परिस्थितियों में जहां कि इस युति पर राहु अथवा केतु की पूर्ण दृष्टि पड़ रही हो तो व्यक्ति सांवला होता है किंतु होता है आकर्षक। कर्क राशि: कर्क राशि में यह युति होने से व्यक्ति एकदम गोरा एवं आकर्षक होता है। सिंह राशि: सिंह राशि पर यह युति होने से मनुष्य का रंग सांवला एवं ललाई लिये होता है तथा पक्का-पक्का सा होता है। ऐसे में यदि केतु की दृष्टि पड़ रही हो तो ऐसे व्यक्ति का रंग कभी-कभी चितकबरा भी होता है। धनु एवं मीन: इस राशि में शुक्र-चंद्रमा की युति व्यक्ति को अत्यधिक सुंदर बनाती है। ऐसे जातक का रंग बिल्कुल गोरा, साफ एवं आकर्षक होता है तथा व्यक्ति की चमड़ी काफी कोमल होती है एवं रंग पीलापन लिये हुए होता है। मकर तथा कुंभ: इस राशि में यह युति होने से व्यक्ति सुंदर होने के साथ-साथ सांवलापन लिये हुए होता है। चमड़ी कठोर तथा पकी-पकी सी होती है। ऐसे में यदि इस युति पर राहु अथवा केतु की पूर्ण दृष्टि पड़ रही हो तो व्यक्ति काले रंग का होता है। फिर भी उसका चेहरा एवं शरीर की बनावट आकर्षक होती है।

कुंडली में गुरु शुक्र युति

द्वादश भाव के स्वामी गुरु के संबंध में निमानुसार उल्लेखनीय है-यदि द्वादश भाव का स्वामी गुरु हो और वह अपने उच्व नबांष् में स्थित हो, तो मनुष्य को मृत्यु के उपरान्त पुण्यलोक प्राप्त होता है । मृत्यु के खाद " गति है के प्रश्न का विचार द्वादश भाव से किया जाता है । दो गुणों के कारण यहीं शुभ लोक को प्रगति की जात कही गई है । प्रथम, द्वादश भाव का आधिपत्य शुभ ग्रह गुरु को ग्रास है । द्वितीय, गुरु उच्च नवांश में होने से बलवान है  तुला लग्न के संदर्भ में गुरु  यदि इन्द्र रोग हो, गुणा लग्न हो और द्वादश भाव के स्वामी बुध कौ दशा में गुरु की भुक्ति हो, तो मिल को बहुत अधिक शारीरिक कष्ट होता है और भाई को राजयोग प्राप्त होता है । बुध पिता के लिए लग्नेश-चतुर्थेश है और गुरु सप्तमेश दशमेश अर्थात् केन्दाधिपत्य दोष से दूषित है । अत: पिता के लिए कष्ट ज्ञगस्त्रश्चानुकूल है । उधर भाई (तृतीय भाव ) के लिए बुध दशमाधिपति तथा वाम से दशम का स्वामी है । इधर गुरु राज्य एबं उन्नति का द्योतक है । लग्न तथा चतुर्थ का स्वामी योगकारक है, अतएव बुध गुरु भाई के लिए शुभ राजयोग कारक है ।
शुक्र-शुक्र का अर्थ है-वीर्य। वीर्य का अर्थ वह धातु है, जो सन्तानोत्पत्ति का कारण है । वीर्यं शब्द का दूसरा अर्थ है-शुरवीरता जो सबंधा प्रत्यय है । क्योंकि वीर्यं की रक्षा से मानव मृत्यु पर विजय प्राप्त करता है । चंद्र नाडी में शुक्र के गुणों का उल्लेख इस प्रकार किया गया है- शुक्र:  बलं रूपं राज चौग्यरसप्रिय: । शुक्र एक नैसर्गिक शुभ ग्रह है । यह अपनी पाते तथा दृष्टि द्वारा भावों को लाभ पहुंचाता है । शुक्र द्वितीय राशि का स्वामी और शक्ति भी है । सुन्दरता का अध्ययन शुक्र द्वारा होता है । यह ग्रह अमात्य है, अत: इसका राज्य से गहरा संबंध है । यह ग्रह 'रसमय' है । इसे काव्य के सभी प्रकार के रसों के आस्वादन, संगीत- नृत्य के रस तथा सुगंधित तेलों के रस आदि से संबंधित माना गया है । चंद्र नाडी में शुक्र के गुणों का उल्लेख गुणा लग्न के प्रसंग में यदि लग्न में नवम तथा द्वादश भाव का स्वामी सध शुक्र के साथ स्थित हो अथवा शुक्र से दृष्ट हो, तो राजयोग प्राप्त होता है । ऐसा जातक राजा अथवा उसके समान सामर्ध्व एल धन वाला, शूरवीर, नाटक, अलंकार, काव्य और संगीत में रुचि रखने वाला, विनयशील, संत्यवादी तथा सुगंधित पदार्थों से युक्त सुंदर वस्त्र धारण करने बाला होता है । ये सरि गुण शुक्र के हैं । संत्यवादित्ता का संबंध भी शुक्र से है । कहा गया है कि नेत्र, सच्ची वाणी, फल, कार्यकुशलता, वीर्य एल जलक्रीड़ा-इन सबका निरीक्षण-परीक्षण कुण्डली में शुक्र की स्थिति से करना चाहिए । यदि जन्मकुण्डली में शुक्र और केतु एक ही राशि में स्थित हों, तो जातक हिंवयों को कुदृष्टि से देखने वाला होता है । शुक्र आँख का प्रतिनिधि है और केतु जंगल अथर्रत्पापत्व का । इसलिए केतु और शुक्र में दृगत्रुता है । अत: शुक्र-केतु का रोग दुष्ट दृष्टिदायक है ।नाडीकतां ने वृष लग्न के संदर्भ में यह षलोक प्रस्तुत किया  यदि शुक्र व्यय स्थान में मेष राशि का हो, परंतु नीच नवांश में न हो और नवम भाव के स्वामी से दृष्ट हो, तो जातक के हाथ खजाना लगता है । तात्पयं यह है कि वह बहुत ही धनाहय होता है । इसका कारण यह है कि द्वादश भाव में सभी ग्रह निर्जल होते हैं । परंतु शुक्र ही एक ऐसा ग्रह है, जो इस भाव में बलवान हो जाता है । क्योंकि शुरु भोगात्मक ग्रह है और द्वादश स्थान भी भीग का स्थान है । अतएव अनुकूल परिस्थितियों के कारण द्वादश भाव में स्थित शुक्र बहुत बलवान होता है । है भावार्थ रत्नाकर है नामक प्रसिद्ध ग्रंथ में उल्लेख किया गया है-क्रोईं भी लग्न हो, यदि धन भाव का स्वामी द्वादश भाव में स्थित हो, तो धन केलिए अशुभ फल देता है । परंतु शुक्र इस नियम का अपवाद है । यदि शुक्र द्वादश भाव में स्थित हो, तो उलटा धनदायक होता है । लेकिन वहां शुक्र शनि की राशि अथवा नवांश आदि में नहीं होना चाहिए ।

कुंडली में अधियोग

'चन्द्र नाडी हैं में अधि योग के चन्द्रग्रधियोग में उत्पन्न होने वाला मनुष्य विख्यात, धनी और यशस्वी होता है । वह छोड़े, पालकी तथा अन्य वाहनादि से संयुक्त, सुशील पुत्रों वाला, सुशीला स्वी वाला, भाग्यवान, महान एवं कीर्ति, प्रभाव, साहस बाला तथा देषा/देशान्तर में प्रसिद्ध होता है । शास्त्रों में जहां अधि योग का उल्लेख हुआ है, वहां प्राय चन्द्रऱधियोणा से ही अभिप्राय है । कहीं-कहीं लम्माधियोग का भी उल्लेख मिलता है । यदि चन्द्र से छठे, सातवें तथा आठवें स्थान में सभी नैसर्गिक शुभ ग्रह स्थित हो, उन पर पाप ग्रहों का प्रभाव न हो और वे सूर्य से कू हो, तो मनुष्य राजाओं का भी राजा अर्थात् बहुत धनवान, बलवान एबं ऐश्चर्यंवान होता है । वस्तुत: चंद के बलवान होने से मनुष्य को धन की जितनी प्राप्ति होती है, उतनी किसी अन्य योग से नहीं होती । दरिद्गतादायक "शकट योग' की नींव में चन्द्र की निर्बलता छिपी रहती है । केमदुम भी एक दरिद्रतादायक रोग है । यहा भी चन्द के दोनों ओर शुभ प्रभाव की अनुपस्थिति ही दरिद्रता का भूल कारण बनती है । चन्दाधियोग की शुभता इस कारण से नहीं होती कि नैसर्गिक शुभ ग्रहों की स्थिति किन्हीं विशिष्ट स्थानों में है । इस शुभता का कारण उल्लिखित स्थिति द्वारा चन्द की यल वृद्धि होती है । इस योग के अनुसार, जब कोई नैसर्गिक शुभ ग्रह चन्द्र है सप्तम में स्थित हो, तो उसकी शुभ दृष्टि का लाभ चन्द को पहुंचेगा । अतएव चन्द्र बलवान हो जाएगा । इसी प्रकार चन्द से छठे स्थान में स्थित शुभ ग्रह की स्थिति चन्द से द्वादश स्थान पर और उससे अष्टम स्थान में स्थित शुभ ग्रह की स्थिति चन्द से द्वितीय स्थान पर अपनी अपनी पूर्ण सप्तम दृष्टि द्वारा शुभ प्रभाव डालेगी ।इसका परिणाम यह होगा कि चन्द के दोनों ओर शुभ प्रभाव पडेगा । इस प्रकार चन्द को सुनफा, अनफा एवं दुर्धरा-त्तीनों रोगों की राजा प्राप्त होगी । इसके लिए यह जरूरी है कि चन्द से छठे, सातवें एवं आठवें…तीनों स्थानों में शुभ ग्रह स्थित हों, तभी यह शुभ रोग बनेगा । यदि चन्द से मसम स्थान में सभी शुभ ग्रह हों तो फल अच्छा होगा, किन्तु चन्दाधियोग की शर्तें पा नहीं होंगी । इस सन्दर्भ में एक बात अवश्य याद रखनी चाहिए । गुरु, शुक्र, बुध आदि शुभ यह जो चन्द्र से छठे, प्तातवें तथा आठवें हो, वे भी निर्जल न हों । क्योंकि यदि वे निर्बल हुए तो उनकी दृष्टि का चन्द को बहुत कम लाभ मिलेगा। इसलिए चन्द्रग्रधियोग पूर्ण रूप से फल नहीं दे सकेगा । इस विषय में 'सारावली' में कहा गया है कि उक्त तीनों शुभ ग्रह सूर्यं से दृपु होने चाहिए । क्योंकि शुक्र तथा बुध दो ऐसे ग्रह हैं, जिनके सूर्य के समीप रहने के कारण निर्बल तथा क्षीण हो जाने की अधिक सम्मावना रहती है ।