वैदिक
ज्योतिष के अनुसार मोती, चन्द्र गृह
का प्रतिनिधित्व करता है! कुंडली में यदि चंद्र शुभ प्रभाव में हो तो मोती अवश्य
धारण करना चाहिए ! चन्द्र मनुष्य के मन को दर्शाता है, और इसका प्रभाव पूर्णतया हमारी सोच पर
पड़ता है! हमारे मन की स्थिरता को कायम रखने में मोती अत्यंत लाभ दायक सिद्ध होता
है! इसके धारण करने से मात्री पक्ष से मधुर सम्बन्ध तथा लाभ प्राप्त होते है! मोती
धारण करने से आत्म विश्वास में बढहोतरी भी होती है ! हमारे शरीर में द्रव्य से
जुड़े रोग भी मोती धारण करने से कंट्रोल किये जा सकते है जैसे ब्लड प्रशर और
मूत्राशय के रोग , लेकिन इसके
लिए अनुभवी ज्योतिष की सलाह लेना अति आवशयक है, क्योकि कुंडली में चंद्र अशुभ होने की स्तिथि में मोती नुक्सान दायक भी हो
सकता है! पागलपन जैसी बीमारियाँ भी कुंडली में स्थित अशुभ चंद्र की देंन होती है , इसलिए मोती धारण करने से पूर्व यह जान
लेना अति आवशयक है की हमारी कुंडली में चंद्र की स्थिति क्या है! छोटे बच्चो के
जीवन से चंद्र का बहुत बड़ा सम्बन्ध होता है क्योकि नवजात शिशुओ का शुरवाती जीवन , उनकी कुंडली में स्थित शुभ या अशुभ चंद्र
पर निर्भर करता है! यदि नवजात शिशुओ की कुंडली में चन्द्र अशुभ प्रभाव में हो तो
बालारिष्ठ योग का निर्माण होता है! फलस्वरूप शिशुओ का स्वास्थ्य बार बार खराब होता
है, और परेशानिया
उत्त्पन्न हो जाती है , इसीलिए कई
ज्योतिष और पंडित जी अक्सर छोटे बच्चो के गले में मोती धारण करवाते है! द्रव्य से
जुड़े व्यावसायिक और नोकरी पेशा लोगों को मोती अवश्य धारण करना चाहिए , जैसे दूध और जल पेय आदि के व्यवसाय से
जुड़े लोग , लेकिन इससे
पूर्व कुंडली अवश्य दिखाए !
सादगी, पवित्रता और कोमलता की निशानी माने जाने वाला मोती एक
चमत्कारी ज्योतिषीय रत्न माना जाता है। इसे मुक्ता, शीशा
रत्न और पर्ल (Pearl) के नाम से भी जाना जाता है। मोती सिर्फ
एक रंग का ही नहीं होता बल्कि यह कई अन्य रंगों जैसे गुलाबी, लाल, हल्के पीले रंग का भी पाया जाता है। मोती,
समुद्र के भीतर स्थित घोंघे नामक कीट में पाए जाते हैं।
मोती के तथ्य
* मोती
के बारे में बताया जाता है कि यह रत्न, बाकी रत्नों से कम
समय तक ही चलता है क्योंकि यह रत्न रूखेपन, नमी तथा एसिड से
अधिक प्रभावित हो जाता है।
* प्राचीनकाल
में मोती (Pearl or Moti) को सुंदरता निखारने के लिए
इस्तेमाल में लाया जाता था तथा इसे शुद्धता का प्रतीक माना जाता था।
मोती के लिए राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए मोती धारण करना अत्याधिक लाभकारी माना जाता है ।
चन्द्रमा से जनित बीमारियों और पीड़ा की शांति के लिए मोती धारण करना लाभदायक माना
जाता है।
मोती के फायदे
* मोती
धारण करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। जो जातक मानसिक तनाव से जूझ रहें
हों उन्हें मोती को धारण कर लेना चाहिए।
* जिन
लोगों को अपनी राशि ना पता हो या कुंडली ना हो, वह भी मोती
धारण कर सकते हैं।
स्वास्थ्य में मोती का लाभ
* मानसिक
शांति, अनिद्रा आदि की पीड़ा में मोती बेहद लाभदायक माना जाता
है।
* नेत्र
रोग तथा गर्भाशय जैसे समस्या से बचने के लिए मोती धारण किया जाता है।
* मोती,
हृदय संबंधित रोगों के लिए भी अच्छा माना जाता है।
कैसे धारण करें मोती
ज्योतिषानुसार मोती सोमवार के दिन धारण करना शुभ होता है। मोती धारण करते समय
चन्द्रमा का ध्यान और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए। चांदी की अंगूठी में मोती
धारण करना अत्यधिक श्रेष्ठ माना जाता है।
मोती के उपरत्न
मान्यता है कि मोती नहीं खरीद पाने की स्थिति में जातक मूनस्टोन, सफेद
मूंगा या ओपल भी पहन सकते हैं।
नोट: किसी भी रत्न को धारण करने से पहले रत्न ज्योतिषी की सलाह अवश्य ले लेनी
चाहिए।
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